आरयू की महिला कर्मचारी ने यूनिवर्सिटी टीचर पर लगाए गंभीर आरोप
महिला ने वीसी से की मामले की कंप्लेन, टीचर ने आरोपों ने किया इंकार
BAREILLY: आरयू की एक महिला कर्मचारी ने यूनिवर्सिटी के ही एक टीचर पर गंभीर आरोप लगाए हैं। महिला कर्मचारी की मानें तो टीचर काफी समय से उसका सेक्सुअल हैरेसमेंट करते आए हैं। विरोध करने पर जान से मारने की धमकी और ब्लैकमेल कर रहे हैं। महिला कर्मचारी ने इसकी शिकायत वीसी से कर दी। इस कंप्लेन के बाद यूनिवर्सिटी में हड़कंप मचा हुआ है। हालांकि टीचर ने इन सभी आरोपों को खारिज करते हुए निष्पक्षता से जांच कराने की मांग की है।
करा दिया transfer
महिला कर्मचारी फिलहाल आईटी की लाइब्रेरी में तैनात है। महिला के अनुसार पहले वह सेंट्रल लाइब्रेरी में तैनात थीं। उसके अध्यक्ष एंसिएंट हिस्ट्री के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ। श्याम बिहारी लाल हैं। महिला ने उन्हीं के ऊपर गंभीर आरोप लगाए हैं। वीसी को मिली कंप्लेन के अनुसार टीचर लगातार उसका सेक्सुअल हैरेसमेंट करते आ रहे हैं। उसने इसका काफी विरोध किया लेकिन वे नहीं माने, उल्टा ब्लैकमेल करने लगे। जब उसने अधिकारियों से इसकी कंप्लेन करने को कहा तो उसका ट्रांसफर कराकर आईटी की लाइब्रेरी में भिजवा दिया और नौकरी से निकालने की धमकी देने लगे।
VC से कंप्लेन पर मचा हड़कंप
नौकरी से निकालने की बार-बार धमकी देने पर महिला कर्मचारी ने वीसी प्रो। मुशहिद हुसैन से इसकी कंप्लेन की। इसके बाद पूरे यूनिवर्सिटी में हड़कंप मच गया है। मामला और तूल ना पकड़े इसके लिए वीसी ने एक जांच कमेटी का भी गठन कर दिया है।
टीचर ने आरोपों को किया खारिज
उधर डॉ। श्याम बिहारी लाल ने महिला कर्मचारी द्वारा लगाए गए आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है। उन्होंने बताया कि महिला कर्मचारी उन पर झूठे आरोप लगा रही है क्योंकि वह खुद घोटालों में फंस गई है। उन्होंने बताया कि पुस्तकालय अध्यक्ष बनने के बाद उन्होंने किताबों का हिसाब मांगा, जो वह नहीं दे पाई। इसकी कंप्लेन तत्कालीन रजिस्ट्रार केएन पांडेय से भी की गई थी। उन्होंने उसका ट्रांसफर कर दिया। अब वह महिला बदले की भावना से उनके ऊपर आरोप लगा रही है।
DSW को सौंपी जांच
वीसी ने डीएसडब्लू डॉ। नीलिमा गुप्ता के निर्देशन में जांच कमेटी गठित कर जांच करने को कहा है। डॉ। नीलिमा गुप्ता ने बताया कि उन्हें कंप्लेन लेटर की कॉपी मिल गई है। डॉ। आशा चौबे, डॉ। सुमित्रा कुकरेती, डॉ। अभय सिंह, डॉ। प्रेमपाल और डॉ। केके चौधरी जांच कमेटी में शामिल हैं। उन्होंने बताया कि जल्द ही दोनों पक्षों की बुलाकर पूरे मामले की जांच शुरू की जाएगी।