मोबाइल पर आएगा मैसेज

कोटे के राशन की जानकारी करने के लिए बरेलियंस को राशन की दुकानों के चक्कर काटने पड़ते हैं। उन्हें इससे छुटकारा दिलाने के लिए डिपार्टमेंट ने इसकी सूचना कंज्यूमर के मोबाइल पर एसएमएस के जरिए देने की योजना बनाई है। सप्लाई ऑफिस हर शॉप के कंज्यूमर्स की डिटेल कलेक्ट करने का काम कर रहा है जो लगभग पूरा हो चुका है। कंज्यूमर्स को इस सेवा का लाभ पहली जनवरी से मिलना शुरू हो जाएगा।

कुछ प्रॉमिनेंट लोगों को मिलती थी सूचना

फस्र्ट फेज में इस योजना के  अंतर्गत सिटी के हर एरिया के मुख्य लोगों को शामिल किया गया था। 6 महीने पहले शुरू हुई इस योजना में एरिया के कुछ सभ्रांत लोग, टीचर्स या सभासदों के नंबर पर ये मैसेज भेजे जाते थे। विभाग ने इस प्रक्रिया के बाद पाया कि राशन और कैरोसीन की कालाबाजारी में कमी आई। इससे प्रेरित होकर अब सभी रेजिडेंट्स के मोबाइल पर राशन की जानकारी एसएमएस से भेजने का फैसला किया गया है।

पूरे प्रदेश में एक साथ लागू

रेजीडेंट्स को मैसेज से राशन की सूचना भेजने के लिए एनआईसी (नेशनल इंफॉर्मेशन सेंटर) से संपर्क किया जा चुका है। ये मैसेज एनआईसी की मदद से भेजा जाएगा। शासन स्तर पर ये व्यवस्था पूरे प्रदेश में एक साथ लागू की जा रही है। दिसंबर में रेजीडेंट्स के नंबर कलेक्ट करने का काम पूरा किया जा चुका है। जनवरी से इस सुविधा का लाभ बरेलियंस को मिलने लगेगा। एसएमएस में राशन की मात्रा का भी जिक्र किया जाएगा।

सॉफ्टवेयर है तैयार

कंज्यूमर्स को राशन की सूचना मैसेज से भेजने के लिए एनआईसी ने ईएफटीएच नाम का सॉफ्टवेयर तैयार कर लिया है जिसे सप्लाई ऑफिस को सौंप दिया गया है। हालांकि सॉफ्टवेयर वर्तमान में एनआईसी की देखरेख में ही चल रहा है। इसे ब्रॉडबैंड से कनेक्ट कर दिया गया है। सॉफ्टवेयर में सभी एरिया के रेजीडेंट्स के मोबाइल नंबर फीड हैं। इसकी मदद से किसी भी एरिया के राशन का ब्योरा एक ही बार में उस एरिया के सभी कंज्यूमर्स के मोबाइल पर पहुंच जाएगा।

हमने अपनी तरफ से तैयारियां पूरी कर ली है। हमारी कोशिश है कि सभी रेजिडेंट्स को ये सहूलियत मिलने लगे। नए साल पर बरेलियंस को रियायती राशन की दुकानों के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे।

- केबी सिंह, डिस्ट्रिक्ट सप्लाई ऑफिसर