बरेली(ब्यूरो)। स्काईवाक निर्माण कार्य शुरू हुए 20 दिन से अधिक हो गए हैं, लेकिन अब तक स्काई वाक के सात पिलर की खोदाई नहीं हो सकी। पिलर को खोदने के लिए सडक़ के चारों तरफ बैरिकेंडिग लगाकर छोड़ दिया गया है। एक पिलर दो फीट चौड़ा होगा। जिस गति से काम चल रहा है इससे निर्माण पूरा होने में समय लगना तय है। शहर में पैदल चलने वालों के लिए स्काईवाक बनाया जाएगा। पटेल चौक पर बन रहा स्काई वाक बनने से शहर के चौकी चौराहा, कुतुबखाना, चौपुला व बरेली कालेज की ओर पैदल जाने में आसानी होगी। इससे सडक़ हादसे भी कम होंगे। लोगों को धूप और बारिश से बचाने के लिए स्काईवाक में प्लास्टिक का शेड भी बनाया जाएगा। इसमें दोनों तरफ छोटे-छोटे स्टाल भी लगाए जाएंगे, जिससे लोग राह चलते खानपान का मजा ले सकें।
11.34 करोड़ का है प्रोजेक्ट
स्काई वाक के लिए शासन ने 11.34 करोड़ रूपये स्वीकृत किए हैं। अब तक स्काई वाक के पिलर नहीं खोदने के साथ, चौराहा चौड़ीकरण, नेत्र चिकित्सालय गेट को पीछे का काम भी पूरा नहीं हो सका है। इसको लेकर स्मार्ट सिटी के अधिकारी हर दिन पटेल चौराहा पहुंचकर रणनीति बनाने तक ही सीमित हो गए हैं।
बाधा बन सकता है पंप
पटेल चौक पर बनी रोटरी एक मीटर छोटी कर नया बनाया जाएगा। स्काई वाक बनाने के लिए चौराहा को भी चौड़ा किया जाएगा। लेकिन इसमें सबसे बड़ी बाधा पुलिस चौकी के साथ पट्रोल पंप बन सकती है। स्मार्ट सिटी के अफसरों के अनुसार पट्रोल पंप हटाने या फिर शिफ्ट करने के लिए पीडब्ल्यूडी विभाग निर्णय लेगा। वहीं पुलिस चौकी को स्काई वाक के नीचे समेटा जा सकता है।
वर्जन
पटेल चौराहा व्यस्त्ततम चौराहों में एक है। एक पिलर खोदने में दो घंटे से अधिक समय लगता है, इसलिए एक पिलर को एक दिन खोदने के बाद कुछ दिन गैप दिया जा रहा है। जिससे ट्रैफिक पर लोड न बढ़े। नेत्रचिकित्सालय दीवार पीछे करने का काम भी शुरू हो चुका है। काम तय समय में पूरा हो इसके लिए गति बढ़ाई जा रही है।
भूपेश कुमार ङ्क्षसह, वरिष्ठ महाप्रबंधक स्मार्ट सिटी
===============