- पिछले 15 दिनों में 12 कोरोना संक्रमित के संपर्क में करीब 408 लोग
- जिले का अब तक कुल कांटेक्ट ट्रे¨सग औसत महज 12.9 फीसद
बरेली : एक तरफ कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर का डर फैला हुआ है। वहीं, जिले में सर्विलांस व्यवस्था ध्वस्त हो गई है। पिछले पंद्रह दिनों की बात करें तो जिले में 12 कोरोना संक्रमित मिले। इनके संपर्क में करीब 408 लोग आए। यानी, हर संक्रमित औसतन 34 लोगों से मिला। जबकि जिले का अब तक का कुल कांटेक्ट ट्रे¨सग औसत महज 12.9 फीसद है। अब तक जिले में कुल 43,961 कोविड पाजिटिव केस मिले। जो, करीब 5,65,531 हजार लोगों से मिले। यानी, आंकड़े खुद बता रहे हैं कि जिले में सर्विलांस व्यवस्था पूरी तरह फेल साबित हो रही है। जबकि सात से 21 मई के बीच कांटेक्ट ट्रे¨सग करीब 14 फीसद थी।
बदायूं में दो डेल्टा प्लस केस
कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर की आशंका के बीच अब डेल्टा और गामा वेरिएंट के केस भी सामने आने लगे हैं। शहर से सटे बदायूं जिले में हाल ही में दो युवकों में कोरोना वायरस के डेल्टा प्लस वेरिएंट की पुष्टि हो चुकी है। ऐसे में जिले में भी बाहर से आने-जाने वाले लोगों की कोविड जांच आवश्यक है। बावजूद इसके कोरोना वायरस से जुड़े केसों पर नजर रखने के लिए शहर में सक्रियता नदारद है, सर्विलांस के नाम पर खानापूरी हो रही है।
दूसरे प्रदेशों से आ रहे मुसाफिर
शासन की ओर से छूट मिलने के बाद पहाड़ों पर घूमने के शौकीन लोग यहां से आरटी-पीसीआर जांच कराकर उत्तराखंड घूमने जा रहे हैं। लेकिन वहां से लौटने के बाद सीमाओं पर बिना जांच के ही शहर लौट रहे हैं। दिल्ली व देश के अन्य राज्यों से भी जिले में प्रवेश करने वालों की संख्या कम नहीं है। बावजूद इसके कामचलाऊ जांच हो रही है। ऐसे में सवाल उठना लाजमी है क्योंकि अगर किसी व्यक्ति में कोरोना के लक्षण हैं और वह बिना जांच के जिले में दाखिल होकर अन्य लोगों के संपर्क में आया तो संक्रमण तेजी से फैला सकता है। शायद यही वजह है कि कान्टेक्ट ट्रे¨सग में औसत बढ़ा है।
जिले में सर्विलांस व्यवस्था पुख्ता रखने के लिए जरूरी दिशा-निर्देश दिए जाएंगे। बाहर से आने वाले लोग अपनों की सुरक्षा के लिए खुद भी जिम्मेदारी समझकर रिपोर्ट आने तक क्वारन्टाइन रहें।
- डा। अशोक कुमार, जिला सर्विलांस अधिकारी