केस वन - मझगवां ब्लॉक निवासी मोरपाल पारिवारिक लाभ योजना के लिए फार्म भरा था, लेकिन करीब बीस बार से ज्यादा बार यह विभाग के चक्कर लगाने के बाद भी केवल 'कल आने' का जुमला ही सुनने को मिल रहा है।

केस टू - ग्राम बंजरिया भोजीपुरा निवासी मसर्रत,

जो समाजवादी पेंशन योजना की लाभार्थी हैं। वेबसाइट पर इनके अकाउंट नं। 47250100001272 में पेंशन की चार हजार की राशि जमा है। जबकि फार्म रिजेक्ट है। प्रॉब्लम का पता करने के लिए दस बार से ज्यादा विभाग के चक्कर लगाकर थक चुकी हैं।

केस थ्री - सुरेश शर्मा नगर निवासी ममता

समाजवादी पेंशन योजना की लाभार्थी हैं। लेकिन इन्होंने जो खाता संख्या जमा किया था, विभाग उसे गलत बता रहा है। ऐसे में करीब 6 बार से ज्यादा विभाग के चक्कर लगाने के बाद कोई कार्रवाई न होने पर आक्रोशित हैं।

<केस वन - मझगवां ब्लॉक निवासी मोरपाल पारिवारिक लाभ योजना के लिए फार्म भरा था, लेकिन करीब बीस बार से ज्यादा बार यह विभाग के चक्कर लगाने के बाद भी केवल 'कल आने' का जुमला ही सुनने को मिल रहा है।

केस टू - ग्राम बंजरिया भोजीपुरा निवासी मसर्रत,

जो समाजवादी पेंशन योजना की लाभार्थी हैं। वेबसाइट पर इनके अकाउंट नं। ब्7ख्भ्0क्0000क्ख्7ख् में पेंशन की चार हजार की राशि जमा है। जबकि फार्म रिजेक्ट है। प्रॉब्लम का पता करने के लिए दस बार से ज्यादा विभाग के चक्कर लगाकर थक चुकी हैं।

केस थ्री - सुरेश शर्मा नगर निवासी ममता

समाजवादी पेंशन योजना की लाभार्थी हैं। लेकिन इन्होंने जो खाता संख्या जमा किया था, विभाग उसे गलत बता रहा है। ऐसे में करीब म् बार से ज्यादा विभाग के चक्कर लगाने के बाद कोई कार्रवाई न होने पर आक्रोशित हैं।

BAREILLY:

BAREILLY:

ये केस समाज कल्याण विभाग के कामकाज की महज बानगी भर हैं, जहां काम कराने के लिए आने वाले तमाम फरियादियों को रोजाना अधिकारियों और बाबुओं के रटेरटाए जुमले ही सुनने को मिलते हैं। यही वजह है कि दस बजते ही विभाग में योजना का लाभ लेने के लोग पहुंच जाते हैं, लेकिन विभाग से उन्हें रोज मायू्रस होकर ही लौटना पड़ता है।

<ये केस समाज कल्याण विभाग के कामकाज की महज बानगी भर हैं, जहां काम कराने के लिए आने वाले तमाम फरियादियों को रोजाना अधिकारियों और बाबुओं के रटेरटाए जुमले ही सुनने को मिलते हैं। यही वजह है कि दस बजते ही विभाग में योजना का लाभ लेने के लोग पहुंच जाते हैं, लेकिन विभाग से उन्हें रोज मायू्रस होकर ही लौटना पड़ता है।

सौ से डेढ़ सौ की संख्या

मौजूदा समय में समाज कल्याण शैक्षिक, आर्थिक, सामाजिक समेत अन्य योजनाएं संचालित कर रहा है। स्कॉलरशिप योजना, अनुसूचित जातियों और जनजतियों केलिए बुक बैंक योजना, शुल्क प्रतिपूर्ति योजना, अनावर्ती सहायता योजना, प्राविधिक शिक्षा संबंधी सुविधाएं, केन्द्रीय पुरोनिर्धानित योजना, समाजवादी पेंशन योजना, राष्ट्रीय परिवारिक लाभ योजना, शादी बीमारी अनुदान योजना, स्वत रोजगार योजना, स्पेशल कम्पोनेंट प्लान, सेनिटरी मार्ट, दुकान निर्माण योजना, कौशल वृद्धा पेंशन योजना समेत फ्री बोरिंग की योजना का लाभ लेने के लिए रोजाना करीब डेढ़ सौ से ज्यादा आवेदनकर्ता विभाग के चक्कर लगाने के लिए मजबूर हैं।

तो जबरन लाभार्थी बनते हैं लोग

समाज कल्याण अधिकारी एके सिंह के मुताबिक विभाग में इस समय कई सारी योजनाओं के फार्म भरे जा रहे हैं। इसके अलावा विभिन्न पेंशन योजनाओं की राशि को संबंधित खातों में अदा करने की कार्रवाही चल रही है। इसलिए हर एक आने वाले फरियादी की समस्याओं को सॉल्व कर पाना किसी के लिए संभव नहीं है। विभाग आने वाले काफी लोग अपात्र होते हैं। अपात्रों की वजह से ही पात्र लोग अक्सर पीछे रह जाते हैं।

होती है तीखी नोकझोंक

वजह चाहे जो भी हो, लेकिन फरियादियों की गुहार को अनसुनी करने की वजह से कई बार फरियादियों अक्सर नोकझोंक भी होती है। नजीर के तौर पर करीब क्0 दिन पहले समाजवादी पेंशन योजना के लिए मीरगंज के लाभार्थियों ने अधिकारियों का घेराव किया था। वहीं, इससे पहले पारिवारिक लाभ योजना, स्कॉलरशिप की वजह से भी विभाग में तीखी नोकझोंक का सामना करना पड़ा।

पारिवारिक लाभ योजना के लिए भ् बार विभाग आ चुका हूं। लेकिन हर अभी बहुत व्यस्त हूं कल आना तो देखते हैं यही सुनने को मिलता है।

बेनीराम, फरियादी

समाजवादी पेंशन योजना के लिए पिछले वर्ष से ही चक्कर लगा रहा हूं। कर्मचारी तक पहचान गए हैं, बावजूद इसके समाधान बताने के लिए किसी के पास फुर्सत नहीं है।

धर्मपाल, फरियादी

समाजवादी पेंशन योजना के लिए फार्म भरे हुए साल भर से ज्यादा गुजर गया है। अधिकारी मिलते ही नहीं। कई बार भागदौड़ करके थक गया हूं। न जाने कब लाभ मिलेगा।

अब्दुल वाहिद, फरियादी