-थर्सडे को बीसीबी और आईटीआई में घूस लेने के विरोध में छात्रों का हंगामा

-हर एकेडमिक काम के लिए कर्मचारियों और टीचर्स को सुविधा शुल्क देना पड़ रहा है

<-थर्सडे को बीसीबी और आईटीआई में घूस लेने के विरोध में छात्रों का हंगामा

-हर एकेडमिक काम के लिए कर्मचारियों और टीचर्स को सुविधा शुल्क देना पड़ रहा है

BAREILLY: BAREILLY: एजूकेशनल इंस्टीट्यूशंस में सुविधा शुल्क लेने की परंपरा ने स्टूडेंट्स के लिए हर कदम पर प्रॉब्लम खड़ी कर दी है। मार्कशीट लेने,प्रोजेक्ट वर्क सब्मिट करने, प्रैक्टिकल में अपीयर होने या एग्जाम देना हो हर एकेडमिक कामों के लिए उन्हें कर्मचारियों और टीचर्स को सुविधा शुल्क देना पड़ रहा है। जो सक्षम हैं वे देकर किनारे हो जा रहे हैं, लेकिन जो अक्षम हैं विरोध करते हैं और उनको तंग किया जा रहा है। थर्सडे को बीसीबी और आईटीआई के काष्ठ कला केंद्र पर ऐसा ही प्रकरण सामने आया। घूस लेने के विरोध में पीडि़त छात्रों ने हंगामा किया।

मार्कशीट के लिए मांगा घूस

बरेली कॉलेज में मार्कशीट लेने के स्टूडेंट्स ने कर्मचारियों द्वारा घूस मांगे जाने पर हंगामा कर दिया। कुछ स्टूडेंट्स लाइब्रेरी में वर्ष ख्0क्0-क्क् की मार्कशीट लेने गए। उनमें से एक स्टूडेंट ने आरोप लगाया कि मार्कशीट देने वाले कर्मचारी ने इसके बदले उससे क्00 रुपए मांगे। जब उसने रुपया देने से मना कर दिया तो कर्मचारी ने मार्कशीट देने से भी मना कर दिया। इस पर स्टूडेंट्स ने हंगामा कर दिया, तो कर्मचारी भाग खड़े हुए। पहले तो उन्होंने कर्मचारी की कंप्लेन कार्यालय अधीक्षक से की। उन्होंने प्रदर्शन भी किया। प्रिंसिपल से मिलना चाहा, लेकिन वे नहीं मिले।

अटेंडेंस शो करने की कीमत म्00 रुपए

विकास भवन के बगल में आईटीआई का काष्ठ कला केंद्र हैं। जहां पर कंडक्ट हो रहे फैशन डिजाइनिंग के कोर्स में करीब ब्0 से ज्यादा छात्राएं पढ़ती हैं। भ् स्टूडेंट्स ने आरोप लगाया है कि उन्हें अगस्त में होने वाले सेमेस्टर एग्जाम्स से बाहर कर दिया है। उनको पढ़ाने वाली टीचर ने अटेंडेंस पूरी करने के लिए हर स्टूडेंट से म्00 रुपए की मांग की है। स्टूडेंट्स का आरोप है कि टीचर खुद ही नहीं आते हैं और ना ही वे पढ़ाते हैं। प्रोजेक्ट वर्क के लिए भी हर स्टूडेंट से म्00-म्00 रुपए चार्ज किए और मार्केट से सामान बनवाकर शो कर दिया। उनकी क्लासेज फ्क् जुलाई तक कंडक्ट होनी हैं। थर्सडे को स्टूडेंट्स के पैरेंट्स भी टीचर से मिलने गए, लेकिन उन्होंने उनकी एक नहीं सुनी। इस पर स्टूडेंट्स ने विरोध कर हंगामा कर दिया।