शुरू हो गया forms की screening का काम
स्ट्राइक खत्म होते ही कर्मचारियों ने सभी ऑफिसेज के लॉक खोलकर अपना-अपना काम शुरू कर दिया। मेन काम फॉर्म की स्क्रीनिंग का है। ऑफिसेज में फॉर्म के बंडल्स के ढेर लगे हुए हैं। स्ट्राइक खत्म होते ही कर्मचारियों ने सबजेक्ट के हिसाब से फॉर्म की छंटाई शुरू कर दी। स्ट्राइक के दौरान सभी बंडल्स ऑफिसेज में बेतरतीब ढ़ंग से फेंके हुए थे। स्क्रीनिंग से पहले उनको मैनेज किया जा रहा है। यही नहीं इंप्रूवमेंट एग्जाम्स के कई कॉलेजेज के स्टूडेंट्स की मार्कशीट भी डिलिवर नहीं हो पाई। ये मार्कशीट एडमिनिस्ट्रेटिव बिल्डिंग में ही लॉक कर दी गईं। इनको शॉर्टलिस्ट कर कॉलेजेज को भेजने की तैयारी भी शुरू हो गई। जिससे एडमिशन के आस में बैठे स्टूडेंट्स का नेक्स्ट ईयर और सेशन में एडमिशन हो सके।
ढाई घंटे extra काम करेंगे कर्मचारी
एकेडमिक वर्क बहुत है और टाइम काफी कम। फरवरी में प्रैक्टिकल्स स्टार्ट हो जाते थे। लेकिन फॉर्म की स्क्रीनिंग न होने से न तो रोल नम्बर अलॉट हो सके और न ही एडमिट कार्ड डिलिवर हो सके। मेन एग्जाम्स में आरयू से एफिलिएटेड 220 कॉलेजेज के लाखों रेगुलर और प्राइवेट स्टूडेंट्स अपीयर होते हैं। एकेडमिक कैलेंडर ज्यादा इफेक्ट न हो इसके लिए लाखों की संख्या में फॉम्र्स की स्क्रीनिंग के लिए कर्मचारी अपने ऑफिस में एक्स्ट्रा टाइम स्पेंड करेंगे। मिनिस्ट्रियल स्टाफ एसोसिएशन के जनरल सेक्रेट्री अनिल गुप्ता ने बताया कि एक्स्ट्रा टाइम नहीं दिया तो फॉर्म की स्क्रिनिंग में एक महीने से भी ज्यादा का समय लग जाएगा। ऐसे में सभी कर्मचारियों को रोजाना ढाई घंटे ज्यादा काम करना होगा।
VC भी late evening तक बैठेंगे office में
स्ट्राइक लंबी खिंचने की वजह से वीसी प्रो। मुहम्मद मुजम्मिल ने माना कि जो टाइम एग्जाम्स की तैयारियों में स्पेंड होता था वह पूरी तरह से बर्बाद हो गया। उन्होंने इसे कवर करने की भी जरूरत महसूस की। उन्होंने बताया कि कर्मचारियों को रोजाना अपने फिक्स्ड ड्यूटी ऑवर्स से ज्यादा टाइम ऑफिस को देना होगा। उन्होंने कहा कि वे भी ऑफिस में लेट ईवनिंग तक बैठेंगे। जिससे कर्मचारी लेट ऑवर्स तक काम करने के लिए मोटिवेट हो सकें। उन्होंने कहा कि सही टाइम पर एग्जाम कंडक्ट कराना और रिजल्ट डिक्लेयर कराना हमारी प्रॉयोरिटी है।
Practical subjects के form की screening पहले
मेन एग्जाम्स से पहले प्रैक्टिकल्स कंडक्ट कराए जाते हैं। लेकिन एडमिट कार्ड और रोल नम्बर अलॉट न होने की वजह से इसका शेड्यूल ही तैयार नहीं कराया जा सका। ऐसे में आरयू एडमिनिस्ट्रेशन की प्रॉयोरिटी है कि प्रैक्टिकल्स वाले सबजेक्ट्स के फॉम्र्स की स्क्रिनिंग को जितना जल्दी हो सके उतना जल्दी निपटाया जाए। जिससे उन स्टूडेंट्स के रोल नम्बर और एडमिट कार्ड डिलिवर कर प्रैक्टिकल्स कंडक्ट कराए जा सकें।
VC के साथ दोबारा हुई meeting
स्ट्राइक खत्म करने को लेकर मंडे को वीसी और कर्मचारी एसोसिएशन के पदाधिकारियों व मेंबर्स के बीच मीटिंग हुई। जिन मुद्दों पर समझौते हुए उसकी रिटन कॉपी ट्यूजडे को कर्मचारियों को सौंपी गई। मीटिंग में हुई सहमति और रिटन कॉपी में कुछ फेरबदल का आरोप लगाते हुए कर्मचारियों ने ट्यूजडे को दोबारा वीसी के साथ मीटिंग की और कार्यवृत्त को फानइल किया गया।
आम सभा में खत्म हुई strike
वीसी के द्वारा रजिस्ट्रार और एफओ के सिग्नेचर वाला रिटन समझौता मिलने के बाद कर्मचारियों के एसोसिएशन ने आम सभा की। जिसमें सभी हड़ताली कर्मचारी मौजूद रहे। आम सभा में मीटिंग में हुए समझौते को बताया गया और सबकी सहमति के बाद ही कर्मचारियों ने स्ट्राइक खत्म करने का एलान कर दिया।