- कोविड हॉस्पिटल का मामला, वृद्धा आश्रम में सात बुजुगरें में हुई थी कोरोना की पुष्टि
बरेली : मंडे सुबह करीब दस बजे कोविड एल टू में अफरा-तफरी मच गई, पूरा स्टाफ तेजी से आईसीयू वार्ड की ओर भागा, थोड़ी देर में पता चला कि यहां एडमिट एक संक्रमित बुजुर्ग ने कपड़े का फंदा लगाकर सुसाइड करने का प्रयास किया। हालांकि हॉस्पिटल प्रबंधन ने इस प्रकार की कोई घटना न होने की बात कही है।
क्या है पूरा मामला
करीब 15 दिन पहले रैंडम सैंपलिंग के दौरान वृद्धा आश्रम के रहने वाले सात बुजुर्गो में कोरोना की पुष्टि हुई थी, संक्रमितों को कोविड एल टू हॉस्पिटल में आईसोलेट किया गया, लेकिन बुजुर्गो की उम्र को देखते हुए उन्हें एहतियातन कोविड एल टू में शिफ्ट कर दिया, मंडे को सुबह करीब दस से 11 बजे के बीच एक बुजुर्ग ने अपने कपड़े से फंदा लगाकर सुसाइड करने का प्रयास किया। मामले की सूचना जब ड्यूटी पर तैनात स्टाफ को मिली तो स्टाफ ने फौरन बुजुर्ग को शांत किया। इस दौरान करीब आधे घंटे तक परिसर में हंगामा होता रहा। प्रबंधन के अनुसार संक्रमित बुजुर्ग की रिपोर्ट निगेटिव आने पर हॉस्पिटल से डिस्चार्ज कर दिया गया।
बुजुर्ग ने फंदा नहीं लगाया बल्कि एक हंगामा हुआ
हॉस्पिटल प्रबंधन के अनुसार संक्रमित बुजुर्ग के सुसाइड के प्रयास जैसी कोई घटना नहीं हुई है, हालांकि यहां तैनात स्टाफ के बीच कुछ कहासुनी हुई, इस दौरान कुछ देर हंगामा जरुर हुआ है।