बरेली(ब्यूरो)। जरूरी नहीं है कि आप इंजीनियर, डॉक्टर, आईएएस और आईपीएस ही बनें। डाटा साइंस, इवेंट मैनेजमेंट, स्पोट्र्स एनेलिस्ट, रोबोटिक इंजीनियरिंग ये सब भी आपके कॅरियर ऑप्शंस हो सकते हैं। आपको बस अपने अंदर छिपे टैलेंट को पहचानने की जरूरत है। 21वीं सदी में आपकी स्किल्स और पैशन ही आपको डेस्टिनेशन तक लेकर जाएंगे। आपको हार्ड वर्क के साथ स्मार्ट वर्क पर भी फोकस करना होगा। तभी कॅरियर का सही पाथवे तक पहुंच पाएगा। यह बातें सामने आई अमृता विश्वविद्यापीठम् और दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की ओर से ऑर्गनाइज कॅरियर पाथवे सेमिनार में, जहां फील्ड के एक्सपर्ट और कॅरियर कोच के साथ मेमोरी ट्रेनर्स ने साथ मिलकर स्टूडेंट्स को नए कॅरियर ऑप्शंस के बारे में जानकारी दी। सिविल लाइंस स्थित आईएमए भवन के ऑडिटोरियम में ऑर्गनाइज हुए कॅरियर पाथवे सेमिनार के दो सेशन में थर्सडे को आठ स्कूलों के बच्चों ने पार्टिसिपेट किया।
विल पावर स्ट्रांग होना चाहिए-शौरी कुट्प्पा
सेमिनार में अमृता विश्व विद्यापीठम् के एकेडमिक मैनेज एंड काउंसलर, डायरेक्टर ऑफ एडमिक आउटरीच डॉ। शौरी कुटप्पा ने सेल्फ लीडरशिप की बात कही। उन्होंने कहा कि लीडरशिप के लिए हमारी विल पावर का स्ट्रांग होना बेहद जरूरी है। उन्होंने कहा कि जीवन में किसी भी चीज को पाने के लिए मेहनत से पहले विल पावर का होना बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि कई बार ऐसा होता कि व्यक्ति शुरूआत में किसी चीज को पाना चाहता है लेकिन धीरे-धीरे उसका हौसला टूटने लगता है। उसका मन बदल जाता है ऐसा कमजोर इच्छाशक्ति के कारण होता है। इसके लिए जरूरी है कि आपको किसी भी काम को करन में जब भी कोई असुविधा हो तो यह सोचकर खुद को प्रेरित करें कि इससे आपको बड़ी सफलता हासिल होगी।
एआई एंड मशीन लर्निंग के बारे में तो सुना होगा
सेमिनार में एक्सपर्ट स्पीकर रोहन पिल्लई ने कहा कि वर्तमान समय में हम सभी ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एआई एंड मशीन लर्निंग के बारे में सुना होगा। लेकिन, क्या आप सभी इन शब्दों को समझते हैं कि यह क्या है। सरल भाषा में बताएं तो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कंप्यूटर विज्ञान का एक क्षेत्र है जो एक कंप्यूटर सिस्टम बनाता है। जो मानव बुद्धि की नकल कर सकता है। यह दो शब्दों आर्टिफिशियल और इंटेलिजेंस से बना है। इसका अर्थ है मानव निर्मित सोच और शक्ति। इसलिए हम ये कह सकते हैँ कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एक ऐसी तकनीकी है जिसका उपयोग करके हम ऐसा बुद्धिमान सिस्टम बना सकते है जो मानव बुद्धिमत्ता का अनुकरण कर सकें। उन्होंनें कहा कि जैसे सॉफ्टवेयर अपडेट होने के बाद मोबाइल और तेज काम करने लगता है वैसे ही मैं आपके दिमाग का सॉफ्टवेयर अपडेट करने के लिए आया हूं। उन्होंने बताया कि आज के वक्त में करियर को लेकर काफी ऑप्शन हैं। अब आप अपनी रूचि के अनुसार किसी भी फील्ड में करियर बना या चुन सकते हैं।
बच्चों के प्रश्नों के दिए उत्तर
मोटिवेशनल स्पीकर ने बच्चों के साथ इंटरेक्ट करते हुए उन्हें लाइफ में आगे बढऩे के लिए इंस्पायर किया। साथ ही बच्चों के सवालों के भी जवाब दिए। मोटिवेशनल स्पीकर ने बताया कि लाइफ में सबसे पहले अपना लक्ष्य तय करना चाहिए। जिससे कि उसे अचीव करने के लिए आप पहले से प्रिपेयर हो सकें। मोटिवेशनल स्पीकर इंजीनियर आदित्य गोयल ने बताया कि इंजीनियरिंग के सहारे कैसे देश दुनिया की शख्सियतों ने बुलंदियों पर सफलता के परचम लहराए हैैं। साथ ही स्टैैंड अप कॉमेडियन, फेमस यूट्यूबर का उदाहरण देकर उन्होंने बताया कि सबसे हटकर अलग फील्ड में भी अपना करियर बनाया जा सकता है। इसके लिए अपने गोल को समझने की जरूरत हैैं। सेशन के बीच उन्होंने बच्चों से ट्रिकी सवाल पूछे और सही जवाब देने वाले बच्चों को पुरस्कृत भी किया। उन्होंने बताया कि किसी भी फील्ड में कमयाब बनने के लिए निरंतर मेहनत करने की जररूत होती है। सेशन के अंत में बच्चे ऑटोग्राफ व सेल्फी लेने के लिए मोटिवेशनल स्पीकर के पास पहुंचने लगे।
आज भी होगा सेमिनार
अमृता विश्वविद्यापीठम् और दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की ओर से ऑर्गनाइज होने वाले दूसरे दिन का सेमिनार शनिवार को भी दो सेशन में आयोजित किया जाएगा।
इन स्कूल्स ने किया पार्टिसिपेट
सेंट जेबियर स्कूल
विद्या भवन पब्लिक स्कूल
सेक्रेट हाट्र्स सीनियर सेकेंड्री स्कूल
बासु बरल सरस्वती विहार
रुहेला इंटरनेशनल स्कूल
जिंगल बेल्स स्कूल
महामाया विहार पब्लिक स्कूल
सोबतीस पब्लिक स्कूल
टीचर्स को किया सम्मानित
करियर पाथवे सेमिनार के दोनों सेशंस में आए सभी टीचर्स को सम्मानित किया गया। साथ ही दोनों सेशन में स्टूडेंट्स के लिए लकी ड्रॉ निकालकर, उन्हें गिफ्ट्स भी दिए गए।
ये रहे विनर
-गुरजीत सिंह
-वासिफ अली खान
-काजल राजपूत
-आन्या रस्तोगी
-ताहूरा शेख
-दिव्यांशु शंखधार