- नगर निगम कार्यकारिणी में 6 में से सपा को 5 और भाजपा को 1 सीट

- सपा पार्षदों ने मनाया शानदार जश्न, भाजपा खेमे में छाई मायूसी

BAREILLY: नगर निगम कार्यकारिणी चुनाव में वेडनसडे को एक बार फिर सपा ने पिछले साल का प्रदर्शन दोहराते हुए शानदार जीत दर्ज की। कार्यकारिणी के कुल क्ख् में से खाली पड़ी म् सीटों के लिए वेडनसडे को चुनाव हुआ, जिसमें सपाई खेमे ने विरोधी भाजपा को एक बार फिर पटखनी देते हुए भ् सीटों पर कब्जा। जबकि भाजपा अपने खाते के लिए सिर्फ क् सीट ही बचा सकी। दोपहर क्.ख्भ् बजे से शुरू हुई चुनाव प्रक्रिया शाम म्.क्8 बजे संपन्न हुई। जीत के बाद सपा पार्षदों ने निगम परिसर में जमकर नारेबाजी की और एक दूसरे को मिठाइयां खिलाकर जश्न मनाया। वहीं शर्मनाक हार की आखिरी मुहर लगने से पहले ही भाजपाई खेमे के कई पार्षद निगम छोड़कर चलते बने।

भाजपा ने उतारे दाे उम्मीदवार

कार्यकारिणी चुनाव को लेकर सपा ने जहां तीन दिन पहले ही अपने पांच उम्मीदवारों को मैदान में उतार दिया था। वहीं भाजपा की ओर से वेडनसडे को सुबह क्क् बजे अपने उम्मीदवारों के नाम के खुलासे किए गए। सेंट्रल पार्टी ऑफिस में वेडनसडे को सुबह क्0 बजे सांसद व सेंट्रल टैक्सटाइल मिनिस्टर संतोष गंगवार, कैंट विधायक राजेश अग्रवाल, सिटी विधायक डॉ। अरुण कुमार और महानगर अध्यक्ष पुष्पेन्द्रु शर्मा की अगुवाई में भाजपा पार्षदों की बैठक हुई। इसमें रीता डुसेजा और रूपेन्द्र पटेल के नाम बतौर उम्मीदवार मुहर लगाई गई।

9 उम्मीदवारों ने भरे क्क् नामांकन

दोपहर क्.ख्भ् से ख् बजे तक नामांकन भरे जाने की प्रक्रिया शुरू हुई। चुनाव में कुल 7 लोगों ने दावेदारी जताने को तय समय तक अपने नामांकन भरे। इनमें सपा की ओर से उषा अरोड़ा, सपा पार्षद नेता राजेश अग्रवाल, सुनीता यादव व सुखदीश कुमार कश्यप ने एक और सय्यद रेहान अली ने दो नामांकन पत्र भरे। वहीं भाजपा की ओर से रीता डुसेजा व रूपेन्द्र पटेल ने एक-एक और पार्टी के फैसले से इतर भाजपा पार्षद विपुल अग्रवाल ने दो नामांकन पत्र भरे। वहीं एक नामांकन बसपा पार्षद हरिशंकर ने भरा। नामांकन वापस लेने के दौरान हरिशंकर ने अपनी दावेदारी वापस ले ली। जबकि विपुल अग्रवाल के दो में से एक नामांकन को उनके प्रस्तावक के अपना नाम वापस लेने से रद कर दिया गया।

नामित पार्षदों ने भी डाला वोट

कार्यकारिणी चुनाव से पहले नामित पार्षदों की वोटिंग को लेकर उठाया जा रहा मुद्दा मतदान के दौरान पूरी तरह ठंडा रहा। निगम में क्0 नामित पार्षदों के मतदान न दिए जाने को लेकर भाजपा ने नगर आयुक्त से लेकर कमिश्नर तक से पूरा जोर लगाया। वहीं कोर्ट में नामित पार्षदों के वोट न दिए जाने को लेकर रिट भी दायर की थी। वेडनसडे को नामित पार्षदों ने अन्य पार्षदों की तरह आराम से अपने मताधिकार का उपयोग किया। इस दौरान न तो भाजपा की ओर से कोई विरोध किया गया और न ही जैसा आशंका जताई जा रही थी हंगामा हुआ।

8फ् वोट पड़े, ख् हुए निरस्त

कार्यकारिणी चुनाव में कुल 8फ् वोट पड़े। इनमें से क्0 नामित पार्षद, बरेली सांसद, कैंट विधायक,सिटी विधायक और एमएलसी सहित म्9 पार्षदों के वोट शामिल रहे। मतदान के दौरान 70 पार्षदों में से एक पार्षद का वोट नहीं पड़ सका। यह वोट वार्ड म् कटकुईयां पार्षद नवाब मियां का रहा, जो मीरा की पैठ मामले में जेल जाने के कारण मतदान से गैर मौजूद रहे। मतदान के दौरान बरेली सांसद संतोष गंगवार, कैंट विधायक राजेश अग्रवाल, सिटी विधायक डॉ। अरुण कुमार और बसपा एमएलसी केसर सिंह भी मतदान करने पहुंचे। वोटों की जांच के दौरान ख् वोट गलत तरीके से भरे पाए गए, जिन्हें सहायक निर्वाचन अधिकारी अभिजीत मुखर्जी और लीगल कंसलटेंट एडवोकेट शिरीष मेहरोत्रा की मौजूदगी में खारिज कर दिया गया।

पहले ही फेज में ब् सपाई जीते

शाम भ् बजे से वोटों की काउंटिंग शुरू हुई। सिंगल ट्रांसफेरेबल बैलेट वोटिंग पर यह चुनाव संपन्न हुआ था, जिसमें फ‌र्स्ट, सेंकेंड व थर्ड च्वॉइस वोटिंग होती है। फ‌र्स्ट च्वॉइस में उम्मीदवार को मिलने वाले हर एक वोट की कीमत क्00 अंक के बराबर होती है। हर उम्मीदवार को जीतने के लिए कम से कम क्क्भ्8 अंक या क्ख् वोट चाहिए थे। पहले फेज की काउंटिंग में ही सपा के ब् उम्मीदवारों राजेश अग्रवाल, सुखदीश कश्यप, सुनीता यादव और सय्यद रेहान अली को क्फ् वोट मिले। जबकि पांचवी सपा पार्षद उषा अरोड़ा क्क् वोट पाकर जीत की दहलीज पर आ गईं। नतीजे पर सपाई खेमें में खुशी की लहर दौड़ पड़ी और सपा पार्षदों ने हॉल में ही जीत की जबरदस्त नारेबाजी करनी शुरू की। इसके बाद सेकेंड च्वॉइस वोटिंग की काउंटिंग में उषा अरोड़ा भी चुनाव जीत गईं और भाजपा से इकलौती पार्षद रीता डुसेजा ने जीत हासिल की।