बरेली (ब्यूरो)। जिले का चार्ज संभालने के दूसरे ही दिन नवागत डीएम मानवेंद्र ङ्क्षसह ने एक्शन मोड में दिखे। उन्होंने मीरगंज नगर पंचायत का औचक निरीक्षण किया। अभिलेख उपलब्ध नहीं करा पाने पर अधिशासी अधिकारी को प्रतिकूल प्रविष्टि दे दी। साथ ही सीएचसी, तहसीलदार कोर्ट, मॉडल प्राइमरी स्कूल, धान क्रय केंद्र और बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों भी देखने पहुंचे।
सुबह पहुंचे सीएचसी
ट्यजडे सुबह सबसे पहले डीएम मीरगंज में सीएचसी का निरीक्षण करने पहुंचे। वहां के शौचालय की साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अस्पताल में सफाई नहीं होगी तो बीमारी का उपचार संभव नहीं है। इसके बाद उन्होंने नगर पंचायत का निरीक्षण किया। पंचायत कार्यालय के किसी भी कक्ष में अभिलेखों के रखरखाव की उचित व्यवस्था नहीं थी। उन्होंने गृह कर से संबंधित अभिलेख मांगे जो अधिकारी उपलब्ध नहीं करा पाए। इस पर डीएम ने कड़ा रुख अपनाते हुए वहां के अधिशासी अधिकारी को प्रतिकूल प्रविष्टि देने के निर्देश दिए। इसके बाद डीएम ने तहसीलदार कोर्ट का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि धारा-34 के अंतर्गत ऐसे मामले जिनमें बिना किसी समुचित आधार के रेस्टोरेशन के प्रार्थना पत्र लगा दिए जाते हैं, अभियान चलाकर ऐसे लंबित वादों को एक माह में निस्तारित करा लें। एक महीने बाद दोबारा निरीक्षण में इस प्रकार के वाद मिलने पर संबंधित के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी। उन्होंने तहसील दिवस में प्राप्त जन शिकायतों का समाधान हर हाल में सात दिन में करने को कहा। बोले, अपरिहार्य स्थिति में ही 15 दिन कर सकते हैं।
गुणवत्ता युक्त नहीं मिला एमडीएम
डीएम मॉडल प्राइमरी स्कूल बनैइया पहुंचे। वहां एमडीएम की गुणवत्ता परखी। गुणवत्ता मानक के अनुसार नहीं लगने पर जांच के आदेश दिए। इसके बाद मीरगंज धान केंद्र पच्ुंचे। वहां किसानों से बातचीत की। केंद्र प्रभारी को नियमानुसार धान क्रय करने के निर्देश दिए।
एस्टीमेट बनाने के निर्देश
डीएम ने ब्लाक शेरगढ़ के बिहारीपुर के बाढ़ ग्रस्त क्षेत्र का निरीक्षण किया। बाढ़ में क्षतिग्रस्त पुल को देखा। ङ्क्षसचाई विभाग के अधिशासी अभियंता को क्षतिग्रस्त पुल का पुनर्निमाण कराने के लिए एस्टीमेट बनाकर के निर्देश दिए।