- स्कॉलरशिप के साथ हजारों स्टूडेंट्स के अकाउंट में पहुंचे 30 लाख रुपए अधिक

- रकम मिलते ही छात्रों ने खरीद लिए मोबाइल व लैपटॉप

- रिकवरी की नोटिस पर स्टूडेंट्स के फूले हाथ-पांव

BAREILLY: जरा सोचिए, आपकी लॉटरी खुल जाए। खुशी में आप हजारों रुपए खर्च कर दें। फिर बाद में आपको यह बताया जाए कि गलती से आपका नंबर खुल गया था, आप सारा पैसा जमा कीजिए। तो फिर क्या होगा। जी हां, बरेली के करीब दो हजार स्टूडेंट्स भी इस वक्त कुछ इसी तरह की कशमकश में फंसे हुए हैं। गलती विभाग ने की, लेकिन अब टेंशन में स्टूडेंट्स आ गए हैं। दरअसल, हुआ यूं कि विभाग गलती से स्टूडेंट्स की शुल्क प्रतिपूर्ति की निर्धारित रकम से हजारों रुपए ज्यादा उनके अकाउंट में जमा कर दिए। अब जब विभाग को अपनी गलती का पता चला तो वह नोटिस भेजकर स्टूडेंट्स से पैसा वापसी की डिमांड कर रहा है।

दो हजार स्टूडेंट्स के अकाउंट्स में पहुंचे फ्0 लाख ज्यादा

वर्ष ख्0क्ब्-क्भ् में दशमोत्तर शुल्क प्रतिपूर्ति योजना के लिए ओबीसी स्टूडेंट्स को रकम मिलनी थी। मार्च तक रकम नहीं मिली तो बरेली मंडल के लगभग ब्ब् हजार छात्रों ने कालेजों से लेकर कलेक्ट्रेट तक आंदोलन किए। ख्8 अप्रैल को सरकार ने ख् हजार छात्रों के खाते में रकम भेज दी, लेकिन चूक से इन दो हजार अकाउंट्स में टोटल म्0 लाख की जगह 90 लाख रुपए पहुंच गए। इसमें कई स्टूडेंट्स के खातों में तो शुल्क प्रतिपूर्ति से ख्0 हजार रुपए तक ज्यादा पहुंच गए हैं। अकाउंट में अधिक रकम पाकर स्टूडेंट्स के चेहरे खिल उठे। बिना सोचे समझे तमाम स्टूडेंट्स ने इन रुपयों से जमकर मार्केटिंग कर डाली।

दिया गया नोटिस

इस गड़बड़ी का पता जब शासन को चला तो फिर क्9 मई को शासन ने पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारियों को रिकवरी के निर्देश दिए। पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी रेखा गुप्ता ने बताया कि टेक्निकल मिस्टेक के चलते यह हो गया है। उन्होंने बताया कि बरेली में दो इंस्टीट्यूट के करीब दो हजार अकाउंट में निर्धारित से ज्यादा रकम पहुंच गई है। उन्होंने बताया कि इन्वर्टिस यूनिवर्सिटी व फ्यूचर के कुल सचिव को नोटिस भेजा है। जिसमें उनसे कहा गया है कि ज्यादा रकम को स्टूडेंट्स से वापस कराया जाए। उन्होंने बताया कि इन्वर्टिस के ही हजारों स्टूडेंट्स के अकाउंट में करीब 8,00,फ्00 लाख रुपए अधिक पहुंच गए हैं, जबकि शेष पैसा फ्यूचर के स्टूडेंट्स के एकाउंट में पहुंच गया है। रेखा गुप्ता ने बताया कि इंस्टीट्यूट अथॉरिटी को कहा गया है कि स्टूडेंट्स के खातों में अधिक गई रकम की रिकवरी कराते हुए यह रकम स्टेट बैंक में जमा कराई जाए।

कहां से करें वापसी

स्टूडेंट्स के पास कॉलेज की नोटिस पहुंची तो उनके मुंह से बरबस ही यह वाक्य निकला कि कहां से जमा करूं, क्योंकि रुपए तो खर्च हो गए। स्टूडेंट्स एक बात और कह रहे हैं कि उनको यह पता ही नहीं था कि यह गलती से आए हैं। उनको लगा कि किसी योजना के तहत इतना पैसा आ गया है। ऐसे में उन्होंने उस पैसे से अपनी जरुरतें पूरी कर ली। अब स्टूडेंट्स के सामने यह समस्या खड़ी हो गई है कि वहां पैसा कहां से जमा करें।

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इन छात्रों को मिली अधिक रकम

फ्यूचर इंस्टीट्यूट के बीटेक के छात्र रामअवतार को भ्0 हजार रुपये शुल्क प्रतिपूर्ति के मिलने थे, लेकिन इनके खाते में 7ख् हजार पहुंच गए। यानी की ख्ख् हजार रुपये ज्यादा। वहीं इन्वर्टिस यूनिवर्सिटी के छात्र रवि प्रकाश, छत्रपाल, रजत गुप्ता, राहुल यादव, आयुष जायसवाल को भ्0-भ्0 हजार रुपये मिलने थे, लेकिन इनके खातों में भी अधिक रकम पहुंच गई। अब इनसे ख्क्भ्00 रुपये की रिकवरी की जाएगी। इसके साथ ही वीरेश कुमार, कोमल कुमारी, प्रशांत कुमार चौरसिया, कपिल कुमार गंगवार, सुरेश कुमार, आकाश गंगवार समेत ख्9 छात्रों को निर्धारित रकम से ख्क्000 हजार रुपए ज्यादा पहुंच गए। बदायूं, पीलीभीत व शाहजहांपुर के भी क्ख्90 छात्रों को अधिक रकम मिल गई है। उनसे भी संबंधित विभाग रिकवरी करेंगे।

तकनीकी कारणों के चलते शुल्क प्रतिपूर्ति की रकम शासन से छात्रों के खातों में अधिक चली गई है। बरेली में फ्यूचर व इनवर्टिस के छात्र हैं। संबंधित कालेजों से रिकवरी करने को पत्र भेजे गए है।

रेखा गुप्ता, जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी