SMS से देंगे पल-पल की खबर
इस बार प्रेजाइडिंग ऑफिसर्स (पीओ) बूथ पर होने वाली सभी घटनाओं की जानकारियां आयोग को एसएमएस के थ्रू भेजेंगे। सीडीओ ने बताया कि पीओ द्वारा भेजे गए एसएमएस के जरिए आयोग हर पोलिंग बूथ पर अपनी नजर रखेगा। ट्रेनिंग के दौरान मास्टर ट्रेनर्स को बताया गया कि पीओ कैसे अपने मोबाइल का रजिस्ट्रेशन करेंगे और किस तरह पल-पल की जानकारी एडमिनिस्ट्रेशन को भेजेंगे। पीओ को हर 2 घंटे में आयोग को बताना होगा कि उनके पोलिंग बूथ पर कितने मेल, कितने फीमेल और कितने ट्रांसजेंडर ने अपने वोटिंग राइट का यूज किया है। एसएमएस मिलते ही दिल्ली में बैठे आयोग के ऑफिसर समझ जाएंगे कि पीओ किस डिस्ट्रिक्ट की किस असेंबली और किस पोलिंग बूथ की डीटेल दे रहे हैं। इसके साथ ही मॉक वोटिंग, वहां मौजूद एजेंट्स की जानकारी भी आयोग को भेजनी होगी।
लिया जाएगा quick action
विकास भवन के सभागार में लगभग 70 मास्टर ट्रेनर मौजूद थे। सीडीओ के बाद टे्रनर्स को ट्रेनिंग देने की कमान संभाली डीएम सुभाष चंद्र शर्मा ने। उन्होंने कहा कि ईवीएम मशीन, लॉ एंड ऑर्डर और कोई भी दूसरी प्रॉब्लम होने पर पीओ को एसएमएस का सहारा लेना होगा। उनके द्वारा भेजा गया एसएमएस पहले दिल्ली में बने आयोग के कंट्रोल रूम जाएगा। एसएमएस डीएम के मोबाइल और सेक्टर मजिस्ट्रेट के पास भी जाएगा। एसएमएस पर क्विक ऐक्शन लिया जाएगा। डीएम ने बताया कि प्रॉब्लम साल्व होने पर पीओ को इसका एक एसएमएस करना होगा। एसएमएस फेल हो जाता है तो एसएमएस रिटर्निंग ऑफिसर, असिस्टेंट रिटर्निंग ऑफिसर और सेक्टर ऑफिसर भी भेज सकते हैं।
Mobile कराना होगा resgister
इसके लिए पीओ को अपने मोबाइल को रजिस्टर्ड कराना होगा। इसके लिए उनको अपने मोबाइल के मैसेज बॉक्स में जाकर ह्वश्चश्चशद्यद्य ह्य२४ १५ ११८ १२४ स्पेस के बाद उन्हें पोलिंग स्टेशन का नंबर (जो उन्हें 2 मार्च को मिलेगा) और (एक्सेस कोड जो उन्हें सात दिन पहले 26 तारीख को मिलेगा) टाइप करना होगा और एसएमएस को 9235512608 पर भेजना होगा। उन्होंने प्रॉब्लम होने पर कलेक्ट्रेट स्थित एनआईसी के नंबर 05812511337 का भी नंबर जारी किया।
Distribue करें voter slip
डीएम ने बताया कि दो दिनों के अंदर सभी बीएलओ अपने अपने एरिया में जाकर फोटो युक्त वोटर स्लिप डिस्ट्रीब्यूट करेंगे। उन्होंने टे्रनर्स को बताया कि पोलिंग ऑफिसर वोटर स्लिप को वोटरों के वोटिंग आईडी कार्ड से मिलाएंगे।
Monday से training शुरू
सीडीओ ने बताया कि मंडे को ये मास्टर ट्रेनर्स बरेली कॉलेज के कॉमर्स डिपार्टमेंट में मतदान कर्मिकों को इलेक्शन की टे्रनिंग देंगे। इस दौरान 6 ईवीएम मशीनें हर क्लास में मौजूद रहेंगी। बरेली डिस्ट्रिक्ट में 1862 सेंटर हैं, जिनमें 2789 बूथ हैं।
