-प्रियांगी मर्डर केस में पिता राजेश और विश्व हिंदू परिषद के साथ एसएसपी से गई थीं मिलने
-शाम को कैंडिल मार्च के बाद कलेक्ट्रेट पर किया प्रदर्शन
-एसएसपी के बर्खास्तगी की उठायी मांग
-केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ से भी की पूरे मामले की शिकायत
केस 1- विश्व हिंदू परिषद की मौजूदगी में पहुंची साध्वी प्राची ने एसएसपी पर अभद्र व्यवहार का आरोप लगाया है। उन्होंने बताया कि एसएसपी के निर्देश पर पुलिस स्टाफ ने प्रियांगी के चाचा राकेश का कॉलर पकड़कर बाहर कर दिया।
केस 2- प्रेमनगर स्थित गुलाब राय इंटर कालेज में हुई तोड़फोड़ के मामले में बीजेपी के एमएलसी के नेतृत्व में सभी टीचर एसएसपी से शिकायत करने पहुंचे थे। यहां पर भी एसएसपी और टीचरों में नोकझोंक हुई थी, जिसके बाद एसएसपी ने सभी टीचरों को बाहर का रास्ता दिखा दिया था।
केस 3- विसारतगंज मामले में एक पीडि़त महिला को साथ में लेकर एनजीओ साकार की लेडी मेंबर्स शिकायत लेकर एसएसपी के पास गई थीं। एसएसपी ने उन्हें बिचौलिया बताकर बाहर का रास्ता दिखा दिया था
BAREILLY: अक्सर चर्चाओं में रहने वाले एसएसपी धर्मवीर सिंह यादव एक बार फिर विवादों के घेरे में आ गए हैं। इस बार एसएसपी पर बीजेपी लीडर साध्वी प्राची ने अभद्र व्यवहार करने का आरोप लगा है। आरोप यह भी है कि साध्वी को एसएसपी ने बाहर करा दिया। इतना ही नहीं एसएसपी के निर्देश पर आफिस में मौजूद दारोगा ने प्रियांगी के चाचा राकेश की कॉलर पकड़ लिया और उन्हें धक्का मारकर आफिस से बाहर निकाल दिया। साध्वी प्राची चर्चित प्रियांगी मर्डर केस में पिता राजेश गंगवार और विश्व हिंदू परिषद के लोगों के साथ मिलने पहुंची थीं। दुर्व्यवहार से खार खायीं साध्वी सीधे डीआईजी आर के एस राठौर के पास पहुंची और एसएसपी की शिकायत किया। शाम को एसएसपी के खिलाफ दामोदर पार्क से कलेक्ट्रेट तक कैंडिल मार्च निकाला और उनके बर्खास्तगी की मांग की। साध्वी ने एसएसपी के व्यवहार को पशुता करार देते हुए मामले की शिकायत राजनाथ से भी की है।
पहले प्रियांगी के घर पहुंची साध्वी
प्रेमनगर के शास्त्री नगर के प्रियांगी मर्डर का केस शांत होता दिख रहा था। पिता राजेश गंगवार का पुलिस ने अनशन भी खत्म करा दिया था लेकिन साध्वी प्राची के आने के बाद एक बार फिर से विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया है। साध्वी प्राची मुजफ्फरनगर दंगे के दौरान भी काफी चर्चा में रही थीं। दो दिन पहले रुड़की की में उनकी सभा से पहले ही स्कूल के बाहर ब्लास्ट हुआ था। रुड़की से ही साध्वी प्राची बरेली में प्रियांगी के घर पिता राजेश गंगवार से मिलने पहुंची थीं। इस मामले में विश्व हिंदू परिषद के जिलाध्यक्ष सुनील मिश्रा ने मंडे रात ही एसएसपी से मिलने का टाइम लिया था। साध्वी प्राची, सुनील मिश्रा, बीजेपी के पूर्व जिलाध्यक्ष पूरनलाल लोधी, प्रियांगी के पिता राजेश गंगवार, प्रियांगी की सहेली व अन्य लोग मंडे सुबह करीब सवा क्क् बजे एसएसपी से मिलने पहुंचे थे।
एसएसपी की गैर मौजूदगी में स्टाफ ने बैठाया अंदर
जब सुबह सभी एसएसपी आफिस पहुंचे तो यहां एसएसपी पहले से मौजूद नहीं थे। वहां मौजूद एसआई को सभी ने अपना परिचय दिया। दरोगा ने सभी को एसएसपी के आफिस में अंदर बैठा दिया। कुछ देर बाद एसएसपी धर्मवीर सिंह यादव पहुंच गए। साध्वी प्राची का आरोप है कि जैसे ही एसएसपी को प्रियांगी मर्डर में बताना स्टार्ट किया तो एसएसपी को गुस्सा आ गया। उन्होंने अभद्र भाषा का प्रयोग करना शुरू कर दिया और सभी को बाहर निकाल दिया। यही नहीं प्रियांगी के चाचा को वहां मौजूद एसआई ने कॉलर पकड़ा और धक्का देकर निकाल दिया।
