9548172600 से भेज रहा था

एसएसपी सत्येंद्र वीर सिंह ने बताया कि फ्राइडे को एक जनप्रतिनिधि के पास उन्माद फैलाने वाला एसएमएस पहुंचा। जनप्रतिनिधि ने इसकी जानकारी उन्हें दी । एसएमएस मोबाइल नंबर 9548172600 से भेजा गया था। उन्होंने बताया कि एसएमएस अगर आम पब्लिक तक  पहुंच जाता और तो शहर का माहौल खराब हो सकता था।

फेक ढ्ढष्ठ से लिया था सिम

पुलिस इंक्वायरी में पता चला कि सिमकार्ड 10 मई, 2012 को एक्टिवेट हुआ था। सिम भमौरा के एक गांव के एड्रेस पर एक्टिवेट था। सिम जिस नाम व एड्रेस पर रजिस्टर था, दोनों ही फर्जी थे। यही नहीं आईडी पर लगाया गया फोटो भी फर्जी निकला। पुलिस ने आईईएमआई नंबर से जनवरी व फरवरी की कॉल डिटेल खंगाली। इससे पुलिस को एक नंबर मिला, उस नंबर के आधार पर पुलिस आरोपी तक पहुंची।

जबरन करवाए गए मैसेज

धर्म परिवर्तन के बारे में आरोपी माधव ने दो स्टोरी सुनाई। उसने बताया कि 2008 के दंगों में कुछ लोगों ने उसकी दुकान जला दी थी। इसी डर के चलते रिलीजन चेंज कर लिया। दूसरी कहानी के अनुसार, उसने एक  मुस्लिम लड़की से निकाह किया है, इसलिए धर्म परिवर्तन किया है। उसका कहना है कि लड़की ने कहा था कि जब तक वह धर्म परिवर्तन नहीं करेगा, वह निकाह नहीं करेगी.  फिलहाल दोनों की अभी तक शादी नहीं हुई है। पूछताछ में आरोपी ने बताया कि एसएमएस अपनी मर्जी से नहीं किए बल्कि कुछ लोगों ने उससे जबरन करवाए हैं। पुलिस अन्य लोगों की पहचान कर रही है। एसएसपी का कहना है कि जल्द ही कुछ अहम खुलासे हो सकते हैं।

बेड के नीचे छिपाया था मोबाइल

पुलिस टीम ने रेड डालकर आरोपी अब्दुल रहमान को उसके घर किला इलाके के मलूकपुर से पकड़ा। पहले तो उसने पुलिस को बरगलाने की कोशिश पर कड़ाई से पूछताछ पर गुनाह कबूल कर लिया। फ्राइडे को उसने एक साथ 15 एसएमएस किए थे। जिस मोबाइल व सिम से एसएमएस भेजे गए थे उसने बिस्तर के नीचे छुपा रखा था। उसने मोबाइल से सारे एसएमएस डिलीट कर दिए थे। जांच में पता चला कि आरोपी ने असोम हिंसा से जुड़ा एसएमएस भी लोगों को भेजा है। पुलिस ने मोबाइल व सिम को अपने कब्जे में ले लिया है। पूछताछ में अब्दुल रहमान ने बताया कि उसने कई साल पहले अपना धर्म परिवर्तन कर लिया था।

पुजारी का है बेटा

पुलिस गिरफ्त में आया माधव उर्फ अब्दुल रहमान किला थाना क्षेत्र में मलूकपुर स्थित अगस्त मुनि आश्रम मंदिर में रहता था। उसके पिता का नाम कृष्ण शंखधर है। कृष्ण शंखधर आश्रम के पुजारी हैं। आरोपी अपने पिता के साथ आश्रम में बने क्वार्टर में रहता था।

कड़ी कार्रवाई करो, पैरेंटस बोले

एसएसपी के अनुसार, माधव के घर पहुंचने के बाद पुलिस ने पिता को उसकी करतूत बताई। इस पर माधव के माता-पिता ने उसकी गिरफ्तारी में पुलिस की पूरी मदद की। उन्होंने कहा कि इसे ले जाओ और इसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करो। माधव के पिता कई मंदिरों में पूजा करते हैं। पूजा पाठ करके ही परिवार का पालन पोषण करते हैं। कृष्ण माधव मूल रूप से कूप मिलक रामपुर के रहने वाले हैं और मौजूदा समय में आश्रम के क्वार्टर में रह रहे हैं। माधव के दो भाई और एक बहन है।

कई मोबाइल सर्विलांस पर

एसएसपी सत्येंद्र वीर सिंह ने कहा कि एसएमएस व कॉल कर शहर का माहौल खराब करने के प्रयास में लगे लोगों पर पुलिस नजर बनाए हुए है। कई मोबाइल सर्विलांस पर हैं। ऐसे लोगों की पहचान कर ली गई है। जल्द ही कई अन्य की गिरफ्तारी हो सकती है.  उन्होंने पब्लिक से अपील की कि अगर धार्मिक उन्माद फैलाने वाला मैसेज या कोई कॉल आए तो बिल्कुल ध्यान न दें और न ही मैसेज किसी को फॉरवर्ड करें। जिस नंबर से मैसेज या कॉल आई है, तुरंत पुलिस कंट्रोल रूम व अधिकारियों को जानकारी दें।

देशद्रोह का मुकदमा

आरोपी माधव के खिलाफ आईपीसी के तहत दो संप्रदायों के बीच भड़काऊ मैसेज भेजने, देशद्रोह की सीमा, फर्जी पहचान पत्र आदि अन्य आरोपों के तहत विभिन्न धाराओं 153 ए, 295, 420, 504, 506, 120बी आईपीसी, 7 क्रिमिनल लॉ एक्ट और 66ए आईटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।

