- करीब 10 वर्षो से चल रहे जमीनी विवाद में फ्राइडे रात को चलीं गोलियां
- पीडि़त परिवार को बारादरी थाना ने भगाया, एसएसपी ने दिया कार्रवाई के निर्देश
BAREILLY:
जमीनी विवाद में फ्राइडे की रात क्0 बजे संजय नगर निवासी मोटर मैकेनिक राहुल को बदमाशों ने घर में घुसकर गोली मार दी, जिनका गंभीरावस्था में निजी हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है। इस मामले में बरेली पुलिस का रवैया एक बार फिर सवालों के घेरे में आ गया, जब पीडि़तों की बात सुनने की बजाय थाना बारादरी से उन्हें भगा दिया गया। सैटरडे को परिजनों ने एसएसपी कार्यालय में जमकर हंगामा किया। तब कहीं जाकर आरोपियों के खिलाफ जान से मारने का प्रयास का मुकदमा दर्ज हुआ।
जमीन बेचने का बना रहे थे दबाव
फायरिंग में जख्मी राहुल की मां पूनम ने बताया कि उन्होंने दस वर्षो पूर्व थाना बारादरी के संजय नगर में जमीन खरीदी थी। उसी समय दबंग पड़ोसियों ने जमीन खरीदने से मना किया था। लेकिन जमीन खरीदने के बाद उन्हें बेचने के लिए दबाव बनाने लगे। आए दिन किसी न किसी बहाने से परिवार को परेशान कर रहे थे। फ्राइडे की रात क्0 बजे पड़ोसी श्रीकृष्ण, राम दयाल व उनके तीन अज्ञात साथी घर में घुस आए। उन्होंने खाना खा रहे बेटे राहुल पर चार राउंड फायर कर दिए। गोलियां लगने से राहुल खून से लथपथ होकर जमीन पर तड़पने लगा। इसके बाद हमलावर परिवारवालों को भी जान से मारने की धमकी देते हुए फरार हो गए।
डीजीपी की सीख बेअसर
राहुल को हॉस्पिटल में एडमिट कराने के बाद परिजन रिपोर्ट दर्ज कराने थाना बारादरी पहुंचे। अफसोस की बात यह रही कि थाने में मौजूद पुलिसकर्मियों ने परिजनों को भला-बुरा कहकर भगा दिया। इससे साफ जाहिर होता है कि बरेली पुलिस पर डीजीपी की सीख का कोई असर नहीं पड़ा है।
धरने पर बैठी महिलाएं तब जागे एसएसपी
थाना बारादरी के व्यवहार से नाराज परिजन सैटरडे को दोपहर करीब क्ख् बजे एसएसपी कार्यालय पहुंचे, जहां उन्हें तुरंत रिस्पांस नहीं मिला। पुलिसकर्मियों ने तहरीर लेने के बाद इंतजार करने के लिए कह दिया। एसएसपी ऑफिस का यह रवैया देख करीब क्0 से ज्यादा महिलाएं धरने पर बैठ गई और पुलिस प्रशासन विरोधी नारे लगाने लगीं। हंगामा होते देख एसएसपी ने परिजनों से मिलकर मामले को जाना। जिसके बाद उन्होंने संबंधित थाना से सूचना मांगी। और हमलावरों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज कराने के निर्देश दिए।