दरगाह पर चादरपोशी और गुलपोशी का चला सिलसिला
BAREILLY: दरगाह शाहदाना वली रहमतुल्लाह अलैह के उर्स के मौके पर चादरपोशी और गुलपोशी का सिलसिला सैटरडे को भी चला। इस मौके पर हुई महफिल में शायरों ने नात और मनकबत से खिराजे अकीदत पेश की।
सलातो सलाम का पेश िकया नजराना
सुबह कुरानख्वानी के साथ उर्स की शुरुआत हुई। रसूले पाक की शान में सलातो सलाम का नजराना अकीदतमंदों ने पेश किया। इसके बाद मोहल्ला कोट मदरसा शाहदाना वली से दानिश रजा चादरों का जुलूस लेकर दरगाह शाहदाना वली पहुंचे। इसके अलावा तमाज जायरीन ने शाहदाना वली की दरगाह पर चादरपोशी की।
नेक रास्ते पर चलने की दी हिदायत
तकरीर में उलमाए कराम ने शाहदाना वली रहमतुल्लाह अलैह की फजीलतों के बारे में बताया। कहा कि उनके आस्ताने पर आने वाले बीमारों को शिफा मिलती है। दरगाह में हमेशा ही इंसानियत का पैगाम दिया जाता है।
महफिल में शायरों ने बांधा समां
शाम को शायरों ने एक से बढ़कर एक शेर पेश कर समां बांध दिया। इससे पहले के मुतवल्ली अब्दुल वाजिद खां बाबू मियां ने कव्वालों की दस्तारबंदी। इस मौके पर वाजिद हुसैन, वसी अहमद, खलील कादरी, गफूर पहलवान, अकरम वारसी, हाजी नईम, मुंशी शाकिर हुसैन आदि मौजूद रहे।