डीएम सुभाष चंद्र शर्मा ने बताया कि इनमें से 430 बूथ सेंसिटिव हैं। वहां डिजिटल कैमरा लगाया जाएगा। अगर कैमरा नहीं भी लग सका तो इन सेंटरों पर माइक्रो ऑब्जर्वर हर हाल में मौजूद रहेंगे। हालांकि एक परेशानी है कि इलेक्शन के लिए 610 गाडिय़ों की रिक्वायरमेंट है जबकि शहर में केवल 161 बसें ही मौजूद हैं।
Special attention
-माइक्रो ऑब्जर्वर पोलिंग पार्टी के साथ नहीं जाएंगे।
-इलेक्शन वाले दिन हर हाल में 6 बजे स्टार्ट करना होगा मॉक पोल।
-7 बजे स्टार्ट हो जाएगी वोटिंग।
-5 बजे थमेगी वोटिंग।
-वोटिंग से जुड़े सभी लोग चार्ज रखें मोबाइल।
-पोलिंग पार्टियों के लोग न खुद उत्तेजक हों न उत्तेजक बातें सुनें।
-एडमिनिस्ट्रेशन हर तरह के अरेंजमेंट रखेगा, जिससे लोगों को प्रॉब्लम न हो, लेकिन कष्ट सहने को रहें तैयार।
-इलेक्शन के दौरान ड्यूटी से गायब रहने वाले और इलेक्शन से जुड़ा सामान जमा न कराने वालों की होगी एफआईआर।
-सामान जमा कराकर लेना होगा रिटर्निंग ऑफिसर से सर्टिफिकेट।
ये जा सकेंगे बूथ के अंदर तक
-पोलिंग पार्टी के लोग
-कैंडीडेट और उनके एजेंट
-वोटर
-माइक्रो ऑब्जर्वर
-मजिस्ट्रेट
-आयोग द्वारा अधिकृत कोई भी व्यक्ति
-एडमिनिस्ट्रेशन द्वारा निर्धारित फोटोग्राफरइन्हें है मनाही
-विधायक और एमपी के गनर पोलिंग बूथ से 100 मीटर के दायरे के अंदर नहीं जा सकेंगे।
-एसपीजी सिक्योरिटी वालों को मिलेगी रियायत लेकिन उनके सुरक्षा दस्ते में लगे जवान पोलिंग बूथ के गेट तक ही जा सकेंगे।
जब DM भूल गए
वोटर आईडी कार्ड के बारे में डीएम सुभाष चंद्र शर्मा ने कहा कि वोटर डीएल, वोटर आईडी कार्ड, गन लाइसेंस, और दूसरे आईडी कार्ड के साथ राशन कार्ड का भी यूज कर सकते हैं। तभी साथ बैठे ऑफिसर्स ने उन्हें इस बात की जानकारी दी कि राशन कार्ड को आईडी कार्ड की लिस्ट से बाहर कर दिया गया है। डीएम ने चुटकी लेते हुए मास्टर ट्रेनर्स से कहा कि पढ़े-लिखे लोगों को अनपढ़ न बनाएं। उनका इशारा इस बात पर था कि काम आसान बनाने के लिए ऑफिसर्स वोटर्स का सिग्नेचर लेने की जगह अंगूठे का निशान लेते हैं।
दिया गया SMS का time
सीडीओ ने बताया कि पहला एसएमएस सुबह 9 बजे, दूसरा 11 बजे, तीसरा दोपहर 1 बजे, चौथा दोपहर 3 बजे, पांचवां एसएमएस शाम 5 बजे भेजा जाएगा। 5 बजे भेजे गए एसएमएस में पीओ को यह बताना होगा कि शाम 5 बजे तक लाइन मेंं कितने लोग लगे हैं।
बिना मजिस्ट्रेट की मौजूदगी के कोई भी पुलिस वाला चाहे वो डीआईजी या कोई भी पुलिस आफीसर हों पोलिंग बूथ के अंदर नहीं जा सकेंगे।
-सुभाष चंद्र शर्मा, डीएम