शहर में 3 मार्च को चुनाव है। अब जब पोलिंग के लिए केवल 3 दिन बचे हैं तो शहर में जनसभाओं का रेला सा लगा हुआ है। इसके चलते शहर के करीब-करीब सभी होटल्स में जबरदस्त ऑक्युपेंसी है। एडवांस बुकिंग की कंडीशन है। दूसरी ओर सहालग चल रही है। होटल्स की ऑक्युपेंसी शादी वाले घरों के लिए बिन बुलाई मुसीबत जैसी है। वे जहां भी बुकिंग के लिए जा रहे हैं, उन्हें, सॉरी सर, नो रूम ही सुनने को मिल रहा है। वहीं होटल के ओनर्स के लिए यह बात चुनावी सहालग से कम नहीं साबित हो रही।
सिक्योरिटी पहले
बरेली में अंतिम चरण में मतदान होना है। इसलिए सभी पार्टियां अपना पूरा जोर लगा देना चाहती हैं। डेली दो से तीन बड़े नेता शहर और आस-पास के इलाकों में जनसभाएं कर रहे हैं। जिस नेता का रोड शो या जनसभा सिटी में प्रस्तावित होती है, उस पार्टी के कार्यकर्ताओं से लगाकर सिक्योरिटी टीम के मेम्बर्स दो दिन पहले ही सिटी के होटलों में डेरा डाल देते हैं। हालात ये हैं कि मैंगो पीपुल्स के लिए होटल में जगह नहीं बची हैं।
70 परसेंट ऑक्युपेंसी
स्टेशन रोड पर छोटे-बड़े 35 होटल हैं। पिछले तीन दिनों से हालात ये हैं कि लगभग हर होटल में नॉन एसी रूम फुल चल रहे हैं। स्टेशन रोड पर सिचुएटेड के बरेली होटल के संतोष ने बताया कि सभी रूम भरे हुए हैं। पोलिंग डे तक यही हाल रहेगा। जो लोग होटल रूम के लिए पहुंच रहे हैं, उन्हें टका सा जवाब मिल रहा है कि अगर रूम चाहिए तो इलेक्शन के बाद सम्पर्क करें.
सहालग में विघ्न
सिविल लाइंस के पंडित संतोष बताते हैं कि शादियों की तिथियों के चलते शादी वालों के परिजन बाहर से आ रहे हैं। शहर के होटलों में कमरों की कमी के चलते सबसे बड़ी समस्या उनके सामने है कि अपने गेस्ट को कहां ठहराएं। वहीं पंडित संजय सिंह ने बताया कि इलेक्शन के आस-पास शादी की डेट्स वाले घरों में इस वक्त तनाव है। उनकी दिक्कत है कि अपने गेस्ट्स को कहां रुकवाएं।
तो हैरान हो जाता है स्टाफ
राहुल, मुलायम सिंह, मायावती, शत्रुघ्न सिन्हा और विनय कटियार जैसे तमाम नेताओं की जनसभाओं के लिए रोज सिटी में कार्यकर्ताओं और प्रत्याशियों के करीबियों की बाढ़ आ रही है। अब उनके ठहरने के लिए व्यवस्था के लिए होटलों में जमकर बुकिंग चल रही है। एक होटल ओनर ने नाम न छापने की शर्त पर
बताया कि ज्यादातर पॉलिटिकल पॉर्टियों के नेताओं के रूम किसी न किसी कॉरपोरेट पार्टी के नाम से बुक चल रहे हैं। मजे की बात ये है कि जब नेताजी दल-बल सहित होटल में पधारते हैं, तो खुद स्टाफ भी हैरानी में पड़ जाते है।
गेस्ट हाउस भी फुल
जहां एक ओर सिटी के प्राइवेट होटल पैक हो गए हैं वही सरकारी गेस्ट हाउस भी ऑलरेडी फुल हैं। सर्किट हाउस, रेलवे गेस्ट हाउस, वन विभाग गेस्ट हाउस, आरयू गेस्ट हाउस समेत सभी गेस्ट हाउस में ऑब्जर्वर्स और अन्य चुनावी अधिकारी ठहरे हुए हैं। इस वजह से अब आने वाले सरकारी अधिकारियों और मेहमानों के लिए भी प्राइवेट होटलों में रूम का अरेंजमेंट करवाया जा रहा है।
जनसभाएं शुरू होते ही होटल में ऑक्युपेंसी बढ़ गई थी। अब तो पोलिंग डे तक यही हाल रहेगा। हमारे यहां सभी एसी और नॉन एसी रूम बुक्ड हैं।
-संतोष, होटल के बरेली
पिछले तीन दिनों से मायावती और मुलायम सिंह की सिक्योरिटी टीम के मेम्बर्स ने होटल में ठहरे हुए हैं। इसके चलते हमारे यहां के सभी रूम ऑलरेडी बुक हैं। इलेक्शन तक यही सिचुएशन बरकरार रहेगी।
-विनय कुमार, होटल आशा किरण
हमारी लड़की की शादी दो दिन बाद है। लड़के वालों ने बरेली में ही शादी करने की शर्त रख दी। अब चुनावी चक्कर में यहां के सारे होटल बुक हैं। ऐसे में गेस्ट ठहराने की समस्या बड़ी है।
-संतोष सिंह
मेरी बहन की शादी है। बाहर से आने वाले मेहमानों के लिए होटल्स के चक्कर लगा रहा हूं, पर कही रूम नहीं मिल पर रहे है। जहां रूम मिल भी रहे है वह हमारे बजट के बाहर है। सिटी के होटल्स में एसी रूप तो अवलेबल है, लेकिन नॉन एसी का टोटा है.
-पीयूष, बिजनेसमैनReport by: Abhishek Mishra