-तकरीर में नेक रास्ते पर चलने की दी हिदायत

BAREILLY: सिटी के किला स्थित दरगाह पर गौसे आजम रहमतुल्लाह अलैह का कुल शरीफ हुआ। इस दौरान सैकड़ों की संख्या में अकदीतमंद दरगाह पर पहुंचे। दरगाह पर हाजिरी देकर अपनी का का सबूत दिया। इस मौके पर उलमाए कराम ने तकरीर तो शायरों ने नातख्वानी की।

कुरानख्वानी से हुई शुरुआत

कुल शरीफ से पहले कुरानख्वानी हाफिज मोहम्मद हसन साहब ने किया। इसके बाद मुफ्ती मोदसिस कादरी, सूफी नसीम मुरादाबादी और हाफिज मोहम्मद हसन ने तकरीर की। उलमाए कराम ने तकरीर के दौरान कहा कि नेक रास्ते पर चलना चाहिए। इससे दुनिया मे कामयाबी मिलती है। वहीं जन्नत का दरवाजा अल्लाह खोल देता है। गौसे आजम रहमतुल्लाह अलैह की जिंदगी पर रौशनी डालते हुए कहा कि उन्होंने हमेशा अल्लाहताला का पैगाम लोगों तक पहुंचाया। गरीबों की मदद की और दूसरों को भी करने की सीख दी।

नातख्वानी से बंध गया समां

तकरीर के बाद सिराज मोहम्मदी, नाजिम मोहम्मदी और मुशाहिद मोहम्मदी ने से एक से बढ़कर एक शेर पेश किए। नातख्वानी से महफिल में समां बंध गया। इसके बाद करीब कुल शरीफ की रस्म अदा की गई। कुल शरीफ दरगाह के सज्जादानशीन हाजी अनवरी मियां की सरपरस्ती में हुआ।