-10 साल पहले बाबू खां नाम के एक कर्मचारी ने 50 लाख रुपए का किया था स्क्रैप घोटाला
- दिल्ली की पार्टियों से करता था स्क्रैप की डीलिंग, धोखाधड़ी करने पर हो गई थी हत्या
BAREILLY: बिजली विभाग के ऑफिसर्स और कर्मचारियों की मिलीभगत से स्क्रैप घोटाले का मामला कोई नया है। घोटाले का खेल वर्षो से चला आ रहा है। दस साल पहले भी विभाग के एक कर्मचारी ने लाखों रुपए का स्क्रैप घोटाला किया था। इस खेल में कर्मचारी को अपनी जान तक गंवानी पड़ी थी, बावजूद इसके स्क्रैप घोटाला अभी तक नहीं थमा है। आइए जानते हैं क्या है स्क्रैप घोटाले का वर्षो पुराना राज
पहले भी हो चुका है भ्0 लाख का घोटाला
क्0 साल पहले बिजली विभाग के कर्मचारी बाबू खां ने लाखों रुपए का स्क्रैप घोटाला किया था। वायर, पोल, गार्डिनिंग ऐंगल, इंसुलेटर सहित अन्य पुराने उपकरणों को भ्0 लाख रुपए में बेच दिया था।
दिल्ली की पार्टियों से था कॉन्टैक्ट
बाबू खां का कॉन्टैक्ट दिल्ली की पार्टियों से हुआ करता था। बाबू खां ने अपने कारोबार को चलाने के लिए सर्किट हॉउस हाइडिल कॉलोनी के पास ऑफिस भी खोल रखी थी। उसके इस खेल में पुलिस वाले भी शामिल थे। पुलिस वाले स्क्रैप से भरे ट्रक और अन्य गाडि़यों को मीरगंज मिलक के रास्ते पास कराने का काम करते थे।
पार्टियों से भी धोखाधड़ी
बाबू खां पार्टियों से भी धोखाधड़ी करता था। स्क्रैप बेचने के बाद उन्हें पुलिस से पकड़वा भी देता था। फिर उसी स्क्रैप को किसी अन्य पार्टी को बेचने का काम करता था। धोखाधड़ी करने पर कुछ लोगों ने बाबू खां का मर्डर कर दिया था।
खुद का स्टोर खाेल रखे हैं
इस घटना के बाद स्क्रैप घोटाले का मामला कुछ दिन शांत रहा, लेकिन कुछ कर्मचारी और ऑफिसर्स इस खेल को एक बार फिर आगे बढ़ा रहे हैं। चोरी छुपे स्क्रैप बेचने का काम किया जा रहा है। कई कर्मचारियों ने स्क्रैप को इकठ्ठा करने के लिए खुद का स्टोर बना कर रखे हैं।