सिटी के पांच चौराहों का प्रोजेक्ट तैयार

एक करोड़ की लागत से लगेंगे सिस्टम

गाजियाबाद की कंपनी में सर्वे कर तैयार किया है प्रोजेक्ट

BAREILLY: मेट्रो सिटीज की तरह बरेली का टै्रफिक भी अब रेड-ग्रीन सिग्नल पर एक बार फिर चलेगा। ट्रैफिक को स्मूथ बनाने क तैयारी ट्रैफिक पुलिस ने कर लिया है। जल्द ही, शहर के पांच प्रमुख चौराहों पर सोलर पैनल वाले ट्रैफिक सिग्नल लाइट लगाए जाएंगे। नेक्स्ट फेज में शहर के अन्य चौराहे-तिराहों पर भी सिग्नल लाइट्स लगायी जाएंगी। नए सिग्नल सिस्टम को लेकर ट्रैफिक पुलिस भी खासा उत्साहित नजर आ रही है।

सालों से खराब पड़े हैं सिग्नल

बरेली में ट्रैफिक सिग्नल सिस्टम कई सालों से खराब पड़े हुए हैं। इन सिस्टम को ठीक करने की जिम्मेदारी नगर निगम की है। पूर्व कमिश्नर और डीएम ने सिटी के ट्रैफिक सिस्टम को सुधारने के लिए एसपी ट्रैफिक को सख्त निर्देश दिए थे। एडीजी ट्रैफिक के सामने भी बरेली के ट्रैफिक सिस्टम को रखा गया था। जिसके बाद ट्रैफिक प्रॉब्लम दूर करने के लिए सिग्नल सिस्टम सही होना अहम बताया गया। फ्यूचर में किसी प्रकार की कोई प्रॉब्लम न हो इसलिए इन सिस्टम को हाईटेक बनाने का प्रपोजल तैयार किया गया। इसके लिए ट्रैफिक पुलिस ने गाजियाबाद की ट्रैफिक सिग्नल सिस्टम लगाने वाली कंपनी को जिम्मेदारी सौंपी।

ज्यादा जाम वाले स्थ्ान चिह्नित

कंपनी ने सिटी के सभी एरिया में जाकर सर्वे कर ट्रैफिक प्रॉब्लम को जाना। सिटी के मेन पांच चौराहों का भी निरीक्षण किया गया जहां ट्रैफिक सिग्नल न होने से जाम की समस्या है। इनमें चौकी चौराहा, अयूब खां चौराहा, पटेल चौक और श्यामगंज चौक और सेटेलाइट हैं। इन सभी चौराहों से जाने वाली सड़कों के साथ-साथ कितने ट्रैफिक सिग्नल की जरूरत है इसका भी सर्वे किया गया। कंपनी ने अपनी प्रोजेक्ट रिपोर्ट की फाइल ट्रैफिक पुलिस को सौंप दी है।

यह सब होगा सिग्नल में

सोलर हाइब्रिड ट्रैफिक लेड सिस्टम में हाई इंटेंसिटी सुपर ब्राइट एलईडी सिग्नल लाइट्स होंगी। इसके अलावा इसमें मार्डन ट्रैफिक कंट्रोलर, डिजिट्स काउंट डाउन टाइमर भी लगा होगा। यह सिस्टम पूरी तरह से वाटरप्रूफ और डस्टप्रूफ होगा। इसके अलावा सोलर पैनल भी होगा जिसमें ब्8 घंटे का बैट्री बैकअप होगा। यह सारे सिस्टम आटोमेटिक चलेंगे। इसकी वजह से मेन पावर की काफी बचत होगी। मेन पावर को सिटी के अन्य छोटे-छोटे चौराहों पर होने वाली प्रॉब्लम को दूर करने में लगाया जाएगा। यही नहीं सोलर पैनल से बिजली की भी काफी बचत होगी।

इन जगहों पर लगेंगे सिस्टम

प्लेस क्रासिंग प्रोडक्ट टाइप

चौपुला चौराहा - फोर वे ऐट साइट डिस्प्ले सिस्टम

चौकी चौराहा फाइव वे टेन साइड डिस्प्ले सिस्टम

पटेल चौका फोर वे ऐट साइड डिस्प्ले सिस्टम

श्यामगंज चौराहा फोर वे ऐट साइड डिस्प्ले सिस्टम सेटेलाइट बस स्टाप टी-जंक्शन सिक्स साइड डिस्प्ले सिस्टम

एक करोड़ की लागत

हाईटेक सिग्नल सिस्टम की अनुमानित लागत भी फिक्स की गई है। एक चौराहा पर लगने वाले टेन साइड डिस्प्ले सिस्टम में करीब ख्ब्,90,फ्00 रुपये, तीन स्थानों पर लगने वाले ऐट साइड डिस्प्ले सिस्टम में म्क्,9ख्,900 रुपये और एक स्थान पर लगने वाले सिक्स साइड डिस्प्ले सिस्टम में क्म्,भ्7,800 रुपये लगेंगे। इसकी पूरी कीमत क्,0फ्,ब्क्,000 रुपये आंकी गई है।

नगर निगम की वजह से कुछ प्रॉब्लम

सिटी में सिग्नल सिस्टम लगाने की जिम्मेदारी नगर निगम की होती है। इसे ट्रैफिक पुलिस की हेल्प से लगाया जाता है। ट्रैफिक पुलिस के द्वारा इस प्रोजेक्ट के बारे में नगर निगम को बता दिया गया है। नगर निगम की ओर से अनुमति मिलने में देरी हो रही है लेकिन जैसे ही नगर निगम से अनुमति मिलेगी इस पर वर्क स्टार्ट हो जाएगा।

सिटी में हाईटेक ट्रैफिक सिग्नल सिस्टम का प्रोजेक्ट तैयार हो गया है। नगर निगम से भी बातचीत की गई है। जल्द ही इस सिस्टम को लगाने का काम शुरू कर दिया जाएगा।

ओम प्रकाश यादव, एसपी ट्रैफिक