-आरोपी के खिलाफ तहरीर दी

-नेतागिरी के बीच निपटा मामला

बरेली : बरेली कॉलेज में अराजकता रुक नहीं रही। फ्राइडे को बीबीए की परीक्षा के दौरान तलाशी लेने पर छात्र ने शिक्षक से अभद्रता की। बात इतनी बढ़ गई कि पुलिस बुलानी पड़ी और आरोपी के खिलाफ तहरीर दे दी गई। हालांकि आरोपी पर कार्रवाई इस बार भी नहीं हो सकी और नेतागिरी के बीच मामला निपटा दिया गया।

सुबह को परीक्षा से पहले केंद्र अधीक्षक डॉ। राजीव मेहरोत्रा तलाशी ले रहे थे इसी दौरान बीबीए तृतीय सेमेस्टर के छात्र शिवम शुक्ला ने अभद्रता शुरू कर दी। विवाद बढ़ता गया और मौके पर पहुंची पुलिस ने आरोपी को हिरासत में ले लिया। केंद्र अधीक्षक की ओर से तहरीर भी दे दी गई। चूंकि उस वक्त परीक्षा होनी थी इसलिए छात्र को परीक्षा कक्ष जाने दिया गया। वापस आने पर उसे फिर हिरासत में ले लिया गया।

पुलिस जीप से छात्र को उतारा

परीक्षा के बाद चीफ प्रॉक्टर अजय शर्मा आरोपी छात्र शिवम को अपने कार्यालय लेकर पहुंचे। इसके बाद उसे पुलिस को सौंप दिया गया। सूचना मिलते ही सछास के रोहित यादव व अन्य छात्र नेता मौके पहुंचे और शिवम को पुलिस जीप से उतार लिया। छात्रनेता अड़ गए कि छात्र को थाने नहीं जाने दिया जाएगा। बाद में मामला प्राचार्य के पास पहुंचा। बातचीत के बाद आरोपी छात्र से माफीनामा लेकर तहरीर वापस ले ली गई।

नकलचियों को क्यों नहीं पकड़ता कॉलेज प्रशासन

तलाशी के दौरान छात्र के पास नकल सामग्री बरामद नहीं हुई। उसको केवल इस बात को लेकर रोष था कि कॉलेज प्रशासन नकलचियों को छोड़ अन्य छात्रों को परेशान करता है। विधि में खुलेआम नकल होती है। शिक्षकों के सामने नकल सामग्री बरामद होती है, लेकिन उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होती। विधि की परीक्षाओं में कई छात्रनेता ऐसे हैं जो नकल करते हैं, लेकिन कॉलेज प्रशासन आंख बंद कर वहां से निकल जाता है।

लॉ की परीक्षा में फिर पकड़ा नकलची

एलएलबी परीक्षा में नकल नहीं रुक पा रही है। शुक्रवार को भी एलएलबी की परीक्षा में कमरा नंबर 31 से एक छात्र नकल सामग्री के साथ पकड़ा गया। यह तीसरा मौका है जब प्राचार्य ने खुद तलाशी ली और नकल सामग्री बरामद की। वहीं सूत्रों की माने तो कमरा नंबर 17, 23, 28 में भी कुछ छात्रों ने नकल की, लेकिन शिक्षक उनकी तलाशी लेने से बचते रहे।

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गेट पर तलाशी के दौरान छात्र ने शिक्षकों के साथ अभद्रता की थी। हालांकि उसके खिलाफ तहरीर दी गई, लेकिन छात्र को अपनी गलती का अहसास हुआ। उसका माफीनामा लेकर उसको छोड़ दिया गया।

-डॉ। सोमेश यादव, प्राचार्य बरेली कॉलेज