फैक्ट एंड फिगर
02 मुकदमों में वांछित है स्मैक तस्कर सोनू
12 मई को सिपाही से रिश्वत का ऑडियो हो चुका है वायरल
04 लाख रुपए तक सिपाही को देने को तैयार था तस्कर
80 लाख रुपए है धराशायी मकान की कीमत

बरेली(ब्यूरो)। कस्बे के मोहल्ला सराय निवासी स्मैक तस्कर सोनू कालिया पर पुलिस प्रशासन ने शिकंजा कस दिया है। बुधवार को पुलिस और बीडीए की टीम ने एनडीपीएस एक्ट के दो मुकदमों में वांडेट तस्कर सोनू कालिया के तीन मंजिला मकान को धराशायी कर दिया। इस दौरान टीम को तस्कर की पत्नी के विरोध का सामना भी करना पड़ा। लेकिन, टीम में शामिल अधिकारियों की सख्ती के आगे उसकी एक न चली।

काफी समय से वांछित
थाना फतेहगंज पश्चिमी के मोहल्ला सराया नई बस्ती निवासी सोनू कालिया पुत्र सद्दीक काफी लंबे समय से स्मैक तस्करी में लिप्त है। पुलिस ने उसे एनडीपीएस एक्ट के दो मुकदमों में वांछित कर दिया था। तब से ही वह फरार चल रहा है। पुलिस ने उसकी काफी तलाश की। लेकिन, वह हत्थे नहीं चढ़ सका, न ही कोर्ट में पेश हुआ। इस पर बुधवार को दोपहर 12 बजे पुलिस और बीडीए की टीम मोहल्ला सराय नई बस्ती पहुंची और उसका तीन मंजिला भवन ड्रिल मशीन की सहायता से देखते ही देखते ध्वस्त कर दिया।

नक्शा नहीं करवाया था पास
बीडीए वीसी जोगिंद्र सिंह ने बताया कि तस्कर सोनू कालिया ने भवन का निर्माण नक्शा पास कराए बिना ही करवाया था। मुकदमों में वांछित होने के बाद प्रशासन ने अवैध ढंग से अर्जित की गई संपत्ति को चिह्नित किया तो सामने आया कि मकान का नक्शा ही नहीं है। इस पर पुलिस और बीडीए की टीम ने मकान को गिराने की कार्रवाई की।

टीम से भिड़ी तस्कर की पत्नी
पुलिस और बीडीए की टीम ने मकान गिराने की कार्रवाई शुरू की तो तस्कर की पत्नी टीम से भिड़ गई। इस पर महिला पुलिस को आगे आना पड़ा। महिला आरक्षी एक्शन में आर्ईं तो वह गिड़गिड़ाने लगी। लेकिन, प्रशासन ने उसकी एक भी नहीं सुनी। उसने अधिकारियों पर रिश्वत मांगने का भी आरोप लगाया है।

नहीं पहुंचा बुलडोजर
एसपी देहात ने बताया कि सोनू कालिया का मकान तंग गली में था, जिसके चलते वहां तक बुलडोजर नहीं पहुंच सका। अत: बीडीए की टीम को ड्रिल मशीन से उसे गिराना पड़ा। इस कार्रवाई में टीम को चार घंटे का समय लगा। मकान तोड़ते समय एक मजदूर के पैर में चोट भी लग गई, जिसका तत्काल उपचार करवाया गया।

ऑडियो हो चुका है वायरल
वांछित होने के बाद तस्कर सोनू कालिया ने मुकदमे से नाम निकलवाने के लिए हरसंभव प्रयास किए। बीती 12 मई को उसने थाने में तैनात सिपाही अमरदीप को फोन कर मुकदमे से नाम निकालने के लिए आग्रह भी किया था, जिस पर सिपाही ने उससे एसपी (आरए) के नाम पर 10 लाख रुपए रिश्वत की मांग की थी। लेकिन, तस्कर ने उसे चार लाख रुपए की पेशकश देते हुए मुकदमे से नाम निकालने की बात कही थी। दोनों की बातचीत का ऑडियो वायरल होने पर अफसरों ने तुरंत रिश्वत मांगने वाले सिपाही को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। साथ ही पुलिस टीम उसकी खोजबीन में लग गई थी। लेकिन, वह अब तक हत्थे नहीं चढ़ सका है।

ये रहे मौजूद
सुरक्षा व्यवस्था में मीरगंज सर्किल की फोर्स, एक प्लाटून पीएसी, एसओ रोहित शर्मा, थाना प्रभारी संजय सिंह, एसएस नरेंद्र सिंह और चौकी प्रभारी ललित कुमार शाही रहे। बीडीए की टीम में असिस्टेंट इंजीनियर अनिल व विजयपाल जेई रमन अग्रवाल, हरीश चौधरी, अजय शर्मा, एसके सिंह एवं अन्य कर्मचारी रहे।

वर्जन
तस्कर सोनू कालिया एनडीपीएस एक्ट के दो मुकदमों में वांटेड है। बुधवार को प्रशासन और बीडीए की टीम ने कस्बा के मोहल्ला सराय में उसके 80 लाख रुपए कीमत का मकान गिराया है। उसकी अवैध तरीके से अर्जित की गई, उसकी अन्य संपत्ति भी चिह्नित की जा रही है।
राजकुमार अग्रवाल, एसपी देहात