बरेली (ब्यूरो)। बरेली से बदायूं को जाने वाली रोड करीब एक वर्ष से टूटी है। यह रोड इतनी बदहाल है कि इधर से होकर निकालना दूभर हो रहा है। रोड पर गड्ढे और फैले पत्थर लोगों की जान जोखिम में डाल रहे हैं। यहां तक कि इस रोड के मार्केट से शॉपिंग करने आने वाले लोगों ने अपनी राह भी बदल दी है। इस तरफ मार्केट में धूल और टूटी रोड के कारण हर कोई आने से बचता है। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की टीम ने &बिजनेस की बात&य कैंपेन के तहत इस एरिया में जाकर लोगों से हाल जाना तो उनका दर्द छलक पड़ा। वे सिस्टम को कोसते नजर आए।

धूल का गुबार
क्षेत्रवासियों का कहना है कि बजरी पडऩे के बाद से यहां पर हर समय धूल के गुबार उड़ते रहते हैैं। इससे यहां के दुकानदारों के साथ ही स्थानीय लोगों एवं राहगीरों के लिए भी परेशानी का कारण बन रहा है। स्थानीय लोगों व दुकानदारों को सांस लेने तक में परेशानी होने लगी है। पब्लिक का कहना है कि समस्या जानकारी में होनेेे के बावजूद जिम्मेदार इस पर आंख मूंद कर बैठे हैैं। इन्हें पब्लिक से कोई सरोकार नहीं है, वो चाहें किसी तरह इस रोड से निकले, इन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता।

रोड हो रहा ऊंचा
लालफाटक से बदायूं रोड की हालत भी ठीक नहीं है। इस कारण कासगंज, एटा, आगरा समेत कई जगहों के लिए बड़ी संख्या में जाने वाले वाहन इस रोड से गुजर रहे हैैंैं, लेकिन यहां की भी स्थिति ठीक न होने से इधर का सफर भी मुश्किल भरा ही है। करगैना स होकर जाने वाले मार्ग की बात करें तो चौरासी घंटा मंदिर से करगैना तक करीब ढाई किलोमीटर रोड को पार करना पैसेंजर्स के लिए बड़ी चुनौती है। अब तो रोड की ऊंचाई भी बढ़ाने का काम हो रहा है। उसके लिए भी पत्थर और बजरी डाल दी गई है। इस कारण दिन भर कई टू-व्हीलर सवार फिसल कर गिरते देखे जा सकते हैं। यह रोड एनएचएआई आगरा यूनिट के पास है फिर भी लंबे समय से इसे ठीक कराने की सुध नहीं ली गई है। कई महीने से बीडीए इस हाईवे के कुछ हिस्से को चौड़ा कराने का काम करा रहा है। इसके साथ रोड किनारे नाला भी बनाया गया। लोगों का कहना है कि इसका ठेका लेने वाली फर्म की मनमानी से काम काफी धीमा चल रहा है, जिससे इसकी हालत दिन-ब-दिन और भी ज्यादा खराब होती जा रही है।

शॉपिंग का मजा किरकिरा
गड्ढों की वजह से यहां लंबा जाम लग जाता है। यहां पर पानी की टंकी के पास सडक़ हल्की बारिश में भी गड्ढों में तब्दील हो जाती है। आगे गंगानगर के सामने गड्ढों में कई बार ऑटो और ई-रिक्शा पलट चुके हैैं। रोड पर कई जगह बीच में गड्ढे छोड़ दिए हैं। उसके चारो तरफ ऊंची मिट्टी जरूर छोड़ दी गई है। इससे भी हादसे की आशंका बनी रहती है। सबसे ज्यादा बुरा हाल एसबीआई ब्रांच से बीडीए कॉलोनी के बीच का है। यहां के गड्ढों के कारण कई बार हादसे भी हो चुके हैै। इस सब के कारण यहां के मार्केट की स्थिति पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है। हालत यह है कि कस्टमर्स को दुकानों तक आने के लिए काफी मशक्कत झेलनी पड़ती है। ऐसे में लोग शॉप्स तक आने से बचने लगे हैं। अधिकांश लोगों ने इस मार्केट को छोड़ कर दूसरे मार्केट्स का रुख कर लिया है। ऐसे में दुकानदार दिन भर लगभग कस्टमर्स की राह देखते हुए नजर आते हैं।


रोजाना यहां से गुजरता हूं, इन गड्ढों और पत्थरों में कई बार गाड़ी फिसल जाती है। इस रोड की वजह से गाड़ी की समय से पहले सर्विस करानी पड़ रही है।
अमन यादव

इस रोड पर निकलने से पहले बहुत साïवधानी बरतनी पड़ती है। यहां पर कभी ऑटो तो कभी ट्रक पलटता है। गनीमत है कि कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ है।

पारुल

बदायूं रोड पर लोगों को निकलना इतना मुश्किल है कि कभी भी हादसा होने का डर बना रहता है। मार्केट में इस रोड पर शॉपिंग करने से पहले आने के लिए सोचना पड़ता है।
वीरेंद्र

मार्केट के लिए बरेली आता हूं लेकिन इस रोड से निकलने के लिए सोचना पड़ता है। इसके बाद भी जिम्मेदारों को ध्यान नहीं है। कई लोग तो हादसे का शिकार भी हो चुके हैं।
मोहन लाल