-स्कूलों में कोविड गाइड लाइन को लेकर सबने मूंदी आंखें
-छुट्टी के बाद स्कूलों के बाहर जुट रही है भीड़, पेरेंट्स से लेकर स्कूल प्रबंधन भी बेफिक्र
बरेली। कोरोना की तीसरी लहर की आशंका के बीच स्कूल ओपन तो हो गए हैं पर यहां कोविड गाइड लाइन का कितना अनुपालन हो रहा है, इसकी मॉनीटरिंग करने वाला कोई नहीं। क्लास में मानक के अनुसार बच्चों की प्रजेंस है कि नहीं, उनके बीच दो गज की दूरी मास्क जरूरी को फॉलो करया भी जा रहा है कि नहीं, बच्चे आपस में वाटर बॉटल और लंच बॉक्स शेयर तो नहीं कर रहे हैं, स्कूल टाइम ओवर होने के बाद बच्चों को कैसे छोड़ा जा रहा है, इसको भी देखने वाला कोई नहीं। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की टीम ने मंडे को छुट्टी के वक्त कुछ स्कूलों का जायजा लिया तो, यहां जो स्थिति देखने को मिली वह चिंता बढ़ाने वाली नजर आई।
पीलीभीत बाईपास
पीलीभीत बाईपास रोड स्थित स्कूल में दोपहर 12 बजे छुट्टी होते ही बच्चों का हुजूम बाहर निकला। सैकड़ों की संख्या में एक साथ बाहर निकले बच्चों के बीच मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग भी बेईमानी नजर आई। बच्चों की सुरक्षा को लेकर न तो स्कूल प्रबंधन फिक्रमंद दिखाई दिया और न ही बच्चों को लेने पहुंचे उनके पेरेंट्स। इस तरह की लापरवाही बच्चों की सुरक्षा पर भारी भी पड़ सकती है।
सिविल लाइंस
सिविल लाइंस स्थित एक निजी स्कूल के बाहर भी छुट्टी के बाद बड़ी संख्या में स्टूडेंट्स एकजुट नजर आए। यहां भी बच्चों के बीच सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क को फॉलो कराने को लेकर स्कूल प्रबंधन की लापरवाही दिखाई दी। अपनी सुरक्षा को लेकर बड़े स्टूडेंट्स भी केयरलेस दिखाई दिए। शुरू में बच्चों की सुरक्षा को लेकर स्कूल खुलने से आशंकित पेरेंट्स भी इस तरह की लापरवाही को इग्नोर कर रहे हैं।
वाहनों में भी सुरक्षा की अनदेखी
स्कूल खुलने पर अब हालात तेजी से बदलते नजर आ रहे हैं। पहले कोरोना की टेंशन के चलते छोटे बच्चों को स्कूल भेजने से बचने वाले पेरेंट्स भी अब उन्हें बेफिक्र होकर स्कूल भेज रहे हैं। शुरू में तो अधिकांश पेरेंट्स अपने छोटे बच्चों को खुद स्कूल पहुंचा रहे थे और छुट्टी के बाद भी उन्हें अपने साथ ही ले जा रहे थे, पर अब वह इसके लिए रिक्शा, ई-रिक्शा, ऑटो और स्कूल वाहनों का सहारा लेने लगे हैं। इन वाहनों में बच्चे कैसे आ-जा रहे हैं, इसकी भी उन्हें अब ज्यादा फिक्र नहीं है। यही वजह है कि अब बच्चे इन वाहनों में पहले की तरह ही मस्ती करते हुए आ-जा रहे हैं। मंडे को सिविल लाइन स्थित एक बड़े स्कूल से छुट्टी के बाद रिक्शे में जा रहे सभी बच्चे बिना मास्क के नजर आए। स्कूल के भीतर भले ही यह बच्चे मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग को फॉलो कर रहे हों, पर बाहर निकलते ही वह इन पाबंदियों से निजात पा लेते हैं।