-छात्रों का आरोप, औसत अंक देने की जगह सिर्फ कर दिया प्रोन्नत
बरेली : आरयू के सामने मंडे को बीएलएड लास्ट ईयर के स्टूडेंट्स ने विरोध प्रदर्शन किया। छात्रों का कहना था कि विश्वविद्यालय ने बिना रिजल्ट ही औसत अंक के आधार पर प्रोन्नत कर दिया। जबकि प्रशिक्षु सहायक अध्यापक भर्ती परीक्षा में अंकों की जरूरत पड़ती है। ऐसे में अंक न होने की वजह से भर्ती प्रक्रिया में शामिल नहीं हो पाएंगे। छात्रों के विरोध को देखते हुए कुलपति प्रो। केपी सिंह ने छात्रों से मुलाकात कर आश्वासन दिया।
बीएलएड के कोर्स हैं संचालित
आरयू ने सम्बद्ध कई संस्थानों में बीएलएड कोर्स संचालित है। कोविड-19 की इस बार बीएलएड तृतीय वर्ष 2017-2021 बैच के प्रशिक्षुओं की परीक्षाएं नहीं कराई गईं। दिवाकर, विकास, सत्यवीर सहित तमाम छात्रों का कहना था कि सभी के पहले और दूसरे वर्ष में 70 फीसद से ज्यादा अंक हैं। फिर भी तीसरे वर्ष के रिजल्ट में सिर्फ प्रोन्न कर दिया गया। जबकि उन्हें दोनों वर्ष के अंकों के औसत अंक दिए जाने चाहिए थे। इससे तीसरे वर्ष में कोई अंक न होने की वजह से कोई श्रेणी ही नहीं बनी। शिक्षक भर्ती में अंकों की जरूरत होती है।
गाइडलाइन के अनुसार अंक
छात्रों ने कुलपति को ज्ञापन देकर कहा कि बीएलएड अंतिम वर्ष के प्रशिक्षुओं को विश्वविद्यालय अनुदान आयोग की गाइडलाइन के अनुसार अंक दिए जाएं। जिन्होंने 2020 वर्ष में इन प्रशिक्षुओं में परीक्षा सुधार के फार्म भरा है, उनके लिए भी प्रक्रिया शुरू की जाए। कुलपति ने छात्रों को आश्वासन दिया है।
कैसे भरें छात्रवृत्ति फार्म
विश्वविद्यालय के एमएससी माइक्रोबायोलॉजी द्वितीय सेमेस्टर के नतीजे अब तक नहीं जारी किए गए। जिसकी वजह से छात्र-छात्राएं छात्रवृत्ति फार्म नहीं भर पाए हैं। अपनी समस्या लेकर छात्राएं सोमवार को परीक्षा नियंत्रक संजीव कुमार सिंह के पास मिलने पहुंचीं। उन्होंने आश्वासन दिया है कि 24 घंटे में रिजल्ट जारी हो जाएगा। छात्राओं ने छात्रवृत्ति फार्म भरने की तिथि बढ़ाने की भी मांग की है। उनका कहना है कि वेबसाइट बहुत धीमी है, जिसकी वजह से दिक्कत आ रही है।