-बरेली में चल रहे अधिकांश वाहनों की हालत कंडम है

-ठेका गाडि़यों से भी बच्चों को कैरी किया जा रहा है

<-बरेली में चल रहे अधिकांश वाहनों की हालत कंडम है

-ठेका गाडि़यों से भी बच्चों को कैरी किया जा रहा है

BAREILLY:

BAREILLY: बच्चों को स्कूल ले जाने और लाने के लिए आपने जिस स्कूली वाहन को जिम्मेदारी सौंपी है, क्या वह सही है। वह आपके बच्चे को कैसे ले जाते हैं। क्या है वाहन की हालत। क्या आपका बच्चा उसमें सुरक्षित है। कभी देखा है आप ने। स्कूल मैनेजमेंट और वाहन स्वामियों की साठगांठ आपके लाडले पर भारी पड़ सकती है। बरेली में चल रहे अधिकांश स्कूली वाहनों की हालत कंडम है। मैक्सिमम गाडि़यां मानक के अनुरूप नहीं हैं। वहीं ठेका गाडि़यों से भी बच्चों को कैरी किया जा रहा है। जबकि इनके द्वारा एक भी नॉर्मस को पूरा नहीं किया जा रहा है।

नॉ‌र्म्स नहीं मुनाफा है मायने

सुप्रीम कोर्ट ने निर्देश दिए थे कि किसी भी वाहन में निर्धारित संख्या से अधिक बच्चों को न ले जाया जाए। लेकिन मुनाफे के चक्कर में वाहन में क्षमता से अधिक बच्चों को कैरी किया जा रहा है। वैन ओनर मुन्ना लाल ने बताया कि, मैंने ठेका परमिट ले रखा है। क्वॉटर्ली ब्म्ख्0 रुपए देता हूं। रोड साइड वाहन चलाने पर फायदा नहीं होने से बच्चों को कैरी करना शुरू कर दिया है।

अलॉमिर्ग सिचुएशन

मैजिक, वैन, बस सहित अन्य स्कूली वाहन नॉ‌र्म्स का उल्लंघन कर रोजाना हजारों बच्चों को कैरी कर रोड पर फर्राटे भर रहे हैं। मासूम बच्चों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ कर रहे इन वाहनों पर कार्रवाई के नाम पर अधिकारी खामोश बैठे हुए है। पेरेंट्स फोरम, प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन और ट्रैफिक पुलिस के बीच कई बार मीटिंग हो चुकी है। वहीं दिसम्बर ख्0क्0 व ख्0क्क् में हुई बैठक में रोड सेफ्टी क्लब का गठन भी हुआ था। लेकिन यह मीटिंग कागजों पर ही सिमट कर रह गयी है।

यह हैं नॉ‌र्म्स

- वाहन का रंगा पीला होना चाहिए।

- ऑटो के दोनों साइड जाली लगी होनी चाहिए।

- सीट से अधिक बच्चें न बैठाए जाए।

- वाहनों पर स्कूल वाहन व फोन नंबर लिखा होना जरूरी।

- वाहन में मेडिकल किट की व्यवस्था।

- एलपीजी किट लगे वाहनों में स्कूली बच्चे नहीं बैठेंगे।

- स्कूली वाहन क्भ् साल से ज्यादा पूराने नहीं होने चाहिए।

- वाहन में इमरजेंसी गेट होना चाहिए।

- अर्बन में स्कूली वाहन सीएनजी युक्त होना चाहिए।

स्कूली वाहन व बच्चें

- सीबीएसई व आईसीएसई स्कूल - ख्भ्

- स्कूली बच्चों की संख्या - क्0,000

- बस और वैन - ब्00

- ऑटो और टैम्पो - क्भ्00

किस वाहन में कितने बच्चे

- ऑटो - फ् बच्चे।

- वैन - 7 बच्चे।

- मैजिक - क्ख् बच्चे।

- विक्रम - क्0 बच्चे।

- बस - सीट के मुताबिक।

स्कूली वाहनों की मॉनीटरिंग के लिए टीम गठित है। नॉ‌र्म्स पूरा नहीं करने वालें वाहनों के खिलाफ कार्रवाई होते रहती है। पेरेंट्स को चाहिए की नॉ‌र्म्स को पूरा करने वाले वाहन को ही बच्चों के लिए हायर करें।

आरआर सोनी, आरटीओ

सभी वाहन ओनर्स को नॉ‌र्म्स को पूरा कर ही स्कूल से जुड़ने की बात कही गयी है। कुछ लोगों की वजह से हम जैसे को प्रॉब्लम्स होती है। इस संबंध में मेरी अधिकारियों से बात हुई है।

हरविंदर सिंह बॉबी, प्रेसीडेंट, वैन एसोसिएशन