Committee की meeting आज

आरयू की एग्जामिनेशन कमेटी की मीटिंग मंडे को ऑर्गनाइज की जाएगी। इसमें मेन एग्जाम्स की स्कीम पर फाइनल डिसीजन लिया जा सकता है। हालांकि आरयू ने एग्जामिनेशन कमेटी की मीटिंग से पहले ही स्कीम जारी कर वेबसाइट पर अपलोड भी कर दी है। आरयू ने जाहिर कर दिया है कि वो हर हाल में 5 मार्च से ही एग्जाम्स कंडक्ट कराना चाहता है। हालांकि इस पर अंतिम मुहर लगना अभी बाकी है। इस लिहाज से देखा जाए तो रुहेलखंड यूनिवर्सिटी की मंशा के सामने एग्जामिनेशन कमेटी की मीटिंग महज एक फॉर्मेलिटी ही होगी।

50 हजार extra examinees

हर बार के मेन एग्जाम्स के कंपेरिजन में इस बार एग्जाम्स में बैठने वाले स्टूडेंट्स की संख्या में जबरदस्त इजाफा हुआ है। लास्ट ईयर करीब 4,50,000 स्टूडेंट्स ने एग्जाम्स के लिए रजिस्ट्रेशन कराया था। जबकि आरयू के असिस्टेंट रजिस्ट्रार, एग्जामिनेशन वीपी कौशल ने बताया कि इस बार मेन एग्जाम्स के लिए स्टूडेंट्स की संख्या 5 लाख को भी पार कर गई है। इसका मतलब ये है कि लास्ट ईयर के मुकाबले 50 हजार ज्यादा स्टूडेंट्स ने मेन एग्जाम्स के लिए रजिस्ट्रेशन करवाया है। इसमें रेगुलर के साथ प्राइवेट स्टूडेंट्स भी शामिल हैं।

15 दिन टालने की अपील

इंप्लॉईज की स्ट्राइक खत्म होने के बाद ही आरयू ने शेड्यूल पर यानी 5 मार्च से एग्जाम्स कराने की अपनी मंशा जता दी थी। उस समय कई कॉलेजेज ने कम से कम 15 दिन एग्जाम्स टालने की अपील भी की थी। बीसीबी की ही बात करें तो एग्जामिनेशन डिपार्टमेंट ने 11 मार्च के बाद एग्जाम्स कराने की अपील की थी। ताकि उन्हें सेंटर्स बनाने और उन पर एग्जाम्स कंडक्ट कराने की व्यवस्था करने के लिए प्रॉपर टाइम मिल सके।

बाद में होंगे practicals

रुहेलखंड यूनिवर्सिटी जिस तरह मेन एग्जाम्स कंडक्ट कराने पर अड़ा हुआ है, उससे तो यही लग रहा है कि प्रैक्टिकल एग्जाम्स बाद में ही कराए जाएंगे। इस बारे में रुहेलखंड यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन का भी साफ तौर पर यही कहना है कि प्रैक्टिकल एग्जाम्स तो कभी भी कराए जा सकते हैं।

बनेंगे कई extra exam centres

एग्जामिनीज की संख्या में अचानक इजाफा होने से इस बार एग्जाम सेंटर्स भी ज्यादा बनाए जाएंगे। करीब दो दर्जन सेंटर्स एक्सट्रा बन सकते हैं। फिलहाल एग्जामिनेशन कमेटी की मीटिंग में ही सेंटर्स भी डिक्लेयर किए जाएंगे। आरयू के मेन एग्जाम्स में सबसे ज्यादा संख्या बरेली कॉलेज के एग्जामिनीज की ही है। रेगुलर के साथ प्राइवेट एग्जाम देने वाले स्टूडेंट्स भी यहीं पर ज्यादा हैं। एक अनुमान के मुताबिक, इस बार बीसीबी से 50 हजार से ज्यादा प्राइवेट स्टूडेंट्स ने फॉर्म जमा कराए हैं। इतनी बड़ी संख्या में स्टूडेंट्स को मैनेज करने के लिए बीसीबी मैनेजमेंट को जूझना पड़ेगा।

खराब हो सकता है माहौल

एग्जाम्स टालने के पीछे कॉलेजेज के रीजंस में एक रीजन अभी तक एडमिट काड्र्स तैयार न होना भी है। कॉलेजेज का तर्क है कि एग्जाम्स के लिए टाइम बहुत कम है। आरयू तो स्टूडेंट्स के एडमिट कार्ड रिलीज कर देगा पर कॉलेजेज को इतनी जल्दबाजी में एडमिट कार्ड डिस्ट्रीब्यूट करने में काफी प्रॉब्लम होगी। वो भी तब, जब एग्जामिनीज की संख्या इतनी ज्यादा है। कॉलेजेज को डर है कि ऐसा करने पर कैंपस में माहौल खराब हो सकता है।