-डीएम ने जांच फिर भेजी शासन को, शिकायतकर्ता की शिकायत को बनाया आधार
BAREILLY: सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट को शिफ्ट करने के खेल में नगर आयुक्त की जांच में सॉलिड मोड़ आ गया है या यूं कहें तो जांच कुछ और दिन के लिए लटक गई है। नगर विकास विभाग ने डीएम वीरेंद्र कुमार सिंह को जांच कर रिपोर्ट भेजने का आदेश दिया था लेकिन अब जांच फिर से शासन यानी नगर विकास विभाग को वापस भेज दी गई है। डीएम ने एडीएम ई के शिकायत के परीक्षण रिपोर्ट के बाद यह कदम उठाया है, जिसमें शिकायतकर्ता सत्यवीर की शिकायत को ही आधार बनाया है, जिसमें उसने लिखा था कि इसकी जांच शासन से कराई जाए। इसके अलावा शिकायत में मेयर का भी जिक्र है। इस मामले पर डीएम का कहना है कि मेयर निर्वाचित जनप्रतिनिधि हैं और उनकी जांच का फैसला शासन ही करेगा।
सेंट्रल गवर्नमेंट में की थी शिकायत
सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट शिफ्ट करने को लेकर लोको कॉलोनी निवासी सत्यवीर सिंह यादव ने सेंट्रल गर्वनमेंट में शिकायत की थी कि नगर आयुक्त राजेश कुमार श्रीवास्तव के मेयर उमेश गौतम से पहले से संबंध हैं। इसी के चलते नगर आयुक्त ने अपने पद का दुरुपयोग किया है। इसकी जांच कराई जाए। सेंट्रल गर्वनमेंट के अवर सचिव नरेंद्र कुमार ने यूपी के चीफ सेक्रेट्री को यूपी सरकार से जुड़ा मामला होने के चलते जांच के लिए लिखा था। वेडनसडे को शासन ने मामले की जांच कर रिपोर्ट भेजने के लिए डीएम बरेली को लिखा था। डीएम ने जांच से पहले एडीएम ई को शिकायत का परीक्षण करने के लिए कहा था और उसके बाद ही जांच देने की बात कही थी। पहले माना जा रहा था कि जांच सीडीओ को दी जा सकती है लेकिन डीएम ने शासन को ही जांच कराने का पत्र लिखकर शिकायत वापस भेज दी है। अब देखना होगा कि शासन अब लखनऊ में ही किसी अधिकारी से मामले की जांच कराता है या फिर किसी अन्य अधिकारी को जांच देता है लेकिन इसमें कहीं न कहीं वक्त जरूर लगेगा। माना जा रहा है कि इससे मामले को मैनेज करने का समय भी नगर आयुक्त और मेयर को मिल जाएगा।
स्टांप चुकाने को 30 मई तक का इंतजार
वहीं सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट की जमीन खरीद में राज्यपाल के नाम खरीद और स्टांप शुल्क माफ के खेल के मामले में कार्रवाई का 30 मई तक का वेट किया जा रहा है। एआईजी स्टांप ने इस मामले में नगर निगम को रिमाइंडर नोटिस भेजा है। 30 मई तक या तो नगर निगम स्टांप शुल्क जमा कर देगा या फिर शुल्क जमा न करने पर वाद दायर कर वसूली की जाएगी।