बरेली(ब्यूरो)। होमगार्डों ने शुक्रवार को कलेक्ट्रेट पहुंचकर डीएम से अपना दर्द बयां किया। एसपी ट्रैफिक पर गंभीर आरोप लगाते हुए ड्यूटी न देकर उत्पीडऩ करने का आरोप लगाया। कहा कि सुबह आठ बजे से ड्यूटी मिलने का इंतजार करते हैं, लेकिन दोपहर में उन्हें बताया जाता है कि ड्यूटी नहीं लगी है। जिससे उनके सामने रोजी-रोटी की समस्या खड़ी हो गई है। सूचना मिलते ही एसपी ट्रैफिक भी कलेक्ट्रेट पहुंच गए और होमगार्डों को मनाकर पुलिस लाइन ले गए।
उत्पीडऩ का आरोप
बरेली में तैनात होमगार्डों ने डीएम से डीएम से मिलकर शिकायत की है कि पुलिस अधीक्षक यातायात उनको ड्यूटी पर नहीं लगा रहे हैं। उनका कहना है कि जो होमगार्ड 5 से 10 वर्ष तक ट्रैफिक में ड्यूटी कर चुके हैं। उनको नहीं लिया जाएगा। होमगार्डों ने रोजी-रोटी की समस्या खड़ी होते देख डीएम शिवाकांत द्विवेदी से गुहार लगाते हुए यातायात में ड्यूटी लगवाने की मांग की है। कहा कि सुबह से एसपी ट्रैफिक के कार्यालय पहुंचकर ड्यूटी मिलने का इंतजार करते हैं, फिर भी उन्हें ड्यूटी नहीं दी जाती है। डीएम ने होमगार्डों को समस्या का समाधान करने का आश्वासन दिया है। ज्ञापन देने वालों में धाराजीत, संजीव कुमार, किशनपाल, जोगेंद्र सिंह, अमरजीत, संतोष कुमार, जोगेंद्र सिंह, रमेश सुभाष, ओमकार, रामचंद्र, अजीत सिंह, सतपाल मौर्य, रामचंद्र, अजीत सिंह, देवेंद्र जोगेंद्र सिंह, अमर सिंह, सुरजीत, सोमपाल, नरेंद्र पाल, इंद्रजीत, जमुना प्रसाद आदि ने जिलाधिकारी को ज्ञापन देकर ड्यूटी दिलवाने की बात कही है।
कलेक्ट्रेट में बात करने से किया इनकार
एसपी ट्रैफिक राममोहन भी कलेक्ट्रेट पहुंच गए और होमगार्डों से वार्ता की। कहा कि हमें तो जरूरत है, ड्यूटी क्यों नहीं देगें। उन्होंने कलेक्ट्रेट में मीडिया के सामने होमगार्डों से बात करने से इनकार दिया। कहा कि सभी पुलिस लाइन पहुंच जाए। सभी की समस्या सुनकर हल निकाला जाएगा।
वर्जन
किसी की बहकावे में आकर होमगार्ड ड्यूटी न देने का आरोप लगा रहे थे। बाद में उन्हें समझाया तो वह मान गए और अपनी-अपनी ड्यूटी पर चले गए।
राममोहन सिंह, एसपी ट्रैफिक