Western disturbance से बढ़ी ठंड
वेदर एक्सपट्र्स का कहना है कि वेदर ने यह यू टर्न वेस्टर्न डिस्टर्बेंस के एक्टिव होने की वजह से लिया है। 31 दिसम्बर की रात से बारिश शुरू हो गई जो संडे दोपहर तक रुक-रुक कर होती रही। फिलहाल बादल छाए रहेंगे और मंडे को बारिश होने की पॉसिबिलिटी है। टेंप्रेचर में गिरावट जारी रहेगी और आगे भी कुछ दिनों तक ऐसा ही मौसम बना रहेगा।
रात का पारा और लुढ़केगा
वेदर एक्सपट्र्स का दावा है कि बारिश के बाद रात के पारे में गिरावट दर्ज की जाएगी। इससे रात में ठंड बढ़ेगी। कुछ दिन पहले मिनिमम टेंप्रेचर 8 डिग्री सेल्सियस तक जा पहुंचा था। इसके बाद मौसम सुधरा। कोहरा न के बराबर रहा और रोज अच्छी धूप निकल रही थी लेकिन अब फिर ठंड बढऩे वाली है। 1 जनवरी से इसकी शुरुआत भी हो गई।
फिर घटेगी visibility
आसमान में बादल छाछ रहने और टेंप्रेचर गिरने से आसार व्यक्त किए जा रहे हैं कि मंडे सुबह या फिर ट्यूजडे से घना कोहरा पड़ेगा। इसकी वजह से हवा में नमी की मात्रा ज्यादा होना। मौसम वैज्ञानिकों का मानना है कि जैसे कुछ दिन पहले कोहरे ने कोहराम मचा रखा था, वैसे ही फिर होगा।
धुला 31 दिसंबर का record
31 दिसम्बर की रात हुई बारिश कोई नई बात नहीं है बल्कि पिछले साल और 2002 के 31 दिसम्बर को भी बारिश हुई थी। 1 जनवरी का मौसम भी ऐसा ही था लेकिन 2011 के 31 दिसंबर को बारिश ज्यादा हुई। 2002 के 31 दिसंबर की रात बारिश 7.4 मिलीमीटर हुई थी और 2010 के 31 दिसंबर की रात बारिश महज 2.4 मिलीमीटर रिकॉर्ड की गई। वहीं 2011 के 31 दिसंबर की रात हुई बारिश ने पुराने सभी आंकड़ों को धो दिया और 14 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। रात को हुई बारिश से पार्कों में न्यू ईयर सेलिब्रेट कर रहे लोगों को खासा परेशानी उठानी पड़ी।