बीसीबी में वाहनों की इंट्री को लेकर प्रिंसिपल ने की चेकिंग
एक स्टूडेंट को कैंपस में आने से रोका तो छात्र नेताओं ने किया प्रिंसिपल का घेराव
BAREILLY: बीसीबी कैंपस में काफी समय से वाहनों की इंट्री और आईकार्ड की चेकिंग को लेकर बखेड़ा खड़ा हो चुका है। कॉलेज बार-बार चेतावनी देता है लेकिन कुछ उदंडी छात्र मानने को तैयार नहीं होते। वेडनसडे को प्रिंसिपल की सख्ती के कारण छात्रनेता उन पर हावी हो गए। उन्होंने एक छात्रनेता को टोका, मामला ज्यादा बढ़ा तो उन्होंने उसे पुलिस के हवाले कर दिया। फिर क्या था बखेड़ा खड़ा हो गया। कई छात्रनेता उसके समर्थन में आ गए और उन्होंने प्रिंसिपल का घेराव कर दिया। हालांकि बाद में पुलिस ने उस छात्र नेता को छोड़ दिया था। वहीं दिन भर कॉलेज के बैरियर पर चेकिंग होती रही। छात्रनेताओं को वाहन लेकर कैंपस में आने से रोक गया। कई बार बहस हुई लेकिन वे नहीं माने और बेधड़क कैंपस में वाहन लेकर घूमते रहे।
प्रिंसिपल सुबह ही हो गए तैनात
आई कार्ड की चेकिंग और वाहनों पर लगाम लगाने के लिए प्रिंसिपल डॉ। सोमेश यादव सुबह 9 बजे से ही पश्चिमी बैरियर पर तैनात हो गए और स्टूडेंट्स के आईकार्ड चेक करने के बाद ही कैंपस में इंट्री करने दी। उनके साथ चीफ प्रॉक्टर डॉ। अजय शर्मा के साथ प्रॉक्टोरियल बोर्ड के अन्य सदस्य थी थे। प्रिंसिपल आई कार्ड चेक कर ही रहे थे कि इतने में बीबीए का स्टूडेंट अनिकेत सक्सेना अपनी बाइक से वहां पर आया। उन्होंने उससे भी आईकार्ड मांगा और वाहन को बैरियर के बाहर पार्क करने को कहा। इस पर वह प्रिंसिपल से उलझ गया। काफी देर तक बहस चलती रही, लेकिन वह नहीं माना। इस पर उनके कहने पर प्रॉक्टोरियल बोर्ड ने पुलिस बुलाकर अनिकेत को उनके हवाले कर दिया।
प्रिंसिपल की सख्ती का विरोध
पुलिस को अनिकेत उठा कर ले गए तो इसकी सूचना कैंपस में आंधी की तरह फैल गई। सछास का हृदेश यादव इसके विरोध में उतर आया और उसने प्रिंसिपल की इस कार्रवाई की भर्त्सना की। इतने में और छात्र नेता भी हृदेश के साथ अनिकेत के समर्थन में आ गए और उन्होंने प्रिंसिपल का घेराव कर दिया। नियमों को लेकर प्रिंसिपल और हृदेश की काफी देर तक गर्मा-गर्म बहस चलती रही। लेकिन छात्रनेताओं ने प्रिंसिपल की सख्ती को मानने से इंकार कर दिया। घेराव और हंगामे के बाद पुलिस ने भी अनिकेत को छोड़ दिया।
नहीं माने छात्र नेता
कॉलेज की सख्ती केवल कैंपस के आम छात्रों पर ही चली। छात्र नेता दिन भर नियमों की धज्जियां उड़ाते रहे। कैंपस में बिना आई कार्ड और एक बाइक पर तीन-तीन सवार होकर भी छात्र नेता घूमते रहे। उन्हें बैरियर पर रोकने की कोशिश की गई, लेकिन उन्होंने किसी की नहीं सुनी।