कई जगहों पर फूट चुका है अफवाह बम

हाल ही के दिनों में अफवाह बम फटने का सबसे बड़ा खामियाजा पूर्वोत्तर राज्यों के रहने वालों ने झेला। मोबाइल पर मिल रही धमकियों के बाद नॉर्थ ईस्ट के हजारों लोगों ने आंध्र प्रदेश, कर्नाटक और महाराष्ट्र जैसे प्रदेशों से पलायन शुरू कर दिया। इस अफवाह बम का असर हाल ही में लखनऊ में भी देखने को मिला। पूरा दिन लखनऊ उपद्रवियों के आतंक के साए में रहा.  उसी दिन इलाहाबाद और मुरादाबाद जैसे सिटी भी इसी दर्द से दोचार हुए। अफवाहों को लेकर पुलिस और प्रशासन भी परेशान है, इसलिए सर्तकता बरती जा रही है।

साइबर कैफे पर भी पुलिस की नजर

देश में ईमेल व एसएमएस के जरिए धार्मिक उन्माद फैलाने की घटनाओं के मद्देनजर बरेली पुलिस पूरी तरह से सतर्क हो गई है। बरेली के डीआईजी एलवी एंटनी देवकुमार ने कहा है कि जल्द ही पुलिस सभी इंटरनेट कैफे और मोबाइल शॉप पर चेकिंग अभियान चलाएगी। इसके तहत बिना आईडी के इंटरनेट यूज करवाने वाले कैफे संचालक के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा फेक मोबाइल सिम प्रोवाइड कराने वालों के खिलाफ भी एक्शन लिया जाएगा। जरूरत पड़ी तो उनके खिलाफ एफआईआर भी दर्ज की जाएगी। संडे को ही एसएसएम के जरिए धार्मिक उन्माद फैलाने वाले अब्दुल की गिरफ्तारी के बाद साफ हो गया है कि वह फेक आईडी पर मोबाइल इस्तेमाल कर रहा था।

 

city में संडे को भी बही अफवाह की हवा

शांति की राह पर तेजी से बढ़ रहे बरेली में अफवाह फैलाने वाले अपनी करतूतों से बाज नहीं आ रहे हैं। संडे को मार्केट में खरीदारी कर रहे लोगों के बीच अचानक अफवाह फैल गई कि कफ्र्यू में दी गई ढील के समय में दो घंटे की कटौती कर दी गई है। इस सूचना के बाद लोगों को जल्द से जल्द घर पहुंचने की चिंता सताने लगी।

दोपहर एक बजे की बात है

एडमिनिस्ट्रेशन के लाख दावों के बाद भी तरह-तरह की अफवाह फैला कर लोगों के बीच दहशत फैलाई जा रही है। संडे को कफ्र्यू में एडमिनिस्ट्रेशन ने 12 घंटे की ढील दी थी। डीएम अभिषेक प्रकाश के मुताबिक कफ्र्यू में ढील की टाइम लिमिट सुबह 6 से शाम 6 बजे तक थी, लेकिन 1 बजते ही लगभग सभी लोगों के पास कहीं से यह अफवाह फैल गई कि कफ्र्यू में ढील का टाइम दो घंटे कम कर दिया गया है। लोग एक-दूसरे को फोन कर कफ्र्यू लागू होने की असल टाइम लिमिट की जानकारी लेने लगे। कई लोगों ने आई नेक्स्ट के ऑफिस में भी फोन कर यह जानकारी मांगी। लोगों ने पुलिस कंट्रोल रूम, डीएम, एसएसपी व अन्य अधिकारियों व पुलिस कर्मियों से भी इस बारे में जानकारी ली। एडीएम सिटी देवेंद्र दीक्षित ने पुलिस कंट्रोल रूम में पब्लिक एड्रेस सिस्टम से लोगों को इस बारे में जानकारी दी कि कफ्र्यू में ढील का समय बदला नहीं गया है। आप सभी लोग अफवाह पर ध्यान न दें। इसके अलावा कंट्रोल रूम से सभी थाना प्रमुख को भी निर्देश दिए गए कि वो अपने-अपने एरिया में इसकी जानकारी दें।

माहौल बिगाडऩे की कोशिश

संडे दोपहर बारादरी में टाइमिंग चेंज होने की अफवाह फैलते ही मुजाहिद नामक एक व्यक्ति ने खुद को ब्लेड मार लिया। उसने कहा कि उस पर किसी ने हमला कर दिया है। पुलिस ने उसका मेडिकल करवाया और कड़ाई से पूछताछ की तो सारी बात झूठ निकली। उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। वहीं एक अन्य मामले में जानवरों के लडऩे के दौरान यूनुस नामक युवक चोट लगने से घायल हो गया। यूनुस ने पुलिस को बताया कि जब वह भाग रहा था तब उसे पीछे से किसी ने डंडा मार दिया। पुलिस ने उसका मेडिकल करवाया। पुलिस दोनों मामलों की जांच कर रही है। मौके पर पुलिस व प्रशासन के आला अधिकारी भी पहुंच गए।

कोई कटौती नहीं

इस बारे में जब डीएम अभिषेक प्रकाश से बात की गई तो उन्होंने बताया कि संडे को कफ्र्यू में दी गई ढील की लिमिट में कोई कटौती नहीं की गई। कफ्र्यू में संडे को 12 घंटे की छूट देने की बात कही गई थी, जो समयानुसार जारी रहा।