2006 से नहीं हुए इलेक्शन
स्टेट में स्टूडेंट्स यूनियन को भंग किए जाने के बाद से वर्ष 2006 से अभी तक इलेक्शन कंडक्ट नहीं गया है। 6 वर्ष के अंतराल के बाद आज जब यूनियन दोबारा बहाल हुई तो उसने अपनी चाल-ढाल सबकुछ बदल दिया है। कहते हैं जैसा देश वैसा भेष। 6 वर्ष पहले तक युवाओं में इंटरनेट की पहुंच उतनी नहीं थी। ऑर्कुट समेत बहुत ही लिमिटेड नेटवर्किंग साइट्स थीं। इंटरनेट युक्त मोबाइल फोन इस्तेमाल करने वाले यूथ की संख्या न के बराबर थी। ऐसे में स्टूडेंट्स लीडर्स के पास बैनर, पोस्टर और होर्डिंग्स ही कंपेनिंग के प्रमुख हथियार थे।
दुनिया है मुट्ठी में
6 वर्ष के बाद की फिजा एकदम बदल चुकी है। आज करीब हर युवाओं के हाथ में इंटरनेट युक्त मोबाइल है। महज एक क्लिक पर पूरा संसार उसके मुट्ठी में होता है। इंटरनेट के लिए वह साइबर कैफे का मोहताज नहीं है। एक से ज्यादा नेटवर्किंग साइट्स यूज करता है। इंटरनेट के माध्यम से बल्क एसएमएस में मैसेज सेंड करते हैं।
इंटरनेट पर कंपेनिंग जोरों पर
यूथ के इसी टेस्ट को भांपते हुए स्टूडेंट्स कैंपस के अलावा इंटरनेट पर भी एक्टिव हो गए हैं। फेसबुक, गूगल प्लस, ट्विटर समेत अन्य सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर अपनी पार्टी की कंपेनिंग कर रहे हैं। स्लोगंस, फोटो के जरिए स्टूडेंट्स को अभी से रिझाने में लगे हैं। अब बैनर पोस्टर उनके होम पेज पर अपलोडेड हैं। कैंपस में कोई भी गतिविधि होती है उसकी भी फोटो वे नेटवर्किंग साइट्स पर अपलोड कर रहे हैं। यही नहीं इंटरनेट की बल्क एसएमएस की सुविधा ज्यादा से ज्यादा स्टूडेंट्स को एसएमएस कर अपनी बात पहुंचाने की भरसक कोशिश कर रहे हैं। यह तरीका इसलिए भी कारगर साबित हो रहा है क्योंकि एकेडमिक सेशन अभी स्टार्ट नहीं हुआ है और कैंपस में क्लासेज कंडक्ट नहीं की जा रही हैं। ऐसे में वे इंटरनेट के माध्यम से ही स्टूडेंट्स से संपर्क साध रहे हैं।
कैंपस में स्टूडेंट्स की प्रॉब्लम्स को उठाने के साथ सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर भी हमारी कंपेनिंग जारी है। साइट्स पर स्टूडेंट्स अपने पार्टी का प्रचार करने के साथ-साथ स्टूडेंट्स को कैंपस की इंर्फोमेशन भी देते हैं। इससे स्टूडेंट्स का इंट्रेस्ट बना रहता है।
- सुमित गुर्जर, स्टूडेंट लीडर
कैंपस में कंपेनिंग करने के साथ इंटरनेट के सभी माध्यमों से भी कंपेनिंग पर नजर है। इंटरनेट के लिए पूरी एक अलग योजना तैयार है। कंपेनिंग के लिए हम अलग से पेज क्रिएट करने वाले हैं, जिसके माध्यम से ज्यादा से ज्यादा इंटरनेट यूजर्स स्टूडेंट्स तक अपनी बात पहुंचाएंगे।
- रजत मिश्रा, स्टूडेंट लीडर
सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर हमारी कंपेनिंग जोरों पर है। जो बैनर पोस्टर होर्डिंग्स कैंपस में दिखने चाहिए वे हमने साइट्स के होम पेज पर अपलोड कर रखा है। रोजाना स्टेटस को अपडेट भी करते हैं। स्टूडेंट्स का रिस्पोंस भी मिलता है।
- विशाल, स्टूडेंट लीडर