बरेली में होगा स्टॉपेज
रेलवे बोर्ड की ओर से इस संबंध में आदेश जारी किए जा चुके हैं। जारी आदेशों के अनुसार ट्रेन नम्बर 04201 पांच अगस्त को रात 9.15 बजे लखनऊ से चलकर रात 1.50 बजे बरेली पहुंचेगी जो रात 1.55 बजे चलकर मुरादाबाद और गाजियाबाद के रास्ते छह अगस्त को सुबह 6.25 बजे दिल्ली पहुंचेगी। इसी तरह ट्रेन नम्बर 04202 सुबह 9.15 बजे दिल्ली से चलकर 1.40 बजे बरेली आएगी और शाम 6.15 बजे लखनऊ पहुंचेगी।
एक हजार रिजर्व सीट
ट्रेन में एक हजार रिजर्व और करीब आठ सौ अन रिजर्व सीटें हैं, जिसमें एसी सेकेंड टियर की एक, एसी थर्ड टियर की दो स्लीपर की दस, जनरल कैटेगरी की पांच और पार्सल वाली जर्नल कैटेगरी की दो बोगियां लगेंगी।
दिल्ली से लौटने वाली ट्रेन नम्बर 04202 के स्लीपर में जहां 536 सीटें शेष हैं, वहीं एसी थ्री टियर में 85 सीटें बची हुई हैं। इसी तरह बरेली से दिल्ली जाने वाली ट्रेन नम्बर 04201 के स्लीपर क्लास में 137 आरएसी और एसी थ्री टियर में 253 वेटिंग चल रही है।
- वीपी सिंह, रिजर्वेशन सुपरवाइजर
इनमें है लंबी वेटिंग
-लखनऊ मेल
-लखनऊ-चंडीगढ़ एक्सपे्रस
-हावड़ा हरिद्वार
-पंजाब मेल
-पद्मावत एक्सपे्रस
-दून एक्सपे्रस
-बाघ एक्सपे्रस
-वाराणसी-देहरादून एक्सेप्रस
रोडवेज ने भी कसी कमर
रक्षाबंधन पर अपने घर जाने की तैयारी कर रहे हैं तो रोडवेज बसें आपकी काफी मदद कर सकती हैं। रक्षाबंधन को देखते हुए यूपी रोडवेज के बरेली डिपो ने अपनी तैयारियां पूरी कर ली है। रोडवेज ने अपनी नॉर्मल बसों के फेरे बढ़ा दिए हैं ताकि लोगों को जल्द से जल्द हर रूट पर बसें मिल सकें। रोडवेज के इस प्रयास ने कफ्र्यू के दौरान व्हीकल्स की मार झेल रहे और ट्रेन में टिकट न मिल पाने से परेशान बरेलियंस को काफी हद तक राहत पहुंचाया है।
दो-तीन चक्कर लगाएगी बसें
रक्षाबंधन के मौके पर पैसेंजर्स को किसी तरह की कोई प्रॉब्लम न हो, इसके लिए रोडवेज ने भी पूरी तैयारी कर ली है। मंडे से नॉर्मल बसों के फेरे बढ़ा दिए गए हैं। मसलन बस स्टैंड से अब तक जो बसें दिन में एक बार चला करती थी अब वो दो-तीन चक्कर लगाया करेंगी। बरेली डिपो से करीब 425 बसों का संचालन किया जाता है। रक्षाबंधन के पास आते ही शहर से बाहर जाने वालों की संख्या बढऩे लगी है और इसी को ध्यान में रखते हुए रोडवेज बसों के फेरे बढ़ाए गए हैं।
नॉर्मल बसों से जरूरत पूरी
रक्षाबंधन के दौरान केवल नॉर्मल बसों के ही फेरे बढ़ाए गए हैं। गोल्डलाइन व वॉल्वो बसों के फेरे नहीं बढ़ाए गए हैं। रोडवेज विभाग के आरएम पीके बोस का कहना है कि नॉर्मल बसों के फेरे बढ़ाए जाने से ही जरूरत पूरी हो जा रही है, जिस वजह से दूसरी बसों के ट्रिप्स बढ़ाने की जरूरत महसूस नहीं हुई।