- स्कूल ओपेन होने के साथ पेरेंट्स हुए एक्टिव

- फ‌र्स्ट डे के लिए मंडे को पूरे दिन लगे रहे तैयारियों में

BAREILLY : बेटा उठोस्कूल नहीं जाना क्या? जल्दी से रेडी हो जाओ स्कूल बस आती ही होगी। जी हां, ट्यूजडे सुबह मोस्टली हर घर में कुछ ऐसी ही आवाज सुनने को मिलेगी। गर्मियों की छुट्टियों के बाद आखिरकार जुलाई के पहले दिन सिटी के स्कूल्स जो खुल रहे हैं। अब लंबे वैकेशंस के बाद बच्चों को फिर से स्कूल भेजने के लिए तैयार करना पेरेंट्स के लिए कोई छोटा टास्क नहीं। इसलिए पेरेंट्स काफी दिन पहले से ही बच्चों के परफेक्ट फ‌र्स्ट डे ऑफ स्कूल के लिए तैयारियों में लग गए थे। स्कूल खुलने से एक दिन पहले मंडे को पेरेंट्स ने सारी प्रिपरेशन को लास्ट टच दिया। कोई स्कूल ड्रेस पर प्रेस करता मिला तो कोई बच्चों का होम वर्क कंप्लीट करा रहा था। वहीं बुक्स और स्टेशनरी शॉप्स पर भी पेरेंट्स की अच्छी-खासी भीड़ देखने को मिली।

मिलकर कर रहे पूरी तैयारी

लंबे वैकेशंस में बिगड़े शेड्यूल को पेरेंट्स मैनेज करने में फिर से लग गए है। सिविल लाइंस के रहने वाले राजेश जसोरिया और दीपाली दोनों काम में एक-दूसरे का हाथ बंटाते हैं। दीपाली ने बताया कि अर्ली मॉर्निग उठकर मैं नाश्ता बनाती हूं, जबकि मेरे हसबैंड बच्चे को तैयार करते हैं। स्कूल ड्रेस से लेकर बुक्स तक सब उन्हीं के जिम्मे हैं। उन्होंने दो दिन पहले से ही बच्चों के ड्रेस और जरूरी बुक्स को रेडी कर लिया। वहीं राजेश का कहना है कि दोनों बेटी रितिका व कृतिका और बेटे का का सारा काम हम दोनों मिलकर करते हैं। इससे वक्त ही बचत होती है और हर काम परफेक्टली होता है।

फिर आए 'अर्ली टू राइज' डेज

छुट्टियों में बच्चों के साथ पेरेंट्स को भी ज्यादा देर तक बिस्तर पर रहने की आदत लग गई थी, लेकिन अब फिर से अर्ली टू राइज के दिन आ गए हैं। ऐसे में पेरेंट्स ने जल्दी उठने के लिए काफी पहले से प्लानिंग की। आकाशपुरम की रहने वाली ममता शाक्य कहती हैं कि अब जल्दी उठने के लिए रात जल्दी ही सोने की कोशिश करती हूं। इतना ही नहीं अलार्म भी इस्तेमाल कर रही हूं, जिससे कोई रिस्क ना रहे। ममता के बच्चे यश क्लास वन और स्पर्श नर्सरी में पड़ता है। उन्होंने बताया कि मेरे दोनों बच्चे काफी छोटे हैं, इसलिए उन्हें तैयार करने में बहुत दिक्कत होती है। स्कूल भेजने के लिए कई दिनों पहले से उनका माइंड मेकअप करना पड़ता है।

वक्त से उठने की दी ट्रेनिंग

रामपुर गार्डन की रहने वाली रुपाली अग्रवाल आठ दिन पहले से ही बच्चों के स्कूल की तैयारी में जुट गई थीं ताकि अपने बच्चों शोमांग और पुष्टि को ऐन वक्त पर कोई दिक्कत ना हो। रुपाली बताती हैं कि मेरे हसबैंड बिजनेस मैन हैं। उनका काफी बिजी शेड्यूल है इसलिए वे बच्चों को उतना टाइम नहीं दे पाते हैं। फिर भी उन्होंने गर्मी की छुट्टी में टाइम निकालकर बच्चों को होमवर्क कराया। वहीं रुपाली ने भी बताया कि मैं आठ दिन पहले से ही बच्चों को टाइम से उठने की ट्रेनिंग दे रहीं हूं, ताकि अचानक से उन्हें जल्दी उठने मे तकलीफ न हो।

फेवरेट टिफिन का सरप्राइज

फ‌र्स्ट डे बच्चों को नाश्ते में क्या देना है, इसके लिए भी पेरेंट्स ने पूरी तैयारी मंडे को ही कर ली। बच्चों को पहले दिन पढ़ाई करने की एनर्जी आए और उनका मूड भी अच्छा रहे, इसके लिए उनका फेवरेट फूड टिफिन में रखने का पेरेंट्स ने प्लान किया। पेरेंट्स के मुताबिक आलू का पराठा, कटलेट, मिक्स वेज पराठा, सैंडविच जैसे टेस्टी स्नैक्स बच्चों को इंटरवल में स्वीट सरप्राइज की तरह लगेंगे।

आज से मैक्सिमम स्कूल ओपेन हो गए हैं। अब मौसम भी सही है, इसलिए छुट्टी बढ़ाने का कोई औचित्य नहीं। फ‌र्स्ट डे को लेकर स्कूल्स ने भी अपनी-अपनी तरह से कई तरह की तैयारियां कर रखी हैं।

- राजीव ढींगरा, प्रेसीडेंट, इंडिपेंडेंट स्कूल एसोसिएशन

सामान्य दिनों की अपेक्षा मंडे को पेरेंट्स की अच्छी-खासी भीड़ रही। लोगों ने स्कूल ड्रेस, बुक्स, कॉपी और जैमिस्ट्री बॉक्स सहित कई चीजों की शॉपिंग की।

- लव मेहरोत्रा, ओनर, बुक स्टॉल