बीए थर्ड ईयर के हिंदी के एग्जाम में 80 परसेंट क्वेश्चन रहे ऑउट ऑफ सिलेबस

स्टूडेंट्स किया जमकर हंगामा और प्रिंसिपल ऑफिस का घेराव

BAREILLY: आरयू व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के चाहे लाख दावे कर ले, लेकिन जमीनी हकीकत इससे परे है। अपने दावों को अमली जामा पहनाने के बजाय आरयू केवल कागजी घोषणा करने में ही मस्त रहता है। मंडे को एक बार फिर आउट ऑफ कोर्स से क्वेश्चंस पूछे जाने से आरयू की पूरी एग्जाम व्यवस्था पर सवालिया निशान लग गया है। बीए के हिंदी एग्जाम में करीब 80 परसेंट क्वेश्चंस आउट ऑफ सिलेबस से पूछे गए, जिसे देख स्टूडेंट्स भड़क गए। उन्होंने हंगामा शुरू कर दिया। किसी तरह टीचर्स ने शांत कराकर एग्जाम के लिए बिठाया, लेकिन स्टूडेंट्स क्वेश्चन पेपर हल नहीं कर पाए और उन्होंने एग्जाम छोड़कर प्रिंसिपल ऑफिस का घेराव कर दिया।

बीए थर्ड ईयर का था एग्जाम

मंडे को सेकेंड पाली क्क् से ख् बजे में बीए थर्ड ईयर का हिंदी लिट्रेचर थर्ड का एग्जाम था। पहले यह एग्जाम ख्0 मई को कंडक्ट होना था, लेकिन इसे पोस्टपोन कर दिया गया था। सुबह जब एग्जाम शुरू हुआ तो आधे घंटे तक तो स्टूडेंट्स को कुछ समझ में ही नहीं आया। स्टूडेंट्स इस गफलत में पड़ गए कि कहीं उन्हें गलत क्वेश्चन पेपर तो नहीं दे दिया गया। तस्दीक करने पर उन्हें मालूम पड़ा कि क्वेश्चन पेपर तो सही है लेकिन क्वेश्चंस गलत पूछे गए हैं।

आधे घंटे बाद शुरू हुआ हंगामा

एग्जाम शुरू होने के आधे घंटे बाद जब स्टूडेंट्स को मालूम चला कि पेपर में अधिकांश क्वेश्चंस सिलेबस के बाहर से हैं तो उन्होंने क्लास रूम में ही हंगामा शुरू कर दिया। वे एग्जाम के बहिष्कार पर उतर आए। इसके बाद इनविजिलेटर्स और टीचर्स ने किसी तरह स्टूडेंट्स को शांत कराया और एग्जाम देने के लिए बिठाया। स्टूडेंट्स एग्जाम देने बैठे तो लेकिन वे किसी भी क्वेश्चंस को ठीक से हल नहीं कर पा रहे थे। इससे आजिज आकर स्टूडेंट्स एक घंटे के बाद ही एग्जाम छोड़कर चले गए। इसके बाद सछास के इमरान अंसारी, फैज मोहम्मद, रोहित यादव समेत कई स्टूडेंट्स ने प्रिंसिपल ऑफिस में प्रदर्शन शुरू कर दिया। प्रिंसिपल की गैरमौजूदगी में चीफ प्रॉक्टर डॉ। अजय शर्मा, डॉ। वीके महेंद्रू और वाइस प्रिंसिपल ने स्टूडेंट्स की कंप्लेन सुनी। स्टूडेंट्स ने बताया कि भ्0 मा‌र्क्स के एग्जाम में करीब ब्0 मा‌र्क्स के क्वेश्चंस ऐसे टॉपिक से पूछे गए जिनके बारे में उन्होंने सुना ही नहीं। कॉलेज के हिंदी विभाग ने भी कंफर्म किया कि मैक्सिमम क्वेश्चंस सिलेबस के नहीं हैं। इसके बाद बीसीबी ने आरयू एडमिनिस्ट्रेशन को फोन के द्वारा इंफॉर्मेशन दी।

कमेटी में रखा जा सकता है मुद्दा

स्टूडेंट्स एग्जाम में बोनस मा‌र्क्स देने की मांग कर रहे थे। स्टूडेंट्स की कंप्लेन पर कॉलेज की तरफ से आरयू को रिपोर्ट भेजी जाएगी। इस प्रकरण को एग्जामिनेशन कमेटी में रखकर जांच कराई जा सकती है। उसके बाद ही कोई डिसीजन लिया जाएगा।