बरेली (ब्यूरो)। मीरगंज में प्रेमिका की मौत के बाद प्रेमी ने भी सुसाइड कर लिया। मरने से पहले युवती ने प्रेमी को कॉल की, जिसमें अपने परिजनों पर उसे मारने का प्लान बनाने की बात कही। उसके बाद से युवती गायब हो गई। उसके बाद पुलिस द्वारा प्रेमी को प्रताडि़त करने का सिलसिला शुरू हुआ, जिस में उससे रुपयों की डिमांड रखते हुए रूम पर आने के लिए कहा गया। नतीजतन युवक ने जहर खा कर जान दे दी। मरने से पहले उसने पुलिस द्वारा प्रताडऩा किए जाने को कारण बताते हुए आत्मघाती कदम उठाने की बात कही। इस सब की पुष्टि युवक के फोन से मिली कॉल रिकॉर्डिंग कर रही है। नौ तारीख से युवती के गायब होने तथा 15 तारीख को युवक के सुसाइड करने के बाद से पुलिस चुप्पी साधे रही। युवक के परिजन ने युवती के परिजन और पुलिस पर आरोप लगाते हुए कंप्लेंट की। उनके आदेश पर युवती के छह परिजन के विरुद्ध रिपोर्ट तो पंजीकृत की गई, लेकिन युवती के गायब होने की बात पर पुलिस के बहके-बहके से बयान सामने आए।

यह है मामला
मीरगंज थाना क्षेत्र के गांव कपूरपुर निवासी विकास पुत्र खेमपाल का गांव निवासी मनु से प्रेम प्रसंग था। युवती के परिजनों को जानकारी हुई तो उन्होंने उसकी शादी कहीं और तय कर दी। 9 फरवरी को उसे गांव से दूसरी जगह ले जाकर शादी कराने का प्रयास किया। लेकिन उसने शादी से इनकार कर दिया। तब से ही मनु लापता है। इसके बाद युवती के परिजनों के साथ ही मीरगंज थाने के कुछ पुलिसकर्मियों ने विकास को मानसिक रूप से प्रताडि़त करना शुरू कर दिया और मनु को गायब करने के झूठे मुकमदमे में फंसाने की धमकी देने लगे। इस तनाव में विकास ने 15 फरवरी की रात विषैला पदार्थ खा कर आत्महत्या कर ली। उस की मां रेखा देवी ने एसएसपी से न्याय की गुहार लगाई तब जा कर सिरौली निवासी सीमा, रिंकू उर्फ टिंकू पुत्र कृष्णपाल, महेंद्र सिंह पुत्र हरनाम सिंह, संदीप सिंह पुत्र श्याम सिंह, होराम सिंह पुत्र दुर्ग पाल सिंह व रामवीर सिंह पुत्र रक्षपाल सिंह के खिलाफ धारा 306 में एफआईआर पंजीकृत की।

&मेरी मौत के जिम्मेदार होंगे परिजन&य
लापता से होने से एक दिन पहले मनु ने विकास को फोन कर बताया कि उसके परिजन उसे जान से मारने का प्लान बना रहे हैं। कॉल रिकॉर्डिंग में वह कह रही है कि परिजनों ने उसे बुरी तरह पीटा है और कहीं बाहर ले जा कर उस की हत्या करने की बात कर रहे हैं। यदि उसे कुछ हो जाए तो उसकी मौत के जिम्मेदार उसके परिजन होंगे। इसके अगले ही दिन मनु लापता हो गई। वहीं 15 फरवरी को विकास ने भी सुसाइड कर लिया। युवती द्वारा की गई कॉल को मानें तो वह किसी और तरफ ही इशारा कर रही है।

व्यवस्था कर कमरे पर आ जा, वरना
वहीं मनु के लापता होने के बाद मीरगंज थाने के एक पुलिसकर्मी ने विकास को फोन किया। ऐसी कई कॉल रिकॉर्डिंग सामने आई हैं। उन में पुलिसकर्मी विकास से कह रहा है कि तुझे बुलाया था आया नहीं, जिस पर विकास ने अलीगंज में होने की बात कही। इसके बाद पुलिसकर्मी कहता है कि व्यवस्था करके मेरे कमरे पर आ जा और फोन काट दिया। एक कॉल रिकॉर्डिंग में जब विकास बाइक में पंक्चर होने के कारण देर होने की बात कहता है तो पुलिसकर्मी उधर से कहता है कि साहब तेरा पंक्चर जोड़ेंगे, आ जा।

पुलिस के बहके-बहके बयान
मामले में पुलिस की भूमिका पर प्रश्नचिह्न लग रहे हैं। पहले घटना को लेकर शिथिलता, उसके बाद युवक को धमकाना और अब अधिकारियों के बहके-बहके से बयान सामने आ रहे हैं। मीरगंज थाना प्रभारी हरेंद्र सिंह से जब युवती की विकास से फोन पर हुई बात के विषय में बात की गई तो उन का कहना था कि वह मरी नहीं है। जांच चल रही है। अभी वह बरामद नहीं हुई है। दूसरी ओर एसपी देहात राजकुमार अग्रवाल ने बताया कि युवती दातागंज में अपने एक रिश्तेदार के यहां गई थी। वहां पर ही सुसाइड कर लिया था। परिजनों ने घर ला कर उसका अंतिम संस्कार कर दिया था। इसकी जानकारी युवक को हुई तो उसने भी सुसाइड कर लिया। अब युवक के परिजन युवती की हत्या करने का आरोप उसके परिजनों पर ही लगा रहे हैं। मामले की जांच की जा रही है। वहीं वायरल ऑडियो के मामले में उन्होंने जानकारी होने से इनकार कर दिया।

तो फिर पुलिस क्यों छिपा रही युवती की मौत
एसपीआरए के अनुसार युवती ने दातागंज में सुसाइड कर लिया है और परिजनों ने उसका शव लाकर अंतिम संस्कार कर दिया है तो मीरगंज थाना पुलिस को इसकी जानकारी कैसे नहीं है और यदि मीरगंज थाना पुलिस को जानकारी है तो वह युवती की मौत को छिपा क्यों रही है। अभी भी मीरगंज थाना प्रभारी हरेंद्र सिंह का यह ही कहना है कि युवती लापता है।

वर्जन
युवती ने दातागंज में अपने रिश्तेदार के यहां पर सुसाइड कर लिया था। जानकारी होने के बाद युवक ने भी सुसाइड कर लिया। युवक के परिजनों की तहरीर पर युवती के छह परिजनों के खिलाफ धारा 306 में मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है। जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसी आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
राजकुमार अग्रवाल, एसपी देहात