- ऑनलाइन गेम के जरिए बने श्रावस्ती के दोस्त के संपर्क में था वरदान उर्फ वंश
बरेली : ऑनलाइन गेम का चस्का मर्चेंट नेवी कर्मी के 15 वर्षीय बेटे को ऐसा लगा कि वह घर से निकलकर अकेले ही श्रावस्ती तक पहुंच गया था। घर से निकलने के बाद वह पूरे सफर में वह श्रावस्ती के दोस्त के संपर्क में रहा। घर से निकलकर ऑटो कर सैटेलाइट पहुंचा। यहां से लखनऊ के लिए बस पकड़ी। फिर फतेहगंज पूर्वी में ढाबे पर खाना खाया। लखनऊ पहुंचने पर दोस्त के बताए मुताबिक उसने गोंडा के लिए बस पकड़ी। गोंडा होता हुआ वह श्रावस्ती पहुंचा। जहां से उसे सकुशल बरामद कर लिया गया। मंगलवार को वापस पहुंचे वरदान ने खुद यह कहानी बताई। कहा कि उसका अपहरण नहीं हुआ था। वह दोस्त से मिलने उसके घर अपने मन से गया था। बारादरी पुलिस ने वरदान को उसके स्वजन के सुपुर्द कर दिया। बता दें कि रविवार को आरसी एनक्लेव के रहने वाले मर्चेट नेवी में मोटरमैन अंचल प्रकाश का बेटा वरदान अचानक से चला गया। स्वजन ने अपहरण की आशंका जताई। बारादरी पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर ली। जांच पड़ताल शुरू हुई तो पता चला कि वरदान आनलाइन गेम फ्री फायर का शौकीन है। गेम के जरिए ही वह कई अन्य लोगों के संपर्क में है। उसकी लोकेशन फतेहगंज पूर्वी मिली। पुलिस मोबाइल नंबर से लगातार वरदान की लोकेशन ट्रेस करती रही जिसके बाद श्रावस्ती के मल्हीपुर क्षेत्र के गांव ललक निवासी बन्ने अली के घर पर मिला था। इंस्पेक्टर बारादरी नीरज मलिक ने बताया कि वरदान ने खुद से जाने की बात कही है। उसे स्वजन के सुपुर्द कर दिया गया है।