BAREILLY:

मुलायम से रिश्तों को जोड़े रहने के लिए कई बार जरूरी होता है, इन रिश्तों से जुड़े अपनों को स्पेशल फील कराना। उनकी शरारतें, मुस्कुराहट या फिर उनके खूबसूरत दिल की तारीफ करना। यह बताना कि उनकी जगह जिदंगी में सबसे अहम और खास है। कुछ ऐसे ही अहसासों से लबरेज ट्यूजडे को सभी अपने खास को टेडी देकर उन्हें स्पेशल फील कराते दिखे। इस मौके पर मार्केट भी क्यूट टेडीज से गुलजार रहा। शॉपिंग माल्स से लेकर गिफ्ट शॉप्स तक में टेडीज की कई वैराइटी अवेलबल रही। युवाओं में टेडी खरीदने को लेकर खास क्रेज देखने को मिला।

रिश्तों से करें निभाने का वायदा।

कई बार वादे रिश्तों की शुरुआत का आधार होते हैं, तो कई बार रिश्तों के बचे रहने की एक मात्र वजह भी। वायदों को लेकर हम हमेशा से बहुत सेंसिटिव रहे हैं। जरा सोच के देखिए कितने रिश्ते, कितनी दोस्ती हम वायदों के सहारे निभा जाते हैं वैलेंटाइन वीक का पांचवा दिन यानि 'प्रॉमिस डे' मौका देता है। हमारे इन वायदों और इरादों की कमाई को सेलीब्रेट करने का । सेलिब्रेशन, अभी तक किये वायदों को निभाने का और साथ ही कीजिए अपने रिश्तों को फरेब से दूर और दिल को नजदीक करने का वायदा। गलतियों को भुलाने और माफ करने का वायदा। वायदाईमानदारी का, साथ ही रिश्तों में जजमेंटल न बनने का वायदा भी। एक प्यार का वायदा सामाजिक ताने-बाने के लिए भी, जो फिजाओं में फैलाये अमन के रंग।

वायदे ने रिश्ते को पहुंचाया शादी की दहलीज पर

दीपक और मैं पिछले चार साल से एक-दूसरे के साथ हैं, दो साल चली दोस्ती को शादी में बदले भी दो साल हो चुका है। हमारा रिश्ता एक वायदे पर टिका रहा। मेरा परिवार कभी हमारे रिश्ते को एक्सेप्ट करने के लिए तैयार नहीं था, लेकिन दीपक और मैंने सिर्फ एक-दूसरे के साथ ही शादी के बंधन में बंधने का वादा किया था। दीपक की फैमिली उन्हें दूसरी जगह शादी करने के लिए फोर्स करती रही, लेकिन वो कभी अपने वायदे से डिगे नहीं। मैंने भी परिवार के प्रेशर के बावजूद किसी और से शादी करने से साफ इनकार कर दिया। एक वक्त ऐसा आया कि दोनों ही परिवारों को हमारे रिश्ते को एक्सेप्ट करना पड़ा। रुचि भारद्वाज ने कुछ इन्हीं शब्दों में अपनी लवस्टोरी बयां की। इस दौरान इनके हसबैंड दीपक जो एक गवर्नमेंट टीचर है, इन्हें निहारते दिखें। दीपक प्यार के बारे में कहते हैं कि ये विश्वास का दूसरा नाम है। वैलेंटाइन वीक की प्लानिंग के बारे में मुस्कुराकर जवाब देते हैं कि हर साल की तरह इस बार हम नैनीताल जाने का प्लान बना रहे हैं।

मेरे लिए प्राइम की बहुत इंपोर्टेस है, ये किसी भी रिश्ते को बनाए रखने में मदद करता है। साथ ही हमें कुछ गलत करने से भी रोके रखता है। आज प्रॉमिस डे पर अपने दोस्तों से पूरी जिदंगी साथ रहने का वायदा करना चाहता हूं।

- अभिनाश, बड़ा बजार

अब लोग प्रॉमिस करके भूल जाने लगे हैं, लेकिन मेरे लिए इसकी बहुत इंपोर्टेस है। किसी भी रिश्ते के लिए जरूरी है कि हम वायदा लेने से ज्यादा अपनी ओर से वायदा करके निभाने की कोशिश करें।

- अमन मैथिल, शहदाना