बरेली( ब्यूरो)। सीएबीएसई का बदला एग्जाम पैटर्न स्टूडेंट्स को खूब भा रहा है। एमसीक्यू मल्टीपल चॉइस क्वेश्चेंस बेस्ड टर्म-वन मेजर एग्जाम का पहला पेपर मंडे को हुआ। एग्जाम सेंटर्स से पेपर पूरा कर बाहर निकले स्टूडेंट्स ने इस पैटर्न को पहले की अपेक्षा ईजी बताया। इस बदले एग्जाम पैटर्न के लिए कोर्स को टू पाट्र्स में डिवाइड किया गया है। स्टूडेंट्स ने बोर्ड के इस फैसले को भी अपने फेवर में बताया। स्टूडेंट्स ने बताया कि एमसीक्यू बेस्ड उनका सोशल साइंस का पेपर बहुत अच्छा गया। ओएमआर शीट फिलअप करने के बारे में उन्हें पहले ही बताया गया था और प्री बोर्ड एग्जाम भी इसी पैटर्न पर हुए थे। इससे उन्हेें कोई प्रॉब्लम नहीं हुई। मसीक्यू टर्म एग्जाम को स्टूडेंट्स ने बताया पहले से बेहतर, एमसीक्यू मल्टीपल चॉइस क्वेश्चेंस बेस्ड टर्म-वन मेजर एग्जाम का पहला पेपर मंडे को हुआ। बेस्ड
बिशप कोनराड स्कूल में लेट हुआ पेपर
टर्म-वन एग्जाम के पहले दिन हाईस्कूल का ही पेपर हुआ। बोर्ड की ओर से जारी डायरेक्शन के अनुसार पेपर सुबह 11.30 बजे से दोपहर 1.00 बजे तक होना था। शहर के अधिकांश सेंटर्स पर तो पेपर निर्धारित समय पर शुरू हो गया, पर कैंट स्थित बिशन कोनराड स्कूल में किसी टेक्निकल प्रॉब्लम की वजह से पेपर लेट हो गया। यहां दोपहर दो बजे बाद ही पेपर छूट सका। सेंटर पर स्टूडेंट्स को पेपर के लिए पूरा समय दिया गया।
वर्जन
एग्जाम का बदला पैटर्न बहुत अच्छा है। अब एग्जाम को लेकर पहले जैसा टेंशन भी नहीं है। मेरा पेपर बहुत अच्छा हुआ।
महक
एग्जाम के इस पैटर्न के लिए हमारा कोर्स भी दो पाट्र्स में डिवाइड हो गया है। इससे एग्जाम पहले की अपेक्षा ईजी हो गया है।
मुस्कान
अब तो बोर्ड एग्जाम भी अदर क्लासेस के एग्जाम की तरह ही ईजी हो गया है। यह एग्जाम पैटर्न आगे कंप्टीशन एग्जाम में भी हेल्पफुल होगा।
कृतिका
टर्म-वन एग्जाम से सभी स्टूडेंट्स खुश हैं। इस पैटर्न से अब अच्छे माक्र्स पाना सभी के लिए आसान हो जाएगा। पस्र्ट टर्म में अगर किसी सब्जेक्ट में माक्र्स कम रह गए तो सेकेंड टर्म में रिकवर भी किए जा सकते हैं।