चीफ प्रॉक्टर व रजिस्ट्रार बंधक

दिन में उस समय कैंपस में हड़कंप मच गया जब सछास के मेंबर्स ने रजिस्ट्रार केएन पांडेय और चीफ प्रॉक्टर डॉ। वीपी सिंह को बंधक बना लिया। रजिस्ट्रार का आरोप है कि विशाल यादव और हृदेश यादव समेत अन्य स्टूडेंट्स ने यह झूठी खबर बताई कि अनशन पर बैठे स्टूडेंट्स की तबीयत ज्यादा खराब हो गई है और वे किसी भी वक्त बेहोश हो सकते हैं। उन्होंने उनसे प्रशासनिक भवन पर चलकर मांगें मानने का आश्वासन देकर अनशन खत्म करने को कहा, ताकि स्टूडेंट्स को अस्पताल में भर्ती कराकर इलाज कराया जा सके। रजिस्ट्रार उनकी बात मानकर अपनी गाड़ी में चल दिए और रास्ते में चीफ प्रॉक्टर को भी फोन कर दिया। जैसे ही वे प्रशासनिक भवन पहुंचे स्टूडेंट्स ने बाहर से गेट बंदकर उन्हें बंधक बना लिया।

धक्का-मुक्की का आरोप

रजिस्ट्रार का आरोप है कि स्टूडेंट्स ने उनके और चीफ प्रॉक्टर से गाली-गलौज करते हुए अभद्रता की और धक्का-मुक्की करते हुए मांगें माने जाने का दबाव बनाया। इसके बाद प्रॉक्टर ने एसएसपी और रजिस्ट्रार ने डीएम को फोन कर पूरी घटना बताई। इसके बाद एडीएम सिटी समेत प्रशासनिक अमला और पुलिस फोर्स मौके पर पहुंची। तब कहीं जाकर मामला शांत हुआ। डेढ़ घंटे के बाद रजिस्ट्रार व चीफ प्रॉक्टर चंगुल से छूटे। स्टूडेंट्स के चंगुल से छूटने के बाद रजिस्ट्रार और चीफ प्रॉक्टर की तरफ से बारादरी थाना, एसएसपी, डीएम, राजभवन और वीसी को स्टेटस रिपोर्ट दी गई। रजिस्ट्रार ने वीसी को फैक्स के द्वारा इस्तीफा देने की चेतावनी दी तो वीसी को मजबूरन देर रात में स्टूडेंट्स से बात करने आना पड़ा।

स्टूडेंट्स में नाराजगी

स्टूडेंट्स में इस बात की भी नाराजगी रही कि वीसी ने थर्सडे से अनशन पर बैठे स्टूडेंट्स का हालचाल नहीं पूछा उनके स्वास्थ्य के बारे में क्वेरी नहीं और न ही उनसे अनशन तोडऩे के लिए कहा। राघवेंद्र ने बताया कि जब तक वीसी मांगों को लेकर फिक्स टाइम नहीं देते अनशन जारी रहेगा। बाद में कैंपस में प्रदर्शन तेज हो गया और देर रात तक अनशन पर 30 स्टूडेंट्स बैठ गए। जिसमें रविशंकर त्रिपाठी, सुकीर्त सिंह, शशि प्रकाश, अनुराग पांडेय, अनुराग त्रिपाठी, प्रमोद यादव, अंकुर, आशीष, श्रेय राज, प्रवीण, सुशील कुमार, अकाश पटेल, राकेश पाल, अजय प्रताप शामिल हैं।

वीसी से नहीं बनी बात

देर रात हंगामे के बीच वीसी प्रो। मुहम्मद मुजम्मिल, एडीएम सिटी, एसीएम, सीओ थर्ड की मौजूदगी में वीसी ने अनशन कर रहे स्टूडेंट्स से बात की। उन्होंने उनकी मांगों को माने जाने का आश्वासन तो दिया लेकिन स्टूडेंट्स को यह टाइम नहीं दे पाए कि उनकी मांगे कब तक पूरा कर लिया जाएगा। राघवेंद्र प्रताप ने बताया कि पहले भी आश्वासन मिल चुका है लेकिन कुछ हुआ नहीं। इस बार भी वीसी ने वही रवैया अपनाया जिससे बातचीत विफल हो गई।

आज से यूनिवर्सिटी बंद का ऐलान

वीसी से वार्ता विफल होने के बाद स्टूडेंट्स में आक्रोश फैल गया है। प्रदर्शन कर रहे स्टूडेंट्स ने मंडे से यूनिवर्सिटी बंद करने का ऐलान कर दिया है। उन्होंने बताया कि मंडे से कोई क्लासेस नहीं चलेंगी।