बरेली (ब्यूरो)। रूपवती की हत्या बहन की आत्महत्या का बदला लेने के लिए की गई। हत्या के मास्टरमाइंड सार्थक ने पूरी योजना बनाने के बाद अपने दो दोस्तों को 40 हजार रुपये में सुपारी दी और रूपवती को मौत के घाट उतरवा दिया। मामले में बारादरी पुलिस ने मास्टरमाइंड सार्थक और सागर को गिरफ्तार कर लिया है। जबकि, गोली चलाने वाला आरोपित निखिल अभी भी फरार है। उसकी तलाश में टीमें लगी हुई हैं। पुलिस की पूछताछ में आरोपितों ने पूरी कहानी से पर्दा उठा दिया।
गोली मारकर की गई थी हत्या
बारादरी के संजय नगर निवासी रूपवती श्रेया बरातघर के पास नानवेज का ठेला लगाती थी। शनिवार देर रात उनकी गोली मारकर बीच सड़क पर हत्या कर दी गई। मामले में बारादरी पुलिस ने रूपवती की बेटी पायल के शिकायती पत्र पर अज्ञात के विरुद्ध हत्या की प्राथमिकी लिखी और आरोपितों की तलाश में जुट गई। पुलिस ने दो आरोपितों को गिरफ्तार किया। पूछताछ में उन्होंने पूरी घटना स्वीकारी और हत्या के पीछे का कारण बताया। पुलिस की पूछताछ में सार्थक ने बताया कि रूपवती संजय नगर में उसी गली में रहती थीं जिसमें सार्थक रहता है। उसने बताया कि रूपवती का उसके परिवार से विवाद चलता था।
दी गई थी धमकी
उसने कई बार पूरे परिवार को जान से मारने की धमकी भी दी थी। इसी बीच अप्रैल में सार्थक की बहन पल्लवी ने आत्महत्या कर ली। उस वक्त परिवार ने पोस्टमार्टम किया किसी भी कार्रवाई से इन्कार कर दिया। सार्थक ने बताया कि उसने कार्रवाई से भले ही इन्कार किया लेकिन, उसे दिमाग में यह बात थी कि उसकी हत्या रूपवती ने ही की थी। हर दिन इस बात को लेकर विचार बढ़ते गए। तभी ठान लिया कि रूपवती की हत्या करनी है। इसी बीच माधौवाड़ी के नई बस्ती मुहल्ला निवासी तांत्रिक जगदीश मिला। उसने भी बताया कि उसकी बहन की हत्या की वजह कोइ और नहीं बल्कि एक महिला ही है। तभी यह बात पूरी तरह से दिमाग में बैठ गई कि रूपवती की मौत की जिम्मेदार रूपवती ही है। और उसे मारने की साजिश बनाने लगा।
असलाहों का किया इंतजाम, 40 हजार में दी सुपारी
पूछताछ में सार्थक ने बताया कि पूरी योजना बनाने के बाद उसने सिकलापुर निवासी सागर और मठ की चौकी निवासी निखिल चंद्रा से संपर्क किया। दोनों को पूरी योजना बताई और कहा कि काम होने के बाद दोनों को 20-20 हजार रुपये दिए जाएंगे। हत्या के लिए शनिवार का दिन तय किया गया। पूरी योजना के तहत सार्थक रूपवती के ठेले के पास जाकर खड़ा हो गया और दोस्त तमंचा लेकर बाइक पर सवार थे। सागर बाइक चला रहा था और गोली निखिल को चलानी थी। जैसे ही रूपवती ठेला बंद करके निकली तो सार्थक ने बाइक सवार दोस्तों को इशारा कर दिया। इसके बाद बाइक पर पीछे बैठे निखिल ने गोली मारकर रूपवती की हत्या कर दी। कोई पहचाने न इसके लिए दोनों ने हेलमेट लगाया हुआ था। बहरहाल पुलिस ने सीसीटीवी और सर्विलांस के जरिए सार्थक और सागर को गिरफ्तार कर लिया और गोली चलाने वाला निखिल अभी भी फरार है।
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रूपवती की हत्या के मामले में बारादरी पुलिस ने दो आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। पूछताछ में उन्होंने हत्या की बात स्वीकारी है। दोनों को जेल भेज दिया गया है।
- मानुष पारीक, एसपी सिटी।