कर रहे थे बवाल

एबीवीपी के सुमित गुर्जर, जवाहर लाल, रवि गोला, दुष्यंत सिंह समेत दो दर्जन से भी ज्यादा मेंबर्स ने स्टूडेंट्स की विभिन्न समस्याओं को लेकर प्रदर्शन किया। प्रिंसिपल का ऑफिस बंद होने पर उन्होंने उनके ऑफिस का घेराव कर दिया। वे अतिरिक्त सीटों को बढ़ाने, कैंपस में कैंटीन की व्यवस्था करने, बिजली, पानी, शौचालय की समुचित व्यवस्था करने, कैंपस में व्हीकल्स के प्रवेश पर पाबंदी लगाने की मांग कर रहे थे।

बुलानी पड़ी पुलिस

प्रदर्शनकारियों को काबू करने के लिए कॉलेज एडमिनिस्ट्रेशन ने पुलिस को इंफॉर्म किया। मौके पर चीफ प्रॉक्टर डॉ। अजय शर्मा समेत प्रॉक्टोरियल बोर्ड की टीम, पुलिस और प्रिंसिपल डॉ। आरपी सिंह भी उनके प्रदर्शन को शांत कराने पहुंचे। इस बीच एडमिनिस्ट्रेशन और प्रदर्शनकारी स्टूडेंट्स के बीच तीखी नोंक-झोंक भी हुई। काफी देर तक चले हंगामे के बाद एबीवीपी ने प्रिंसिपल को अपना ज्ञापन सौंपा और प्रदर्शन को समाप्त किया।

सछास ने भी किया प्रदर्शन

एबीवीपी के प्रदर्शन के समय समाजवादी छात्र सभा के मेंबर्स भी वहां पहुंच गए और वे एबीवीपी द्वारा किए गए तोडफ़ोड़ का विरोध कर प्रदर्शन करने लगे। दोनों ही संगठन आमने-सामने थे, जिससे स्थिति तनावपूर्ण हो गई और पुलिस को मोर्चा संभालना पड़ा। ह्देश यादव, विशाल यादव, शिव प्रताप सिंह, वैभव गंगवार, प्रदीप समेत सभी मेंबर्स वहां पर हंगामा करने लगे। एबीवीपी के मेंबर्स के जाने के बाद उन्होंने भी प्रिंसिपल का घेराव किया और एबीवीपी के मेंबर्स के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की मांग की। प्रिंसिपल ने कार्रवाई का आश्वासन तो दिया लेकिन तत्काल तहरीर दर्ज कराने से इंकार कर दिया। इसके विरोध में सछास ने पूरे कैंपस में प्रदर्शन किया।

परेशान हुए students

सारा ड्रामा स्टूडेंट्स की प्रॉब्लम्स को लेकर था। लेकिन काफी देर तक चले इस हंगामे से सबसे ज्यादा स्टूडेंट्स को ही परेशानी झेलनी पड़ी। इंप्रूवमेंट एग्जाम मंडे से होने हैं। जिस वजह से सैटरडे से कॉलेज बंद रहेगा। इसके चलते काफी संख्या में स्टूडेंट्स फॉर्म व फीस जमा करने, डॉक्यूमेंट्स लेने समेत अन्य एकेडमिक प्रॉब्लम्स को लेकर काउंटर्स पर जमा थे। उग्र हंगामा देख अधिकांश स्टूडेंट्स तो भाग खड़े हुए और कई ऑफिस काउंटर्स खुलने के इंतजार में काफी देर तक खड़े होकर वेट करते रहे।

जबरन बंद कराया ऑफिस

काफी देर तक प्रदर्शन करने पर जब प्रिंसिपल समेत एडमिनिस्ट्रेशन का कोई भी अधिकारी उनका ज्ञापन लेने नहीं आए तो एबीवीपी के मेंबर्स उग्र हो गए। उन्होंने ऑफिस से सभी काउंटर्स बंद करवा दिए। चैनल गेट जबरन बंद कर दिया और ऑफिस में तोडफ़ोड़ शुरू कर दी। उन्होंने फर्नीचर तोड़ दिए और प्रिंसिपल के दरवाजे को भी नुकसान पहुंचाया।