दुपट्टे का फंदा बनाया

डॉ। एसएन सरकार आईवीआरआई के फार्मालॉजी एवं टेक्सालॉजी डिपार्टमेंट में चीफ साइंटिस्ट हैं। 16 साल की सुस्निग्धा उनकी इकलौती बेटी थी। फैमिली आईवीआरआई कैंपस के टाइप फोर्थ मकान में रहती है। मंडे सुबह जब सुस्निग्धा 8

बजे तक कमरे से बाहर नहीं निकली तो एसएन सरकार उसके कमरे में गए। वहां का सीन देखकर उनकी चीख निकल

गई। उनकी बेटी ने रोशनदान से दुपट्टा बांधकर फांसी लगा ली थी। बेटी का शव देख मां सुजाता सरकार बेहोश हो गईं। परिवार वालों ने घटना की सूचना पुलिस को दी। इसके बाद इज्जतनगर पुलिस उनके घर पहुंची।

किसी को यकीन नहीं हो रहा

परिजनों के मुताबिक, सुस्निग्धा पढऩे में बहुत अच्छी थी। हाईस्कूल में उसके 96 परसेंट नंबर आए थे। वह बहुत मेहनती थी। एसएन सरकार ने बताया कि वह एग्जाम्स को लेकर बहुत कॉन्शियस थी। काफी प्रेशर महसूस कर रही थी। शायद इसीलिए उसने इतना बड़ा कदम उठा लिया। परिजन भी उसकी मौत के पीछे पढ़ाई के दबाव को बड़ी वजह मान रहे हैं। पुलिस ने मामला दर्ज कर बॉडी को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है।

Pressure में थी

मंडे से सुस्निग्धा के प्री-बोर्ड एग्जाम स्टार्ट होने थे। पहला पेपर फिजिक्स का था। एसएन सरकार ने बताया कि उन्होंने उसे देर रात पढ़ते हुए देखा था। मंडे को उसका फिजिक्स का एग्जाम था। उसी के लिए पढ़ाई कर रही थी। वह अपनी पढ़ाई को लेकर प्रेशर में थी लेकिन यह नहीं पता था कि इतना बड़ा कदम उठा लेगी।