डीएम के न होने पर मिलीं डीआईजी से
यहां से सभी कलेक्ट्रेट में डीएम से शिकायत करने के लिए पहुंचे लेकिन डीएम किसी और कार्यक्रम में शामिल होने के चलते नहीं मिल सके। जिसके बाद सभी डीआईजी आफिस में पहुंचे। यहां डीआईजी को अपने साथ हुई अभद्रता की सारी कहानी बतायी। डीआईजी ने सभी की बात सुनी और आश्वासन दिया कि हो सकता है कि कोई मिस अंडरस्टैंडिंग हो गई होगी। वह मामले के बारे में पता कर लेंगे। यहां पर प्रियांगी के पिता राजेश गंगवार ने पुलिस के द्वारा जांच में ढिलाई का आरोप लगाया और कुछ प्वाइंट्स पर जांच करने की मांग की। जिसके बाद डीआईजी ने एसपी सिटी राजीव मल्होत्रा और सीओ सिटी फर्स्ट असित श्रीवास्तव को बुला लिया। डीआईजी ने पूरे मामले में कोई भी ढिलाई न कर जांच के निर्देश दिए।
धार्मिक भेदभाव का लगाया आरोप
एसएसपी आफिस में सुबह हुए व्यवहार को साध्वी और विश्व हिंदू परिषद के लोगों का गुस्सा बढ़ गया। शाम को सभी दामोदर पार्क में इकट्ठा हुए। यहां से साध्वी की मौजूदगी में कलेक्ट्रेट तक कैंडिल मार्च निकाला। कलेक्ट्रेट पहुंचने के बाद सभी ने पुलिस-प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। यहां पर एसएसपी धर्मवीर यादव मुर्दाबाद के नारे भी लगाए और एसएसपी की बर्खास्तगी की मांग की। यहां पर पुलिस पर धार्मिक भेदभाव का भी आरोप लगाया। प्रदशर्न की सूचना पर एसएचओ कोतवाली अनिल समानिया पुलिस टीम के साथ पहुंचे। कुछ देर में एसीएम थर्ड बाहर आए और उनकी मांगे सुनकर ज्ञापन लिया। पहले लोगों ने डीएम को ही ज्ञापन देने की जिद की लेकिन बाद में सभी अगले दिन ज्ञापन देने के आश्वासन पर चले गए।
आजमखां का है हाथ
हम कोई अपराधी नहीं है। हम इंसान हैं। एक बेटी को न्याय दिलाने के लिए एसएसपी से मिलने पहुंचे थे, लेकिन एसएसपी ने पीडि़त परिवार से मेरी मौजूदगी में अभद्रता की। ये मेरा अपमान है। एसएसपी ने जो किया उसे पशुता कहेंगे। अपराधियों को बचाया जा रहा है। ये आजमखां के इशारे पर किया जा रहा है। कांठ मुरादाबाद में भी एसएसपी का यही बिहेव था। हम एसएसपी की बर्खास्तगी की मांग करते हैं। मेरी केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह से बात हो गई है। उन्होंने केंद्रीय कमेटी बनाकर जांच के लिए भेजने के लिए कहा है। जम्मू में उनसे भेंट होगी जिस पर ि1वस्तार से बात की जाएगी।
साध्वी प्राची, बीजेपी लीडर
ऐसा कुछ भी नहीं है। साध्वी से मैने कोई भी गलत व्यवहार नहीं किया है। वह मेरे आफिस में काफी देर मौजूद रहीं। उनके साथ में आए लोगों के साथ आफिस के स्टाफ से मेरी मौजूदगी के बिना बैठने को लेकर कुछ मिस अंडरस्टेंडिंग हो गई थी। स्टाफ से हुई कहासुनी की पूरी जांच करा ली जाएगी।
धर्मवीर िसंह यादव, एसएसपी बरेली
साध्वी प्रियांगी मर्डर केस के सिलसिले में आयी थीं। कुछ विवेचना के बिंदु रह गए हैं। पूरी मानवीयता से मामले की जांच के निर्देश दे दिए गए हैं। अभद्रता वाले मामले में पता करा रहा हूं कि क्या मिस अंडरस्टैंडिंग हुई है। अभद्रता का कोई प्रश्न ही नहीं उठता है।
आर के एस राठौर, डीआईजी बरेली
प्रियांगी के पिता की मांग
प्रियांगी के पिता राजेश गंगवार ने डीआईजी के सामने क्म् प्वाइंट पर सवाल करते हुए जांच की मांग की है। उनका आरोप है कि पुलिस ने अपहरण और रेप की धारा नहीं लगायी। इसके अलावा एटीएम, क्रिकेट बैग और मोबाइल बरामद नहीं किया है। पुलिस ने चौथा आरोपी भी अभी तक गिरफ्तार नहीं किया है। पुलिस उनके केस कमजोर करने में लगी हुई है।