नकल विहीन परीक्षा के लिए सौपा गया सेक्टर मजिस्ट्रेट को जिम्मा,

प्रशासनिक अधिकारी का हवाला देकर डीआईओएस नही लगा पा रहे इन अधिकारियों से डयूटी

नकल के लिए बदनाम केंद्रों की सुरक्षा राम भरोसे

BAREILLY:

बोर्ड परीक्षाओं को नकल विहीन बनाने का डंका पीटने वाला शिक्षा विभाग अपने ही आदेशों पर अमल नही करा पा रहा। नकल के लिए पिछले सालों में बदनाम रहे सेंटर्स को इस साल संवेदनशील सेंटर के रुप में चयनित किया गया। ताकि इन पर विशेष सुरक्षा व्यवस्था कर नकल पर नकेल कसी जा सके। एग्जाम शुरू हुए तीन दिन बीत चुके हैं, लेकिन इन केंद्रों पर पूर्व आदेश के अनुसार न तो सेक्टर मजिस्ट्रेट डयूटी कर रहा है और न ही उड़नदस्ता ने इन केंद्रों का हाल देखने की जहमत उठाई।

संवेदनशील केंद्रों की सुरक्षा व्यवस्था पंक्चर

नकल कराने के खराब ट्रैक रिकार्ड वाले क्क् सेंटर्स पर एग्जाम टाइम में कड़ी निगाह रखने की जिम्मेदारी सेक्टर मजिस्ट्रेट को दी गई। इसके लिए बाकायदा शासन स्तर से आदेश जारी किया गया, जिसमें ऐसे केंद्रों पर नकल जैसी गतिविधियां रोकने का पूरा उत्तरदायी सेक्टर मजिस्ट्रेट को बनाया गया। इन क्क् सेंटर्स पर सेक्टर मजिस्ट्रेट को पूरे तीन घंटे बैठकर परीक्षा संपन्न कराने की जिम्मेदारी सौंपी गई, साथ ही सभी उड़नदस्तों को निर्देश जारी किये गए कि वे ऐसे अतिसंवेदनशील सेंटर्स के निरीक्षण को प्राथमिकता दें। लेकिन ये सारे आदेश मात्र कागजी कोरम बनकर रह गए हैं।

शिक्षा विभाग व प्रशासनिक अधिकारी कर रहे आदेशों का खुला उलंघन

इन क्क् अतिसवेंदनशील सेंटर्स पर जिलाग्रामोघोग अधिकारी, पशुचिकित्साधिकारी-रामनगर आंवला, खंड विकास अधिकारी-फरीदपुर, तहसीलदार-बहेड़ी, खंड विकास अधिकारी-दमखोदा, तहसीलदार-आंवला, नायब तहसीलदार-नबावगंज, पशुचिकित्साधिकारी-शाही मीरगंज, खंडविकास अधिकारी-मीरगंज, पशुचिकित्साधिकारी-आलमपुर जाफराबाद को तैनात किया गया। लेकिन इन सभी सेंटर्स पर इन अधिकारियों द्वारा एक भी दौरा नही किया गया।

संवेदनशील बनाया है तो सुरक्षा तो दो

कृषि इंटर कालेज के केंद्र व्यवस्थापक का कहना है कि विभाग हमें संवेदनशील की सूची में रखकर बदनाम तो कर ही चुका है, अब कम से कम उसी आधार पर सुरक्षा व्यवस्था तो मुहैया कराएं। इन क्क् सेंटर्स में से सिर्फ एक सेंटर आत्माराम इंटर कालेज पर पहले दिन क्9 जनवरी को डीआईओएस के उड़नदस्ते ने निरीक्षण किया। बाकी किसी भी सेंटर पर अब तक निरीक्षण करने एक भी अधिकारी नही पहुंचा है।

कृषि इंटर कालेज-परधौली, पांचाल प्रदेश उत्तर माध्यमिक विद्यालय-रेवती आंवला, सतीश चंद्र इंटर कालेज-पढेरा फरीदपुर, आदर्श कन्या इंटर कालेज-मिलक करनपुर बहेड़ी, आनंद भूषण मौमोरियल इंटर कालेज-मुडि़या नवी वक्श-बहेड़ी, जीवी पंत इंटर कालेज-गुलडि़या उपराला आंवला, जवाहर लाल उत्तर माध्यमिक विद्यालय-हिमकरपुर चमरौआ नबावगंज, महाराणा प्रताप इंटर कालेज-हौरापुरा मीरगंज, दुनका उत्तर माध्यमिक विद्यालय-दुनका, आत्माराम इंटर कालेज-बल्लिया अति संवेदनशील सेंटर्स है। जिसमें से सिर्फ एक किसी पर भी सेक्टर मजिस्ट्रेट ने दौरान करने की जहमत नही उठाई। जबकि इन सेंटर्स पर नकल विहीन परीक्षा का जिम्मा इन अधिकारियों का है।

सेक्टर मजिस्ट्रेट के रुप में तैनात खंड विकास अधिकारी व पशु चिकित्सा अधिकारी द्वारा डयूटी ज्वाइन न करने की जानकारी मुझे नही थी, मैं आज ही इन्हें निर्देश जारी करता हूं।

- शिव सहाय अवस्थी, सीडीओ

प्रशासन के लिए क्क् सेंटर्स हाईली सेंसिटिव है, लेकिन मेरी प्राथमिकता सभी क्ख्ब् सेंटर्स को लेकर है। गाड़ी जिस रूट पर चेकिंग करने जाती है, उस रूट पर अगर कोई ऐसा सेंटर पड़ेगा तो उसे जरूर चेक किया जायेगा।

- आशुतोष भारद्वाज, डीआईओएस

मेरे द्वारा सेक्टर मजिस्ट्रेट बनाकर डीआईओएस को सौंप दिये गए, अब इनकी डयूटी की जिम्मेदारी डीआईओएस के जिम्मे है। अगर कोई डयूटी ज्वाइन नही कर रहा है तो उक्त अधिकारी सूचित करे।

- आलोक कुमार, एडीएम सिटी