कल्चरल प्रोग्राम ने मन मोहा
कार्यक्रम में आर्यपुत्री इंटर कॉलेज तथा आशा स्पेशल स्कूल के स्पेशल चिल्ड्रेन ने कल्चरल प्रोग्राम पेश कर सबका मन मोह लिया। पांच दिवसीय बास्केटबॉल व बॉलीबाल नेशनल ट्रेनिंग कैंप में 300 स्पेशल चिल्ड्रेन व 100 कोच एवं टीचर्स ने पार्टिसिपेट किया। इसमें इंडिया के डिफरेंट स्टेट के बच्चों ने पार्टिसिपेट किया।
समारोह में चीफ गेस्ट ब्रिगेडियर डीएस ग्रेवाल ने स्पेशल ओलंपिक का फ्लैग ऑफ कर देहरादून में होने वाले नेशनल एथलेटिक्स कैंप के आयोजन के लिए स्पेशल ओलंपिक उत्तर प्रदेश के स्टेट प्रोग्राम डायरेक्टर डॉ। अमिताव मिश्रा को सौंप दिया। आयोजन में स्पेशल ओलंपिक यूपी के मैनेजर एमआईसी एवं कैंप इंचार्ज ऋषि सक्सेना, स्पोट्र्स मैनेजर भूपाल सिंह, प्रोग्राम मैनेजर हर्ष चौहान समेत काफी लोग मौजूद थे।
बहुत कुछ सीखा
स्पेशल चिल्ड्रेन और उनके कोच से आई नेक्स्ट ने जानने की कोशिश की कि इस ट्रेनिंग कैंप से बच्चों ने क्या सीखा और ट्रेनर्स को ट्रेनिंग देते वक्त किस तरह की प्रॉब्लम फेस करनी पड़ी।
किया appreciate
समापन कार्यक्रम के चीफ गेस्ट जेएलए के कमांडेंट ब्रिगेडियर डीएस ग्रेवाल और चीफ इंजीनियरिंग ऑफिसर एयरफोर्स, स्पेशल गेस्ट के रूप में ग्रुप कैप्टन एके अरोरा को इनवाइट किया गया। उन्होंने स्पेशल चिल्ड्रेन का उत्साहवर्धन करते हुए यह वादा किया कि बच्चों के साथ हर स्तर पर अच्छा प्रदर्शन जारी रखना है। स्पेशल ओलंपिक के स्टेट प्रोग्राम डायरेक्टर डॉ। अमिताव मिश्रा ने कहा कि कार्यक्रम का उद्देश्य स्पेशल चिल्ड्रेन को समाज की मेन स्ट्रीम से जोडऩा तथा लोगों के नकारात्मक व्यवहार में चेंज लाना है और इनका जीवन स्तर ऊंचा उठाना है।
ऐथेंस(ग्रीस) में आयोजित ओलंपिक में वेट लिफ्टिंग में सिल्वर मेडल मिला था। यहां भी बहुत कुछ सीखने को मिला।
-अभिनव, स्पेशल चाइल्ड
मुझे टेबल टेनिस, क्रिकेट खेलना अच्छा लगता है। मुझे एथेंस में टेबल टेनिस में गोल्ड मेडल मिला।
-निभा त्रिपाठी, स्पेशल चाइल्ड
मुझे एथेंस में एथलेटिक में गोल्ड मेडल मिला। मुझे ट्रेनिंग के दौरान काफी कुछ सीखने को मिला। ट्रेनिंग में मुझे बहुत सारे नए दोस्त भी मिले।
-संजीव कुमार शुक्ला, स्पेशल चाइल्ड
ये बच्चे काफी मेहनत करते हैं। इनके साथ मुझे भी काफी मेहनत करनी पड़ती है। उनका स्पोट्र्स के प्रति लगाव को देखकर मैं काफी खुश हूं।
-मनोज, नेशनल ट्रेनर स्पेशल ओलंपिक
ये बच्चे नॉर्मल बच्चों की तुलना में थोड़ी देर से सीखते हैं। ये आसानी से सब कुछ सीख सकते हैं। इन्हें देखकर मुझे संतोष मिलता है।
-सीमा शर्मा, नेशनल ट्रेनर स्पेशल ओलंपिक
इनसे काम कराने के लिए मेहनत की जरूरत होती है लेकिन अच्छा खेलते देखकर हमें बहुत खुशी मिलती है।
-अरुण कुमार, नेशनल ट्रेनर स्पेशल ओलंपिक
जिनकी आईक्यू 30-40 परसेंट के बीच है। उन्हें ट्रीट करने में काफी मशक्कत करनी पड़ती है। उनके प्रदर्शन को देखकर हमें काफी प्रसन्नता होती है.
-सत्य नारायण प्रताप, नेशनल ट्रेनर स्पेशल ओलंपिक
मेरी टीम ने बास्केटबॉल टूर्नामेंट के फाइनल में फस्र्ट पोजीशन हासिल की। हमें विनर होने पर गोल्ड मिला था।
-पल्लव, स्पेशल चाइल्ड