राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के तहत लोन पर सिर्फ 7 फीसदी देना होगा ब्याज
स्वर्ण जयंती शहरी रोजगार योजना को खत्म कर शुरू हुई नई योजना, दो योजनाएं बंद
>BAREILLY:
नौकरी की तलाश में बेरोजगार बने रहने की बजाए खुद का काम-धंधा शुरू करने वालों को सरकारी लोन ही नहीं ब्याज में छूट का भी फायदा मिलेगा। शासन की ओर से लागू राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन योजना ख्0क्ब्-क्भ् में शुरू की गई है। जिसके तहत स्वरोजगार शुरू करने वालों को लिए गए लोन पर ब्याज का महज 7 फीसदी ही चुकाना होगा। वहीं ब्याज का बाकी हिस्सा डिस्ट्रिक्ट अर्बन डेवलेपमेंट एजेंसी, डूडा चुकाएगी। योजना का फायदा उन्हीं को मिलेगा जिन्हें डूडा की ओर से स्वरोजगार के लिए सरकारी लोन का पात्र माना जाएगा।
ख् करोड़ रुपए वापस हुए
सरकार की ओर से डूडा के जरिए स्वरोजगार के लिए पात्र लोगों को लोन दिए जाने की पुरानी योजना को साल भर पहले बंद कर दिया गया था। राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन शुरू होने से पहले स्वर्ण जयंती शहरी रोजगार योजना चलाई गई थी। डूडा पीआरओ एसी तिवारी के मुताबिक इस योजना के बंद होने से डूडा को जारी क्.70 करोड़ रुपए की राशि शासन को वापस चली गई थी। वहीं कांशीराम दलित बस्ती योजना के तहत डूडा को दिए गए ख्9 लाख का बजट भी सरकार की ओर से वापस ले लिया गया।