पर्स चुराते पकड़ा

सिविल लाइंस स्थित कृष्णा लॉन में थर्सडे को शादी समारोह था। इंस्पेक्टर कोतवाली राजा सिंह के मुताबिक समारोह के दौरान तीन लड़कियों को उन्होंने किसी का पर्स उठाते पकड़ लिया। तीनों को कोतवाली ले आकर पूछताछ की गई। पूछताछ में उन्होंने अपना नाम शिल्पी (काल्पनिक नाम), कोमल (काल्पनिक नाम) और मोनिका (काल्पनिक नाम) बताया। तीनों मध्य प्रदेश के डिस्ट्रिक्ट राजगढ़ थाना पचौर के गांव कढिय़ा की रहने वाली हैं। तीनों सगी बहनें हैैं, जो समारोह में सामान चुराने का काम करती थीं। इनमें से एक को 15 दिन पहले बेदी बैंक्वेट हाल में लोगों ने पर्स चुराते पकड़ा था। उसे पकड़कर कोतवाली लाए थे, लेकिनच्बच्ची समझकर उसे छोड़ दिया गया।

'नहीं की चोरी'

पुलिस की गिरफ्त में मौजूदच्बच्चों ने बताया कि उनके पिता गांव में खेतीबाड़ी करते हैैं। उन्होंने बताया कि मां नथिया और छोटा भाई अंकित (काल्पनिक नाम)के साथ तीनों लखनऊ से थर्सडे को स्टेशन पर आई थीं.च्बच्चों का कहना है कि पेट भरने के लिए वे सभी कपड़े बेचते हैैं। यहां स्टेशन पर पहुंचे तो भाई अंकित और मां गुम हो गए। उन्हीं को ढूंढते हुए इधर-उधर भटक रहे थे कि वे तभी पुलिस के हत्थे चढ़ गए। उन्होंने चोरी में अपनी संलिप्तता से इनकार किया है।

सीसीटीवी कैमरे में कैद

इन्हीं लड़कियों ने आठ फरवरी को होटल स्वर्ण टावर में सुरजीत सिंह की पत्नी के पर्स पर भी हाथ साफ किया था। सीसीटीवी की फुटेज में इन्हें देखा गया। उनका मोबाइल लड़कियों के पास से बरामद हुआ है। बीती नौ फरवरी को होटल बरेली पैलेस से अंकुर गुप्ता का पर्स भी इन्हीं लड़कियों ने चुराया था। सीसीटीवी कैमरे की फुटेज मेंं जींस-टीशर्ट पहनी लड़की चोरी करते देखी गई। तीनों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है। उनके परिवार वालों को तलाश किया जा रहा है।