फैक्ट एंड फिगर
5-जून से एक जुलाई तक धारा 144 लागू
16-जून को शांति पूर्वक धरना के लिए प्रशासन ने दी अनुमति
15-सौ लोगों के धरना में शामिल होने के लिए मिली थी अनुमति
2-जोन व चार सेक्टर में बांटा गया था शहर
21-सब सेक्टर में बांटकर दी गई थी निगरानी की जिम्मेदारी

बरेली(ब्यूरो)। शहर के इस्लामिया ग्राउंड में संडे को आईएमसी प्रमुख ने धरना दिया। धरना में हजारों की संख्या भीड़ मौजूद रही। हालांकि शांतिपूर्वक धरना के लिए मौलाना तौकीर रजा ने जिला प्रशासन से 16 जून को अनुमति सिर्फ 15 सौ लोगों के शामिल होने के लिए ली थी। लेकिन संडे को जिस तरह इस्लामिया ग्राउंड में पुलिस प्रशासन की मौजूदगी में भीड़ उमड़ी उसे देखकर साफ लग रहा था कि यह सीधे सिस्टम को चुनौती देने से कम नहीं था।

प्रोटोकाल की उड़ाई धज्जियां
-जिले में कोविड के केसेस के संख्या आए दिन लगातार बढ़ते जा रहे हैं। जिला प्रशासन ने जिस धरना के लिए मौलाना तौकीर रजा को अनुमति दी उसमें सिर्फ 15 सौ लोगों को शामिल होना था। लेकिन हजारों की संख्या मेें भीड़ पहुंची कि प्रशासन सुरक्षा व्यवस्था भी बौनी साबित हो गई। सशर्त मिली अनुमति में साफ लिखा था कि धरना प्रदर्शन के दौरान कोविड हेल्प डेस्क बनाई जाएगी और कोविड प्रोटोकाल फॉलो किया जाएगा। लेकिन भीड़ इतनी थी कि हेल्प डेस्क तो छोड़ो कोविड प्रोटोकाल की भी धज्जियां उड़ा दी।

अनुमति का उल्लंघन किया

जिलाधिकारी शिवाकांत द्विवेदी जिले में पांच जून से एक जुलाई तक धारा 144 लगा चुके हैं। मौलाना तौकीर को धरना की सशर्त अनुमति दी गई थी कि लाउडस्पीकर का उपयोग नहीं होगा, भाषण नहीं दिया जाएगा। अधिकतम 1500 लोग ही आएंगे। इसके बावजूद बड़ी संख्या में भीड़ जुटाई गई। लाउडस्पीकर लगा, भाषण भी हुआ। अनुमति उल्लंघन पर सिटी मजिस्ट्रेट राजीव कुमार पांडेय ने कहा कि पहली प्राथमिकता कार्यक्रम को शांतिपूर्ण तरीके से कराने की थी। प्रशासन व पुलिस टीमों से शर्त उल्लंघन की जानकारी ली जा रही है।

अफसरों ने ली राहत की सांस
धरने को लेकर शहर को दो जोन, चार सेक्टर, 21 सब सेक्टर में बांटा गया था। पांच कंपनी पीएसी व दो कंपनी आरएएफ के साथ बरेली व आस-पास के जनपदों की पुलिस फोर्स सुरक्षा व्यवस्था में तैनात थी। संवेदनशील क्षेत्रों इस्लामिया, पुराना शहर, सैलानी, श्यामगंज, बड़ा बाजार, कुतुबखाना, दाल मंडी, बास मंडी में पीएसी के साथ आरएएफ भी तैनात दिखी। तीन बजे से होने वाले धरने को लेकर फोर्स सुबह से ही अलर्ट मोड पर आ गई। प्रत्येक चौराहों व शहर के इंट्री प्वाइंटों पर भारी संख्या में फोर्स तैनात थी। इसी दौरान इस्लामिया, पुराना शहर, सैलानी, श्यामगंज, बड़ा बाजार में मुस्लिम वर्ग के लोगों ने दुकानें बंद कर रखी थीं। जो दुकानें खुलीं भी थीं, वहां पर धरने के आह्वान को लेकर सन्नाटा पसरा हुआ था। संवेदनशील क्षेत्रों में फोर्स ने पैदल मार्च भी किया।

माहौल खराब न हो मंच से होती रही अपील
धरने के दौरान मंच से अपील की जाती रही कि किसी भी दशा में माहौल खराब न होने पाए। यह सभी सुनिश्चित कर लें। स्पष्ट कहा गया कि यदि कोई खुराफात होता है तो धरना सफल नहीं माना जाएगा। अपील का असर भी दिखा, पूरा कार्यक्रम शांतिपूर्ण संपन्न हुआ।

बैरीकेडिंग सिर्फ दिखावा
नबी की शान में गुस्ताखी करने वालों के खिलाफ विरोध दर्ज कराने के लिए मौलाना तौकरी रजा की ओर से बुलाई गई सभा में हजारों की भीड़ जुटी। इस विरोध प्रदर्शन में मात्र 1500 लोगों को जुटाने की परमिशन होने से पुलिस ने भीड़ को रोकने के लिए कई जगह बैरीकेडिंग लगा रखी थी। यहां पुलिस भी तैनात थी, पर दोपहर 2.30 बजे बाद जैसे ही भीड़ आने लगी तो पुलिस का उनको रोकने का प्रयास सिर्फ दिखावा साबित हुआ।
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इस्लामिया ग्राउंड में शांति पूर्वक धरना देने के लिए पन्द्रह सौ लोगों की अनुमति ली गई थी। लेकिन मौके पर भीड़ काफी अधिक पहुंची है। इसको लेकर कार्रवाई की जा रही है।
रोहित सिंह सजवाण, एसएसपी बरेली