-एडीजी बरेली जोन ने तस्कर के संपर्क में पिछले छह सालों में रहे पुलिसकर्मियों को खोजने के लिए कहा
-फरीदपुद और फतेहगंज पूर्वी में इस दरम्यान चार्ज पर रहे पुलिसकर्मियों की दिक्कत बढ़ेगी
बरेली : फतेहगंज पूर्वी के गांव पढ़ेरा का तस्कर प्रधान शहीद खान को 20 किलो स्मैक के साथ गिरफ्तार करके जेल भेजा गया। छह साल से स्मैक का धंधा वह बेखौफ कर रहा था। पुलिस रिकार्ड से बचते रहने वाले इस तस्कर प्रधान के तार पुलिस से जुड़े रहे। अब बड़ी खेप के साथ गिरफ्तार तस्कर के नजदीकी पुलिसकर्मियों की तलाश शुरू हुई है। एडीजी अविनाश चंद्र ने आइजी रमित शर्मा को इसकी जांच कराने के निर्देश दिए हैं।
संपत्ति होगी जब्त
फतेहगंज पूर्वी और फरीदपुर पुलिस की दबिश में पढ़ेरा का प्रधान शहीद खान उर्फ छोटे और उसका भतीजे को गिरफ्तार करके पुलिस ने नौ लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की थी। गिरफ्तारी के बाद प्रधान से स्थानीय पुलिस के अलावा नारकोटिक्स टीम और दिल्ली पुलिस ने भी पूछताछ की। पुलिस रिमांड पर उसे दिल्ली भी ले जाया गया। अब पुलिस उसकी संपत्ति जब्त करने की कार्रवाई कर रही है। इस बीच पुलिस की पूछताछ में प्रधान में छह साल से स्मैक का धंधा करने की बात स्वीकार की है। सवाल उठ रहा है कि ये पुलिस की लापरवाही थी कि वह पकड़ा ही नहीं गया। या पुलिस से मजबूत से¨टग का नतीजा है। एडीजी अविनाश चंद्र के मुताबिक फतेहगंज पूर्वी और फरीदपुर के बॉर्डर के गांव पढ़ेरा छह साल से तस्करी करता रहा। लेकिन दोनों थानों की पुलिस अनजान बनी रही। ये बड़ी लापरवाही है। अगर पुलिस से तस्कर की से¨टग थी। तो ऐसे पुलिसकर्मियों के नाम सामने आने चाहिए। बता दें कि इससे पहले पुलिस विभाग के एक ड्राइवर, पीआरवी 112 पर तैनात तस्कर के रिश्तेदारों के नाम सामने आ चुके है। एक पूर्व इंस्पेक्टर से भी तस्कर की दोस्ती उजागर हो चुकी है।